ETV Bharat / state

भागलपुरः केंद्रीय कारा में की गई ई-मुलाकात की व्यवस्था, सप्ताह में एक बार मिलेगा मौका

केंद्रीय कारा में कैदियों के लिए ई-मुलाकात की व्यवस्था की गई है. इसके तहत कैदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 10 मिनट तक अपने स्वजनों से बात कर सकते हैं. ये सुविधा सप्ताह एक दिन मिलती है.

bgp
bgp
author img

By

Published : Apr 25, 2020, 12:03 PM IST

Updated : Apr 25, 2020, 3:27 PM IST

भागलपुरः कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिले के केंद्रीय कारा में ई-मुलाकात की व्यवस्था की गई है. 31 मार्च से शुरू इस व्यवस्था में प्रतिदिन 25 कैदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने स्वाजनों से बात करते हैं. यह व्यवस्था केंद्रीय कारा के अलावा शहीद जुब्बा सहनी विशेष केंद्रीय कारा और महिला मंडल कारा में भी की गई है.

10 मिनट की मुलाकात
कोरोना संकट के मद्देनजर कैदियों से उनके परिजनों की मुलाकात पर रोक लगा दी गई थी. जिसके बाद उनके हित को देखते हुए ई-मुलाकात की व्यवस्था की गई है. इसमें कैदी 10 मिनट तक अपने परिजनों से बात कर सकते हैं. यह मुलाकात सप्ताह में एक दिन होती है.

पेश है एक रिपोर्ट

घर बैठे हो जाती है 'मुलाकात'
परिजनों से बातचीत के दौरान कैदी उन्हें कोरोना के खतरे को लेकर अगाह करने के साथ-साथ बचाव के उपाय भी बताते हैं. दरअसल, जेलों में साफ-सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर कैदियों को जागरूक किया गया है. कैदी अपने अनुभव परिवार वालों के साथ साझा करते हैं. बातचीत की इस नई व्यवस्था के चालू होने के बाद लोग घर बैठे कैदियों से बातचीत कर लेते हैं.

कोरोना से बचाव के हिदायत
जेल अधीक्षक संजय कुमार चौधरी ने बताया कि मुलाकात व्यवस्था स्थगित होने पर स्वजनों और कैदियों की चिंता को ध्यान में रखते हुए ई-मुलाकात की व्यवस्था की गई है. अभी ज्यादातर कैदी अपने स्वजनों से कोरोना को लेकर चर्चा कर रहे हैं और सतर्क रहने की हिदायत देते हैं.

भागलपुरः कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिले के केंद्रीय कारा में ई-मुलाकात की व्यवस्था की गई है. 31 मार्च से शुरू इस व्यवस्था में प्रतिदिन 25 कैदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने स्वाजनों से बात करते हैं. यह व्यवस्था केंद्रीय कारा के अलावा शहीद जुब्बा सहनी विशेष केंद्रीय कारा और महिला मंडल कारा में भी की गई है.

10 मिनट की मुलाकात
कोरोना संकट के मद्देनजर कैदियों से उनके परिजनों की मुलाकात पर रोक लगा दी गई थी. जिसके बाद उनके हित को देखते हुए ई-मुलाकात की व्यवस्था की गई है. इसमें कैदी 10 मिनट तक अपने परिजनों से बात कर सकते हैं. यह मुलाकात सप्ताह में एक दिन होती है.

पेश है एक रिपोर्ट

घर बैठे हो जाती है 'मुलाकात'
परिजनों से बातचीत के दौरान कैदी उन्हें कोरोना के खतरे को लेकर अगाह करने के साथ-साथ बचाव के उपाय भी बताते हैं. दरअसल, जेलों में साफ-सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर कैदियों को जागरूक किया गया है. कैदी अपने अनुभव परिवार वालों के साथ साझा करते हैं. बातचीत की इस नई व्यवस्था के चालू होने के बाद लोग घर बैठे कैदियों से बातचीत कर लेते हैं.

कोरोना से बचाव के हिदायत
जेल अधीक्षक संजय कुमार चौधरी ने बताया कि मुलाकात व्यवस्था स्थगित होने पर स्वजनों और कैदियों की चिंता को ध्यान में रखते हुए ई-मुलाकात की व्यवस्था की गई है. अभी ज्यादातर कैदी अपने स्वजनों से कोरोना को लेकर चर्चा कर रहे हैं और सतर्क रहने की हिदायत देते हैं.

Last Updated : Apr 25, 2020, 3:27 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.