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भागलपुर: लड़कों की तुलना में लड़कियां ज्यादा हो रही कोरोना का शिकार

जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 11 बच्चे कोरोना पॉजिटिव हैं. जिसमें 7 बच्चियां जबकि 4 बच्चे शामिल हैं. एक्सपर्ट का मानना है कि लड़कों में लड़कियों की तुलना में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गया है. इससे लड़के कम पॉजिटव हो रहे हैं.

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Published : Jun 10, 2020, 10:15 PM IST

Updated : Jun 11, 2020, 3:21 PM IST

भागलपुर: कोरोना वायरस ने दुनियाभर में आतंक मचा रखा है. वायरस बच्चों को भी अपने चपेट में लेना शुरू कर दिया है. हालांकि, भागलपुर में बच्चों से ज्यादा बच्चियां संक्रमित हो रही हैं. बुधवार तक में 11 बच्चे कोरोना वायरस के चपेट में आ चुके हैं. जिसे जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिसमें 7 बच्चियां जबकि 4 बच्चे शामिल हैं.

डॉक्टरों का मानना है कि बच्चियों में प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने की वजह से कोरोना वायरस अटैक कर रहा है. हालांकि बच्चियां ठीक भी हो रही हैं. भागलपुर अस्पताल में भर्ती इसमें कहलगांव के 4 साल की बच्ची, गोराडीह की 5 साल की बच्ची, पीरपैंती के 2 साल की बच्ची, नारायणपुर के 8 साल की बच्ची इसके अलावा अन्य दूसरे प्रखंड की बच्चियां शामिल हैं.

पेश है रिपोर्ट

लड़कियां ज्यादा हो रही कोरोना का शिकार
कोरोना वार्ड के नोडल अधिकारी हेमशंकर शर्मा का मानना है कि लड़कियों की ज्यादातर एक्टिविटी घर में होती है. जबकि इसकी तुलना में ज्यादातर बच्चे घर से बाहर खेलते हैं. बाहर की एक्टिविटी बच्चों की ज्यादा होती है. हाइजिन का स्तर अधिक होने के कारण संभवत लड़कों में लड़कियों की तुलना में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गया है. जिसे लड़के की तुलना में लड़कियां कोरोना कि ज्यादा शिकार हो रही हैं.

आसानी से प्रतिरोध कर रहे लड़के

कम संक्रमित बच्चे बेसिक इलाज से और गंभीर स्थिति वाले बच्चे हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा से ठीक हो रहे हैं. बच्चों के लंग्स को पॉल्युशन का एक्सपोजर नहीं है इसलिए कोरोना वायरस को आसानी से प्रतिरोध कर पा रहे हैं. एक्सपर्ट की सलाह है कि पेरेंट्स बच्चे को अपने आपके साथ रहने दें. अधिकतर 10 साल से कम उम्र के बच्चों में कोरोना के लक्षण अन्य मरीजों की तुलना में थोड़ा अलग है. इनमें बुखार, जुकाम खांसी, दस्त आना, पेट में दर्द होना आदि लक्षण शामिल है. वहीं, 40 फीसदी केस में बच्चों के पेट में इन्फेक्शन मिल रहा है.

भागलपुर: कोरोना वायरस ने दुनियाभर में आतंक मचा रखा है. वायरस बच्चों को भी अपने चपेट में लेना शुरू कर दिया है. हालांकि, भागलपुर में बच्चों से ज्यादा बच्चियां संक्रमित हो रही हैं. बुधवार तक में 11 बच्चे कोरोना वायरस के चपेट में आ चुके हैं. जिसे जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिसमें 7 बच्चियां जबकि 4 बच्चे शामिल हैं.

डॉक्टरों का मानना है कि बच्चियों में प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने की वजह से कोरोना वायरस अटैक कर रहा है. हालांकि बच्चियां ठीक भी हो रही हैं. भागलपुर अस्पताल में भर्ती इसमें कहलगांव के 4 साल की बच्ची, गोराडीह की 5 साल की बच्ची, पीरपैंती के 2 साल की बच्ची, नारायणपुर के 8 साल की बच्ची इसके अलावा अन्य दूसरे प्रखंड की बच्चियां शामिल हैं.

पेश है रिपोर्ट

लड़कियां ज्यादा हो रही कोरोना का शिकार
कोरोना वार्ड के नोडल अधिकारी हेमशंकर शर्मा का मानना है कि लड़कियों की ज्यादातर एक्टिविटी घर में होती है. जबकि इसकी तुलना में ज्यादातर बच्चे घर से बाहर खेलते हैं. बाहर की एक्टिविटी बच्चों की ज्यादा होती है. हाइजिन का स्तर अधिक होने के कारण संभवत लड़कों में लड़कियों की तुलना में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गया है. जिसे लड़के की तुलना में लड़कियां कोरोना कि ज्यादा शिकार हो रही हैं.

आसानी से प्रतिरोध कर रहे लड़के

कम संक्रमित बच्चे बेसिक इलाज से और गंभीर स्थिति वाले बच्चे हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा से ठीक हो रहे हैं. बच्चों के लंग्स को पॉल्युशन का एक्सपोजर नहीं है इसलिए कोरोना वायरस को आसानी से प्रतिरोध कर पा रहे हैं. एक्सपर्ट की सलाह है कि पेरेंट्स बच्चे को अपने आपके साथ रहने दें. अधिकतर 10 साल से कम उम्र के बच्चों में कोरोना के लक्षण अन्य मरीजों की तुलना में थोड़ा अलग है. इनमें बुखार, जुकाम खांसी, दस्त आना, पेट में दर्द होना आदि लक्षण शामिल है. वहीं, 40 फीसदी केस में बच्चों के पेट में इन्फेक्शन मिल रहा है.

Last Updated : Jun 11, 2020, 3:21 PM IST
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