भागलपुर: जिले में चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर पैनल धारियों ने विरोध मार्च निकाला. पैनल धारियों ने मनाली चौक से विरोध मार्च निकालकर जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में पहुंचकर प्रदर्शन किया. उन लोगों ने आरोप लगाया कि पैनल प्रकाशन के एक साल बीत जाने के बाद भी अब तक बहाली नहीं की गई है. इसीलिए जल्द से जल्द नियुक्ति की जाए.
बता दें कि इस मौके पर पैनल धारियों ने कहा की निविदा के आधार पर पैनल धारियों की नियुक्ति होनी थी, लेकिन अभी तक नहीं की गई है. वहींं, निविदा 10 दिन बाद समाप्त हो जाएगी. कोर्ट का निर्णय आने के बावजूद अब तक उनलोगों की नियुक्ति नहीं की गई है. साथ ही इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पैनल धारियों ने कहा कि यदि उनकी नियुक्ति नहीं की जाती है तो वे आत्मदाह कर लेंगे.
'कोर्ट के फैसले के बाद भी नहीं हुई नियुक्ति'
इस मौके पर चतुर्थवर्गीय पैनल धारी कविता कुमारी ने कहा कि निविदा की समय सीमा अब कुछ ही दिन बाद खत्म हो जाएगी. हम लोग बेरोजगार ही रह जाएंगे. कोर्ट का निर्णय आने के बाद भी हमारी नियुक्ति नहीं हो सकेगी. अब उम्र भी नहीं है कि कहीं दूसरी जगह काम करें. वहीं, आर्थिक तंगी के कारण काफी परेशानियां हो रही है.
साल भर बीत जाने के कारण निकाला विरोध मार्च
इसके अलावा विनोद रजक ने कहा कि 2016 के ज्ञापन पर चतुर्थवर्गीय वर्गीय पैनल धारियों की नियुक्ति की जानी थी. पैनल लिस्ट जारी किया गया था. जिसमें उम्र की वरीयता के हिसाब से नियुक्ति करने का आदेश कोर्ट ने जारी किया था. लेकिन आदेश जारी होने के बाद साल बीतने वाला है. इसी कारण से हम सबों ने विरोध मार्च निकाला है.
अभी तक नहीं की गई किसी की भी नियुक्ति
बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन ने एक हजार अभ्यार्थियों का चतुर्थवर्गीय पदों के लिए पैनल का प्रकाशन 3 जुलाई 2019 को किया था. खाली जगह के आधार पर रोस्टर वार पैनल प्रकाशित किया गया था. जिलाधिकारी ने उस समय तत्काल सक्षम पदाधिकारी से रोस्टर अनुमोदित करते हुए खाली जगह की जानकारी उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया था, लेकिन अभी तक किसी की भी नियुक्ति नहीं की गई है.