भागलपुर: जिले के क्वारंटाइन सेंटर में मामूली विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले. झगड़े में दोनों पक्षों से लगभग आधे दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये हैं. घायलों को इलाज के लिए रंगरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. घटना जिले के नवगछिया अनुमंडल क्षेत्र के रंगरा प्रखंड के न्यू मॉडल प्रखंड कार्यालय भवन में बनाए गये क्वारंटाइन सेंटर की है.
वहीं, घटना की सूचना मिलने पर रंगरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत किया. घटना के कारणों का पता नहीं चल सका हैं. लेकिन क्वारंटाइन सेंटर में दो पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे चलने और सेंटर में सुरक्षा गार्डों की तैनाती नहीं होने पर वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. घायलों को रंगरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में घायल सभी प्रवासी मजदूर का इलाज करवाने के बाद वापस क्वारंटाइन सेंटर सेंटर भेज दिया है.
जमीन विवाद में दो पक्षों के बीच चले लाठी डंडे
वहीं, जिले के जीरोमाइल थाने के सामने रविवार दोपहर मिराचक के लोगों ने एक युवक का शव रखकर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. दरअसल, जीरोमाइल थाना क्षेत्र के मिराचक में बीते 20 अप्रैल को जमीन विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर लाठी लाठी-डंडे और लोहे के खंती चली थी. उस घटना में खंती से गंभीर चोट लगने के कारण राधे मंडल नाम का एक युवक को घायल हो गया था.
जानकारी के मुताबिक, मीराचक गांव के बगीचे में जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था. झगड़े में घायल राधे मंडल की मौत शनिवार को इलाज के दौरान हो गई. जिसके बाद मिराचक के स्थानीय लोग और मृतक के परिजनों ने शव को थाने के सामने रख कर प्रदर्शन करते हुए आरोपियों के गिरफ्तार की मांग की. वहीं, जीरोमाइल थाना पुलिस ने आरोपियों पर जल्द कार्रवाई करने की बात कहकर ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराके जाम हटवाया.
लॉकडाउन में रक्तदान कर किया मदद
दूसरी ओर जिले से एक अच्छी खबर भी आई है. लॉकडाउन के कारण शहर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ब्लड बैंकों में खून की कमी हो गई है. कोरोना काल में पाबंदी और सुरक्षा कारणों सें व्यापक रक्तदान शिविरों का आयोजन नहीं हो रहा है. ऐसे में जरूरत पड़ने पर स्वेच्छा से रक्तदान करने वालों को बुलाकर खून की कमी को पूरी की जा रही है.
गौरतलब है कि जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ब्लड बैंक में लॉकडाउन चक्र के पहले औसतन प्रतिदिन 300 यूनिट से अधिक रक्त एकत्रित होता था. वर्तमान समय में अस्पताल के ब्लड स्टॉक में काफी कमी हो गई है. इस संकट में डॉक्टरों ने लोगों से स्वेच्छा से रक्तदान के लिये आगे आने की अपील की है.
रक्त की कमी को दूर करने का प्रयास
भागलपुर में रक्त की कमी को दूर करने के लिए वी केयर संस्था ने पिछले रविवार से लगातार 10 दिनों तक रक्तदान करने का निर्णय लिया गया है. रक्तदान के पहले दिन संस्था के 10 सदस्यों ने भी रक्तदान कर ब्लड बैंक में हो रही रक्त की कमी को दूर करने का प्रयास किया.
'प्रतिदिन 10 लोग करेंगे रक्तदान'
वी केयर संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि थैलेसीमिया के मरीज को रक्त की काफी आवश्यकता होती है. लेकिन अस्पताल के रक्त कोष में रक्त की कमी हो रही है, जिसको लेकर हमारी संस्था ने आज से 10 दिनों तक लगातार रक्तदान करने का निर्णय लिया है. साथ ही उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 10 लोग यहां आकर रक्तदान करेंगे. इस प्रकार हमलोग रक्त की हो रही कमी को पूरा करने का प्रयास करेंगे.