भागलपुरः जिले के कचहरी चौक के एक निजी होटल के सभागार में ईंट भट्ठा मालिकों ने ईंट निर्माता संघ के बैनर तले एक दिवसीय वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया. सम्मेलन में जिलेभर के 100 से अधिक ईंट भट्ठा मालिकों ने हिस्सा लिया. ईंट भट्ठा मालिकों ने एक स्वर में भारत सरकार की नीतियों का विरोध किया.
सरकारी दर पर कोयले की मांग
प्रदेश अध्यक्ष मुरारी कुमार मुन्ना ने बताया कि 22 सितंबर को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में राज्य स्तरीय सम्मेलन होने जा रहा है. उसको लेकर हमने भागलपुर जिले में ईंट भट्ठा मालिकों के साथ सम्मेलन किया. हम सरकार से मांग करते हैं कि सरकारी दर पर कोयला मुहैया कराया जाए और सरकार जो हम लोगों से टैक्स लेकर फ्लाई ऐश को बढ़ावा दे रही है. हम उसका विरोध करते हैं.
फ्लाई ऐश से पर्यावरण को होता है नुकसान
उन्होंने कहा कि हम लोगों के ईंट को बंद कर फ्लाई ऐश से बने ईंट को सरकार बढ़ावा दे रही है. हमे यह मंजूर नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारे क्वालिटी और फ्लाई ऐश की क्वालिटी में काफी अंतर है. उससे बेहतर हमारी ईंट हैं. उन्होंने कहा कि फ्लाई ऐश पर्यावरण को ज्यादा नुकसान पहुंचाता है और वह स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है. प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार से मांग की है कि कृषि क्षेत्र के अनुपयोगी जमीन को माइनिंग क्षेत्र घोषित कर माइनिंग का ऑर्डर दिया जाए.