भागलपुर: बिहार में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त (Rain Disrupts Life) है. भागलपुर में बाढ़ (Bhagalpur Flood) से 12 प्रखंडों के सैकड़ों गांव प्रभावित हैं. जिले के अधिकांश मंदिर पानी में डूब गये हैं. इसके बावजूद बाढ़ पर भक्तों की आस्था भारी है. मंदिरों में लगातार पूजा-अर्चना जारी है. सिर पर कलश लेकर बाढ़ के बीच से होते हुए श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं.
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बता दें कि भागलपुर अंतर्गत नाथनगर प्रखंड के रत्तीपुर बैरिया पंचायत के अजमेरीपुर में मां विषहरी देवी का मंदिर है. आसपास के लोग हमेशा से उनकी पूजा करते आये हैं और लोगों की उन पर भारी आस्था है. मंदिर के पानी में डूबने और बाढ़ के रौद्र रूप लेने पर भी श्रद्धालुओं की आस्था नहीं डिगी. सिर पर कलश रखकर लोग पानी से होकर मां विषहरी देवी का पूजन अर्चन करने पहुंचे.
अजमेरीपुर गांव में बना विषहरी मंदिर बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है. मंदिर के डूबने के बावजूद सैकड़ों की संख्या में भक्ति से ओत-प्रोत महिला और पुरुष माथे पर कलश लेकर मंदिर पहुंचे और पूजा अर्चना की. भक्ति की आस्था में लीन भक्तों में बाढ़ का तनिक भी भय नहीं दिखाई दिया.
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बाढ़ से नाथनगर प्रखंड के महाशय डोयोडी, चंपानगर, साहिबगंज, शंकरपुर दियारा, दिलदारपुर दियारा. सबौर के नवटोलिया, जियाउद्दीन चौका, फतेहपुर, बाबूपुर के हजारों घर जलमग्न हैं. जिले की करीब सात लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हैं. ज्यादातर लोग घर के सामान, बच्चे, वृद्ध और मवेशी को लेकर राहत शिविर या फिर सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं.