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जल संकट में सबमर्सिबल का सहारा, नियमों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से हो रही अवैध बोरिंग

घटते जलस्तर को देखते हुए लोग पानी की आपूर्ति के लिए दूसरा रास्ता ढूंढ चुके हैं. जबकि जल संरक्षण विभाग के अनुसार सबमर्सिबल डीप बोरिंग घटते जलस्तर की एक बड़ी वजह है.

सबमर्सिबल बोरिंग
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Published : Jun 10, 2019, 10:20 AM IST

Updated : Jun 10, 2019, 11:32 AM IST

भागलपुरः भीषण गर्मी की वजह से जिले में लगातार जल संकट गहराता जा रहा है. जिसको लेकर आए दिन प्रशासनिक पदाधिकारियों की बैठक बदस्तूर जारी है. पानी नहीं मिलने की वजह से शहर के लोग सबमर्सिबल बोरिंग करवा रहे हैं. जल संरक्षण विभाग के अनुसार सबमर्सिबल डीप बोरिंग घटते जलस्तर की एक बड़ी वजह है.

बड़ी समस्या बन कर उभर रहा जल संकट
भागलपुर में जलस्तर दिन-ब-दिन नीचे गिरता जा रहा है. पिछले वर्ष भागलपुर में जलस्तर 80 से 90 फीट पर था. जबकि वर्तमान में जलस्तर 130 फीट के आसपास पहुंच चुका है, जो कि काफी चिंताजनक है. आए दिन जल संरक्षण को लेकर बिहार सरकार के मनरेगा विभाग के जरिए भी दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं. लेकिन जल संरक्षण को लेकर फिलहाल अभी कोई भी विभाग प्रयास नहीं कर रहा है. भीषण जल संकट और जलस्तर लगातार एक बड़ी समस्या के तौर पर खड़ा हो चुका है. जिसको लेकर भागलपुर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में भी भीषण जल संकट का लोगों को सामना करना पड़ रहा है.

Submersible boring
सबमर्सिबल बोरिंग करते मजदूर

गंभीरता से नहीं ले रहा विभाग
पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता का कहना है कि कुछ दिन पूर्व जल को संरक्षित करने के लिए चिट्ठी तो प्राप्त हुई थी. लेकिन संरक्षण को लेकर जो भी पहल करनी है वह मनरेगा के लोगों को करनी है. तो कहीं ना कहीं अपनी जिम्मेदारी से लोग दरकिनार हो रहे हैं. हर विभाग दूसरे विभाग पर उसकी जिम्मेदारी का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ रहे हैं. सरकार जल संरक्षण को लेकर कोई कदम उठाती है तो कहीं ना कहीं इसमें महज खानापूर्ति की जाती है. इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता है.

water problem
पानी के लिए लाइन में खड़ा बच्चा

धड़ल्ले से हो रही सबमर्सिबल बोरिंग
उधर, सबमर्सिबल बोरिंग करने वाले मिस्त्री का कहना है कि महीने में करीब दो से तीन समरसेबल बोरिंग करते हैं. तकरीबन 5 दर्जन से ज्यादा मिस्त्री भागलपुर में समरसेबल डीप बोरिंग का कार्य कर रहे हैं. तो कुल मिलाकर अगर बात करें तो डीप बोरिंग ही एकमात्र अब लोगों के पास उपाय है. जिससे वह अपने पानी की किल्लत को दूर कर सकते हैं. लोग घटते जलस्तर से पानी निकालने के लिए सबमर्सिबल बोरिंग करवा रहे हैं. घटते जलस्तर को देखते हुए लोग पानी की आपूर्ति के लिए दूसरा रास्ता ढूंढ चुके हैं. जबकि जल संरक्षण विभाग के अनुसार सबमर्सिबल डीप बोरिंग घटते जलस्तर की एक बड़ी वजह है.

सबमर्सिबल बोरिंग करते मजदूर और जानकारी देते अधिकारी

लोगों को जागरूक होने की जरूरत
पीएचईडी में कार्यरत युवा इंजीनियर शिप्रा का कहना है कि घटते जलस्तर को देखते हुए लोगों को अब जागरूक होने की जरूरत है. जिस तरह से लोग अपना घर बनाते हैं उसी तरह से जल को संरक्षित करने के लिए भी जो आधुनिक प्रक्रिया है उसे अपनाना होगा. जल को संरक्षित करने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग और सबमर्सिबल बोरिंग के बजाय जो सामूहिक उपाय है उसकी और देखना चाहिए. नहीं तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी विकराल हो जाएगी.

भागलपुरः भीषण गर्मी की वजह से जिले में लगातार जल संकट गहराता जा रहा है. जिसको लेकर आए दिन प्रशासनिक पदाधिकारियों की बैठक बदस्तूर जारी है. पानी नहीं मिलने की वजह से शहर के लोग सबमर्सिबल बोरिंग करवा रहे हैं. जल संरक्षण विभाग के अनुसार सबमर्सिबल डीप बोरिंग घटते जलस्तर की एक बड़ी वजह है.

बड़ी समस्या बन कर उभर रहा जल संकट
भागलपुर में जलस्तर दिन-ब-दिन नीचे गिरता जा रहा है. पिछले वर्ष भागलपुर में जलस्तर 80 से 90 फीट पर था. जबकि वर्तमान में जलस्तर 130 फीट के आसपास पहुंच चुका है, जो कि काफी चिंताजनक है. आए दिन जल संरक्षण को लेकर बिहार सरकार के मनरेगा विभाग के जरिए भी दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं. लेकिन जल संरक्षण को लेकर फिलहाल अभी कोई भी विभाग प्रयास नहीं कर रहा है. भीषण जल संकट और जलस्तर लगातार एक बड़ी समस्या के तौर पर खड़ा हो चुका है. जिसको लेकर भागलपुर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में भी भीषण जल संकट का लोगों को सामना करना पड़ रहा है.

Submersible boring
सबमर्सिबल बोरिंग करते मजदूर

गंभीरता से नहीं ले रहा विभाग
पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता का कहना है कि कुछ दिन पूर्व जल को संरक्षित करने के लिए चिट्ठी तो प्राप्त हुई थी. लेकिन संरक्षण को लेकर जो भी पहल करनी है वह मनरेगा के लोगों को करनी है. तो कहीं ना कहीं अपनी जिम्मेदारी से लोग दरकिनार हो रहे हैं. हर विभाग दूसरे विभाग पर उसकी जिम्मेदारी का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ रहे हैं. सरकार जल संरक्षण को लेकर कोई कदम उठाती है तो कहीं ना कहीं इसमें महज खानापूर्ति की जाती है. इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता है.

water problem
पानी के लिए लाइन में खड़ा बच्चा

धड़ल्ले से हो रही सबमर्सिबल बोरिंग
उधर, सबमर्सिबल बोरिंग करने वाले मिस्त्री का कहना है कि महीने में करीब दो से तीन समरसेबल बोरिंग करते हैं. तकरीबन 5 दर्जन से ज्यादा मिस्त्री भागलपुर में समरसेबल डीप बोरिंग का कार्य कर रहे हैं. तो कुल मिलाकर अगर बात करें तो डीप बोरिंग ही एकमात्र अब लोगों के पास उपाय है. जिससे वह अपने पानी की किल्लत को दूर कर सकते हैं. लोग घटते जलस्तर से पानी निकालने के लिए सबमर्सिबल बोरिंग करवा रहे हैं. घटते जलस्तर को देखते हुए लोग पानी की आपूर्ति के लिए दूसरा रास्ता ढूंढ चुके हैं. जबकि जल संरक्षण विभाग के अनुसार सबमर्सिबल डीप बोरिंग घटते जलस्तर की एक बड़ी वजह है.

सबमर्सिबल बोरिंग करते मजदूर और जानकारी देते अधिकारी

लोगों को जागरूक होने की जरूरत
पीएचईडी में कार्यरत युवा इंजीनियर शिप्रा का कहना है कि घटते जलस्तर को देखते हुए लोगों को अब जागरूक होने की जरूरत है. जिस तरह से लोग अपना घर बनाते हैं उसी तरह से जल को संरक्षित करने के लिए भी जो आधुनिक प्रक्रिया है उसे अपनाना होगा. जल को संरक्षित करने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग और सबमर्सिबल बोरिंग के बजाय जो सामूहिक उपाय है उसकी और देखना चाहिए. नहीं तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी विकराल हो जाएगी.

Intro:LAGATAR GAHRA RAHE JAL SANKAT KI BADI WAJAH SUBMER SABAL DEEP BORING BHI SABHI NIYAM KANOON KO TAAKH PAR RAKHKAR DHADALLE SE PURE SHAHAR ME HO RAHA AWAIDH BORING भीषण गर्मी की वजह से भागलपुर में भी लगातार जल संकट गहराता जा रहा है जिसको लेकर आए दिन प्रशासनिक पदाधिकारियों की बैठक बदस्तूर जारी है पानी नहीं मिलने की वजह से शहर के लोग समरसेबल बोरिंग करवा रहे हैं जल संरक्षण के अनुसार समरसेबल डीप बोरिंग घटते जलस्तर की एक बड़ी वजह है भागलपुर में भी लगातार जल संकट गहरा रहा है और जलस्तर दिन-ब-दिन नीचे गिरता जा रहा है जहां पिछले वर्ष भागलपुर में जलस्तर 80 से 90 फीट पर था वही वर्तमान में जलस्तर 130 हिट के आसपास पहुंच चुका है जो कि काफी चिंताजनक है आए दिन कई विभाग को जल संरक्षण को लेकर बिहार सरकार के मनरेगा विभाग के द्वारा भी दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं कि जल को संरक्षित करने के लिए पहल शुरू की जाए लेकिन चिट्ठी कुमावत सरकार की खानापूर्ति समझते हुए जल संरक्षण को लेकर फिलहाल अभी किसी भी विभाग के द्वारा प्रयास नहीं किया जा रहा है।


Body:भीषण जल संकट और जलस्तर लगातार एक बड़ी समस्या के तौर पर खड़ा हो चुका है जिसको लेकर भागलपुर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में भी भीषण जल संकट का लोगों को सामना करना पड़ रहा है पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता का कहना है कि कुछ दिन पूर्व जल को संरक्षित करने के लिए चिट्ठी तो प्राप्त हुई थी लेकिन जो संरक्षण को लेकर जो भी पहल करनी है वह मनरेगा के लोगों को करनी है तो कहीं ना कहीं अपनी जिम्मेदारी से लोग दरकिनार हो रहे हैं और दूसरे विभाग पर इसका जिम्मेदारी का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ रहे हैं । समरसेबल बोरिंग करने वाले मिस्त्री लक्ष्मण का कहना है की महीने में करीब दो से तीन समरसेबल बोरिंग वह करते हैं और लक्ष्मण की तरह करीबन 5 दर्जन से ज्यादा मिस्त्री भागलपुर में समरसेबल डीप बोरिंग का कार्य कर रहे हैं तो कुल मिलाकर अगर बात करें तो डीप बोरिंग ही एकमात्र अब लोगों के पास उपाय है जिससे वह अपने पानी की किल्लत को दूर कर सकते हैं और घटते जलस्तर से पानी निकालने के लिए समरसेबल की बोरिंग करवा रहे हैं घटते जलस्तर को देखते हुए इसे एक बड़ी प्राकृतिक चेतावनी के तौर पर देखने के बजाय लोग पानी के आपूर्ति को पूरा करने के लिए दूसरा रास्ता तो ढूंढ रहे हैं लेकिन जिस तरह से जलस्तर दिन-ब-दिन नीचे के ताजा रहा है वैसी परिस्थिति में जल को संरक्षित करने के अलावा लोगों के पास कोई दूसरा रास्ता फिलहाल नहीं दिख रहा है ।


Conclusion:पीएचईडी में कार्यरत युवा इंजीनियर शिप्रा का कहना है कि घटते जलस्तर को देखते हुए और इसे एक बड़ा और गंभीर समस्या के तौर पर लोगों को अब जागरूक होने की जरूरत है और जिस तरह से लोग अपना घर बनाते हैं उसी तरह से जल को संरक्षित करने के लिए भी जो आधुनिक प्रक्रिया है उसे उन्हें अपनाना होगा और जल को संरक्षित करने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग एवं समरसेबल बोरिंग को नहीं करवाने के बजाय जो सामूहिक उपाय है उसकी और देखना होगा नहीं तो आने वाले दिन में स्थिति और गंभीर वह कर विकराल रूप ले लेगी । सरकार के द्वारा जल संरक्षण को लेकर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं नहीं तो लोगों को इतनी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता जो भी विभाग जल संरक्षण को लेकर विभागीय निर्देश जारी करता है वह कहीं ना कहीं से महज खानापूर्ति की तरह ही लग रहा है और जलस्तर की समस्या गंभीर होती जा रही है । बाइट: सुनील कुमार सुमन कार्यपालक अभियंता पीएचइडी भागलपुर बाइट: शिप्रा चौधरी अभियंता पीएचइडी भागलपुर बाइट: लक्ष्मण समरसेबल बोरिंग मिस्त्री भागलपुर
Last Updated : Jun 10, 2019, 11:32 AM IST
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