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भागलपुर: रिश्वत लेते कार्यपालक अभियंता गिरफ्तार, भेजे गए जेल - कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार

निगरानी ब्यूरो में कटिहार के कोढ़ा थाने के बिंजी गांव के ठेकेदार निखिल कुमार इंजीनियर के खिलाफ घूस मांगने की शिकायत की थी. रोड मेंटेनेंस के कार्य में 83 करोड़ 52 लाख 6 हजार के बिल भुगतान करने के एवज में 84 लाख रिश्वत की मांग कार्यपालक अभियंता ने की थी.

14 दिन के लिया भेजा जेल
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Published : Nov 19, 2019, 10:44 PM IST

भागलपुर: जिले के निगरानी विभाग की टीम ने पटना में पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को 16 लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया था. जिन्हें मंगलवार को भागलपुर जिला कोर्ट के निगरानी कोर्ट सह फर्स्ट एडीजे विनोद कुमार तिवारी की बेंच में पेश किया गया. कोर्ट ने गिरफ्तार इंजीनियर को 14 दिनों के लिए हिरासत में भेज दिया है. साथ ही 14 दिनों तक निगरानी विभाग की टीम जेल में ही उनसे पूछताछ करेगी.

कार्यपालक अभियंता ने की रिश्वत की मांग
बता दें कि निगरानी ब्यूरो में कटिहार के कोढ़ा थाने के बिंजी गांव के ठेकेदार निखिल कुमार इंजीनियर के खिलाफ घूस मांगने की शिकायत की थी. रोड मेंटेनेंस के कार्य में 83 करोड़ 52 लाख 6 हजार के बिल भुगतान करने के एवज में 84 लाख रिश्वत की मांग कार्यपालक अभियंता ने की थी. काफी मान मनौव्वल के बाद 80 लाख में मामला तय हुआ. कार्यपालक अभियंता ने किस्त के तौर पर 16 लाख रूपये देने के लिए ठेकेदार को पटना के अपने घर पर बुलाया था.

कोर्ट ने कार्यपालक अभियंता को 14 दिनों के लिया भेजा जेल

अहम दस्तावेज जलाया
निगरानी विभाग की टीम ने जैसे ही कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को फ्लैट नंबर 401 से गिरफ्तार किया. इसी दौरान अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 308 में रह रहे उनके परिवार वालों ने घर में रखे करीब एक करोड़ रुपये और अचल संपत्ति से संबंधित कुछ अहम दस्तावेज जला दिए.

भागलपुर: जिले के निगरानी विभाग की टीम ने पटना में पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को 16 लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया था. जिन्हें मंगलवार को भागलपुर जिला कोर्ट के निगरानी कोर्ट सह फर्स्ट एडीजे विनोद कुमार तिवारी की बेंच में पेश किया गया. कोर्ट ने गिरफ्तार इंजीनियर को 14 दिनों के लिए हिरासत में भेज दिया है. साथ ही 14 दिनों तक निगरानी विभाग की टीम जेल में ही उनसे पूछताछ करेगी.

कार्यपालक अभियंता ने की रिश्वत की मांग
बता दें कि निगरानी ब्यूरो में कटिहार के कोढ़ा थाने के बिंजी गांव के ठेकेदार निखिल कुमार इंजीनियर के खिलाफ घूस मांगने की शिकायत की थी. रोड मेंटेनेंस के कार्य में 83 करोड़ 52 लाख 6 हजार के बिल भुगतान करने के एवज में 84 लाख रिश्वत की मांग कार्यपालक अभियंता ने की थी. काफी मान मनौव्वल के बाद 80 लाख में मामला तय हुआ. कार्यपालक अभियंता ने किस्त के तौर पर 16 लाख रूपये देने के लिए ठेकेदार को पटना के अपने घर पर बुलाया था.

कोर्ट ने कार्यपालक अभियंता को 14 दिनों के लिया भेजा जेल

अहम दस्तावेज जलाया
निगरानी विभाग की टीम ने जैसे ही कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को फ्लैट नंबर 401 से गिरफ्तार किया. इसी दौरान अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 308 में रह रहे उनके परिवार वालों ने घर में रखे करीब एक करोड़ रुपये और अचल संपत्ति से संबंधित कुछ अहम दस्तावेज जला दिए.

Intro:भागलपुर के निगरानी विभाग की विशेष टीम ने पटना में सोमवार को पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को 16 लाख रुपए घूस लेते गिरफ्तार किया था । उन्हें मंगलवार शाम भागलपुर जिला कोर्ट के निगरानी कोर्ट सह फर्स्ट एडीजे विनोद कुमार तिवारी की बेंच में पेश किया गया । कोर्ट ने गिरफ्तार इंजीनियर को 14 दिन के लिए हिरासत में भेज दिया । वह 14 दिनों तक भागलपुर सेंट्रल जेल में रहेंगे जहां निगरानी विभाग उनसे पूछताछ करेगी ।

जानकारी दे देगी पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को पटना के अंबेडकर पथ स्थित हरिचरण रेसिडेंसी अपार्टमेंट के उनके फ्लैट नंबर 401 से गिरफ्तार किया है । वह कटिहार के पथ प्रमंडल में तैनात है ,लेकिन ठेकेदार को पटना बुलाकर अपने फ्लैट में रिश्वत की रकम ले रहे थे ।
निगरानी टीम ने जैसे ही उन्हें 401 नंबर फ्लैट से गिरफ्तार किया उसी अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 308 में रह रहे उनके परिवार वालों ने आनन-फानन में घर में रखे करीब एक करोड़ रुपए और अचल संपत्ति से संबंधित कुछ अहम दस्तावेज को बाथरूम में ले जाकर आग लगा दी ।



Body:निगरानी ब्यूरो में कटिहार के कोढ़ा थाने के बिंजी गांव के ठेकेदार निखिल कुमार इंजीनियर के खिलाफ घूस मांगने की शिकायत की थी । रोड मेंटेनेंस में कार्य में 83 करोड़ 52 लाख 6 हजार के बिल भुगतान करने के एवज में 1 प्रतिशत राशि यानी 84 लाख रिश्वत की मांग कार्यपालक अभियंता द्वारा रिश्वत के तौर पर किया गया था.।. काफी मान मनोबल के बाद 80 लाख में मामला तय हुआ । इसकी पहली किस्त के तौर पर 16 लाख रुपैया देने के लिए ठेकेदार को पटना अपने घर पर बुलाया था । रुपए देने के दौरान निगरानी ने उन्हें ट्रैप किया । यह मामला कटिहार से संबंधित होने के कारण भागलपुर के निगरानी कोर्ट में सुनवाई की गई ।


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