भागलपुर: बिहार के भागलपुर के गंगा घाट किनारे पर सफेद बालू का अवैध खनन जोरों (Sand Mafia In Bhagalpur) पर चल रहा है. खासतौर पर तीनटंगा जहाज घाट (Tintanga Jahaj Ghat In Bhagalpur) के आसपास दियारा इलाके में रेत माफिया काफी सक्रिय हो गए हैं. सफेद बालू के अवैध खनन से यहां घाट किनारे बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. इससे कटाव का खतरा उत्पन्न हो गया है. आश्चर्य की बात यह कि हर दिन गोपालपुर थाने से महज एक किलोमीटर की दूरी से अवैध बालू लदे 100 से अधिक ट्रैक्टर गुजरते हैं, लेकिन फिर भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही.
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स्थानीय लोग उठा रहे पुलिस पर सवाल: गंगा किनारे से अवैध रूप बालू के खनन से स्थानीय ग्रामीणों में काफी नाराजगी है. उनका आरोप है कि बिना पुलिस या प्रशासन की मिलीभगत से यह कार्य संभव नहीं है. रेत माफिया से जुड़े लोग सफेद बालू बेचकर काला धन जमा करने में लगे हुए हैं. गंगा घाट से हर माह लाखों रुपए की अवैध बालू का खनन किया जा रहा है. जिसमें किसान से लेकर भू माफिया सहित सभी का कमीशन सेट है. लोगों ने पुलिस की कार्यशैली को लेकर भी सवाल उठाया है.
"मुझे सफेद बालू के अवैध खनन की जानकारी नहीं है. खनन विभाग और एसडीपीओ को मामले की जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं. बालू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी" -सुशांत कुमार सरोज, नवगछिया, एसपी
कटाव से बचने के लिए करोड़ों खर्च: इस्माइलपुर से तीनटंगा तक हर साल गंगा के कटाव से बचाव के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च करती है. मगर माफिया लगातार बालू का खनन कर गंगा को आने का न्योता दे रहे हैं. जल संसाधन विभाग की माने तो गंगा से करीब 500 मीटर की दूरी पर खनन किया जा सकता है. लेकिन इसके लिए टेंडर निकला जाता है और संबंधित ठेकेदार को लाइसेंस निर्गत किया जाता है. लेकिन यहां पर अवैध रूप से बालू का खनन किया जा रहा है.