भागलपुर: नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज (Naugachiya SP Sushant Kumar Saroj) ने परबत्ता थाना परिसर में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. उस वार्ता में उन्होंने फाइनेंसकर्मी से लूटपाट और हत्या की पूरी कहानी का जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि 24 घंटे के अंदर फाइनेंस कर्मी से लूटे गये सामग्रियों, अवैध हथियारों को बरामद किया गया है. फाइनेंसकर्मी की हत्या की घटना को अपराधियों ने बड़ी ही सफाई और योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया था.
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दीपक की गिरफ्तारी के बाद खुला मामला: नवगछिया एसपी ने प्रेस वार्ता में बताया कि दीपक की गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने पूछताछ की, तब उसकी निशानदेही पर दीपक के घर से मृतक का मोबाइल बरामद हुआ. उसके पास से लूटे गए कुल रकम में दीपक के हिस्से की कुल 10 हजार रूपये की नगदी और उसकी निशानदेही पर मृतक का बैग, बायोमैट्रिक डिवाइस बहियार से बरामद किया गया.
कौन-कौन था घटना में शामिल: आरोपी दीपक ने बताया कि अकला के साथ कई और लोग इस घटना में शामिल थे. पुलिस ने लूट के हिस्से की रकम कुल 10,500 रूपया और एक बिना नंबर की मोटरसाइकिल बरामद बनाई. जबकि डूलो नाम के अपराधी ने लूट के हिस्से के रकम मिलने के बाद नौ हजार रूपये में एक नया मोबाइल खरीद लिया था. पुलिस ने उसके पास से एक नया मोबाइल और नौ सौ रूपये की नगदी बरामद की थी.
दो देसी कट्टा और कारतूस बरामद: डूलो की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दो देशी कट्टा और कारतूस बरामद किया है. इस लूट के हिस्से की रकम मिलने के बाद अभिषेक कुमार ने गांव के ही एक दुकानदार को दो हजार रूपया देकर अपना उधार चुकता कर दिया. पुलिस ने उसके पास से भी दो हजार रूपये की नगदी बरामद की है. आरोपी सिंटू कुमार के पास से पुलिस ने पांच सौ रूपये की नगदी और घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल बरामद किया है. पुलिस द्वारा जानकारी दी गयी है कि दीपक गोली मारने की घटना में संलिप्त था. अभिषेक और सिंटू ने घटना में सूत्रधार का काम किया था. दोनों ने अपराधियों को फाइनेंसकर्मी के संदर्भ में जानकारी दी थी.
स्पीडी ट्रायल चला कर सजा देने की बात: एसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी बहियार में एक जुट हुए थे. वहां पर सबों ने लूट की रकम का बंटवारा किया और वहीं पर बायोमैट्रिक डिवाइस और बैग फेंक दिया था. जिसे दीपक की निशानदेही पर बरामद किया गया था. पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार किये गये सभी अपराधियों ने अपने इकबाइलिया बयान में अपना जुर्म कबूल किया है. मामले में स्पीडी ट्रायल चला कर सजा दी जाएगी. एसपी ने कहा कि 24 घंटे के अंदर हत्याकांड का उद्भेदन किया गया. लेकिन घटना दूर्भाग्यपूर्ण है.
कई अधिकारी रहे मौजूद: नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज ने कहा कि मृतक अनुसूचित जाति से थे. इस कारण सरकार के प्रावधान के अनुसार पुलिस द्वारा मृतक के परिजनों के मुआवजा दिलवाने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा. इस दिशा में पुलिस पदाधिकारी पहल भी करेंगे. इस कांड के उद्भेदन में गठित एसआईटी में एसडीपीओ दिलीप कुमार, परबत्ता थानाध्यक्ष योगेश कुमार समेत कई और अधिकारी शामिल हुए थे.