भागलपुरः बिहार के भागलपुर में लेट्स इंस्पायर के युवा संवाद कार्यक्रम के तहत आईपीएस विकास वैभव शहीद सैनिक की पत्नी, जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता को सम्मानित करने का काम किया. इस दौरान उन्होंने युवाओं से इस मुहिम से जुड़ने की अपील की है. इस कार्यक्रम में रंगरा प्रखंड प्रमुख सह राजद नेता मोती यादव, सामाजिक कार्यकर्ता बंटी यादव, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अजय कुमार एवं कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता सम्मानित हुए.
शिक्षा और रोजगार का बनेगा माहौलः यह कार्यक्रम भागलपुर के नवगछिया में आयोजित हुआ. कार्यक्रम में विकास वैभव ने बताया कि बिहार के लोगों के लिए किस तरह से बेहतर किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बिहार के लिए एक ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं, जिससे किसी को शिक्षा और रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़े. उन्होंने जातिवाद से ऊपर उठकर काम करने की अपील की. इस दौरान उन्होंने शोभाह अहोतकर को लेकर कहा कि वे किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहते हैं.
"शनिवार और रविवार को यात्रा करता हूं. जो समय परिवार को देना चाहिए वह मैं बिहार को देता हूं. हमलोग बिहार को उस जगह देखना चाहते हैं, जहां शिक्षा और रोजगार के लिए किसी को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं हो. यह तभी संभव है, जब हर व्यक्ति जाति भेदवाव से ऊपर उठकर बिहार के लिए चिंतन करे. युवाओं से अपील है कि इस अभियान से जुड़े और बिहार को बदलने का संकल्प लें." -विकास वैभव, आईपीएस
चंपानगर को याद कियाः कार्यक्रम की शुरुआत में अर्जुन कॉलेज की अध्यक्ष नीलम देवी ने विकास वैभव को सम्मानित किया. इस कार्यक्रम में विकास वैभव ने कहा कि बिहार में कभी चंपा स्थापित थी, इसको पूरे पूर्वी एशिया के लोग मानते थे. 1500 वर्षों तक वियतनाम चंपक के नाम से जाना जाता था. तब व्यापारी आते थे तो बिहार के नगरों से प्रेरित होते थे. दक्षिण पूर्वी एशिया में घूम लीजिए, वहां आज भी बिहार के गांव के नाम पर वहां स्थान मिलेंगे. इसलिए बिहार के युवाओं को जागरूक करना होगा.
क्या है लेट्स इंस्पायर बिहार: यह एक मुहीम है. इसके माध्यम से एक स्वैच्छिक सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक पहल की जा रही है जो बिहार के बेहतर भविष्य की स्थापना में योगदान देना है. शिक्षा, समानता और उद्यमिता के विषयों को बढ़ावा देने और उन पर काम करने की कोशिश की जा रही है. इसका उद्देश्य ऐसे प्रतिबद्ध व्यक्तियों को जोड़ना है, जिन्होंने स्वच्छ आधार पर किसी भी मुख्य विषय पर भविष्य के निर्माण में योगदान देने का विकल्प चुना है.