भागलपुर: डीआईजी विकास वैभव के पास एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जगदीशपुर थाने की पुरैनी गांव की रहने वाली एक महिला ने अपनी भाभी के ऊपर आरोप लगाया है कि उसके पेट में पल रहा बच्चा उसके भाई का नहीं है. ननद ने डीआईजी से अपनी भाभी की डीएनए जांच कराने की मांग की है.
हर रोज उसके सपने में आता था पति
ननद ने आरोप लगाया है कि उसका भाई 7 महीने से कोलकाता में रह रहा है. लेकिन इसी बीच में उसकी भाभी 3 महीने से गर्भवती है. ऐसे में जब उसकी भाभी से पूछा गया तो उसने कहा कि उसका पति हर रोज उसके सपने में आता था, जिससे वह गर्भवती हो गई. डीआईजी से मिलने पहुंची महिला ने बताया कि उसके भाई के कोलकाता जाने पर उसकी भाभी मायके में रहने लगी थी. पिछले महीने की 9 तारीख को उसका भाई मुहर्रम में घर आया तो उसकी पत्नी भी ससुराल लौट आई. इसके बाद उसने अपनी पत्नी की जांच कराई, तो पता चला की वह 3 महीने से गर्भवती है.
ननद ने भाभी के डीएनए जांच की मांग
ननद ने कहा कि जांच के बाद भाई कोलकाता वापस चला गया. इसके बाद भाभी भी अपने मायके चली गई, लेकिन कुछ दिनों बाद भाभी अपने मायकेवालों के साथ ससुराल आई. लेकिन, परिवारवालों ने उसे साथ रखने से इंकार कर दिया. इसके बाद दोनों परिवारों के बीच विवाद बढ़ गया. मायके पक्ष के परिजन अब जान से मारने की धमकी दे रहे हैं
परिवार की सुरक्षा की लगाई गुहार
शिकायत करने आई महिला ने अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है. डीआईजी विकास वैभव ने इस मामले को जगदीशपुर थाना के अफसर को सौंप दिया है. साथ ही साथ डीएनए जांच की प्रक्रिया की भी बात कही है.