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VIDEO: ड्रोन तकनीक से खेतों में दवा का छिड़काव - MSc student Uttam Kumar introduce drone technology

अमखोरिया गांव के उत्तम कुमार खेती में ड्रोन तकनीक की मदद ले रहे हैं. उन्होंने एक निजी कंपनी के साथ ज्वांइट वेंचर कर खेती में ड्रोन तकनीक को लाने में भी प्रयासरत हैं. उन्होंने बताया कि उनका यह प्रयोग सब्जियों की फसल में सफल रहा था. वे अब गेहूं की फसल में इसका उपयोग कर रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर....

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Published : Jan 29, 2021, 1:04 PM IST

भागलपुर: शाहकुंड प्रखंड के अमखोरिया पंचायत के जगन्नाथ पुरी गांव में युवाओं को खेती से जोड़ने के लिए ड्रोन तकनीक का सहारा लिया जा रहा है. जिससे समय की बचत हो और फसलों की देखरेख के लिए लोगों को धूप-बारिश भी झेलनी न पड़े. साथ ही पैदावार भी अच्छी हो.

यह भी पढ़ें:दुर्गम पहाड़ हो या बर्फीली चोटी, हर जगह सामान पहुंचा सकता है पूर्णिया के शुभम का ड्रोन

टीएमबीयू के छात्र ने विकसित किया ड्रोन
टीएमबीयू के पीजी टेक्नोलॉजी विभाग के एमएससी के छात्र उत्तम कुमार ने खेती के लिए नए उपकरण विकसित किया है. वे अपने ड्रोन के सहारे फसलों पर दवा और लिक्विड का छिड़काव कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ड्रोन से छिड़काव करने पर प्रत्येक पौधे में सही मात्रा में दवा का छिड़काव होता है. जिससे फसल की पैदावार अधिक होती है.

'खेती की पुरानी व पारंपरिक तकनीक के कारण पढ़े लिखे छात्र-छात्राएं कृषि उत्पादन में रुचि नहीं लेते हैं. मेरे पिताजी एक किसान हैं. फसलों की अधिक पैदावार के लिए नियमित खाद और देखरेख की सबसे अधिक जरूरत पड़ती है. 2019 में इस तकनीक के सहारे समस्याओं के समाधान के लिए स्टार्ट अप की स्थापना की और बेस्ट कंपनी के साथ ज्वाइंट वेंचर के तहत काम कर रहे हैं'. उत्तम कुमार, ड्रोन बनाने वाले छात्र

यह भी पढ़ें:किसान आंदोलन पर टीवी एक्टर राजेश कुमार बोले- कुछ तो खिचड़ी पक रही है

सफल रहा ड्रोन तकनीक
वहीं, उत्तम ने कहा कि अभी फिलहाल शाहकुंड के अमखोरिया पंचायत में वे ड्रोन तकनीक से गेंहू की खेती में जैविक दवाई का स्प्रे कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले सब्जियों की खेती में वह सफल प्रयास कर चुके हैं. वहीं, अमखोरिया के किसानों में उत्तम की तकनीक खूब पंसद की जा रही है. गांव के किसानों कहना है कि उत्तम के तकनीक से समय की बचत होती है और बेहतर तरीके से दवा का छिड़काव हो जाता है.

भागलपुर: शाहकुंड प्रखंड के अमखोरिया पंचायत के जगन्नाथ पुरी गांव में युवाओं को खेती से जोड़ने के लिए ड्रोन तकनीक का सहारा लिया जा रहा है. जिससे समय की बचत हो और फसलों की देखरेख के लिए लोगों को धूप-बारिश भी झेलनी न पड़े. साथ ही पैदावार भी अच्छी हो.

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टीएमबीयू के छात्र ने विकसित किया ड्रोन
टीएमबीयू के पीजी टेक्नोलॉजी विभाग के एमएससी के छात्र उत्तम कुमार ने खेती के लिए नए उपकरण विकसित किया है. वे अपने ड्रोन के सहारे फसलों पर दवा और लिक्विड का छिड़काव कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ड्रोन से छिड़काव करने पर प्रत्येक पौधे में सही मात्रा में दवा का छिड़काव होता है. जिससे फसल की पैदावार अधिक होती है.

'खेती की पुरानी व पारंपरिक तकनीक के कारण पढ़े लिखे छात्र-छात्राएं कृषि उत्पादन में रुचि नहीं लेते हैं. मेरे पिताजी एक किसान हैं. फसलों की अधिक पैदावार के लिए नियमित खाद और देखरेख की सबसे अधिक जरूरत पड़ती है. 2019 में इस तकनीक के सहारे समस्याओं के समाधान के लिए स्टार्ट अप की स्थापना की और बेस्ट कंपनी के साथ ज्वाइंट वेंचर के तहत काम कर रहे हैं'. उत्तम कुमार, ड्रोन बनाने वाले छात्र

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सफल रहा ड्रोन तकनीक
वहीं, उत्तम ने कहा कि अभी फिलहाल शाहकुंड के अमखोरिया पंचायत में वे ड्रोन तकनीक से गेंहू की खेती में जैविक दवाई का स्प्रे कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले सब्जियों की खेती में वह सफल प्रयास कर चुके हैं. वहीं, अमखोरिया के किसानों में उत्तम की तकनीक खूब पंसद की जा रही है. गांव के किसानों कहना है कि उत्तम के तकनीक से समय की बचत होती है और बेहतर तरीके से दवा का छिड़काव हो जाता है.

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