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भागलपुर: गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में कटाव शुरू, दहशत में ग्रामीण - गंगा के तटवर्ती इलाकों में कटाव शुरू

भागलपुर के सबौर प्रखंड के बाबूपुर, रजंदीपुर इंग्लिश और फरका गांव के पास गंगा नदी के तटवर्ती इलाके में भीषण कटाव शुरू हो गया है. ग्रामीण में इससे दहशत का माहौल हो गया है. ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग विभाग और स्थानीय जन प्रशासन से कटाव रोधी काम को शुरू करने की गुहार लगाई है

गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में कटाव शुरू
गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में कटाव शुरू
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Published : Jun 13, 2021, 12:30 PM IST

भागलपुर: यास तुफान (Yaas Storm) के कारण हुई बारिश से गंगा के जलस्तर (Water Level of Ganga) में लगातार वृद्धि हो रही है. जिस कारण भागलपुर के सबौर प्रखंड के बाबूपुर, रजंदीपुर इंग्लिश और फरका गांव के पास गंगा नदी के तटवर्ती इलाके में भीषण कटाव शुरू हो गया है. इस वर्ष 2 महीने पहले से ही कटाव शुरू हो गया है. कई घर नदी के मुहाने पर आ गए हैं और उन पर कटाव का खतरा मंडरा आने लगा है.

ये भी पढ़ें- पटना: गंगा पर बने पीपा पुल पर यातायात सेवा फिर से बहाल, आंधी में 12 दिन पहले टूट गई थी दियारा की लाइफलाइन

ग्रामीणों में दहशत का माहौल
ग्रामीण में इससे दहशत का माहौल हो गया है. ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग विभाग और स्थानीय जन प्रशासन से कटाव रोधी काम को शुरू करने की गुहार लगाई है. अब तक कई किसानों की सैकड़ों एकड़ उपजाऊ जमीन कटकर नदी में समा गई है. साल भर पहले भी एक स्कूल भवन और आंगनबाड़ी केंद्र कटकर गंगा में विलीन हो गया था. सडक किनारे कटाव तेज हो गया है. जमीन कटने से यहां के किसान मजदूरी करने को मजबूर हो गया है. मवेशी रखने की चिंता सताने लगी है. सबौर के महादेव घाट से गंगा की घार सीधे इंग्लिश गांव के पास टकराती है, जिससे कटाव हो रहा है.

देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- 'गंगा किनारे के 13 जिलों में बना जैविक कॉरिडोर, 21.6 हजार किसान हुए लाभान्वित'

गंगा का जलस्तर बढ़ा
ग्रामीण हुकुमदेव मंडल ने बताया कि इस वर्ष 2 महीना पहले ही गंगा का जलस्तर बढ़ गया है. जिससे लोगों का फसल बर्बाद हो गया. कई लोगों का खेत गंगा में समा गया है. ग्रामीण अरुण मंडल ने बताया कि हर वर्ष यहां कटाव अगस्त महीने में होता था लेकिन इस बार 2 महीना पहले से ही कटाव होने लगा है. इस बार लग रहा है गंगा काफी कहर ढाएगी. सरकार को हमलोगों के लिये कुछ करने की जरूरत है. जिससे हम लोगों को की जान बचा सके.

गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में कटाव शुरू
गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में कटाव शुरू

'बचाव को लेकर पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई है. कटाव वाले इलाके में मैटेरियल्स को पहले से ही जमा करने का निर्देश दे दिया है. स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा गया है. नवगछिया का इलाका कटाव क्षेत्र में होने के कारण वहां पर तटबंध का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन सबौर से पीरपैंती अंचल में गंगा अपने मुख्यधारा में अधिक कटाव कर रही है. यहां तटबंध का कोई निर्माण नहीं हो रहा है जिससे परेशानी हो रही है. फिर भी कटाव रोकने के लिए सारे उपाय किए जा रहे हैं.' : सुभ्रत कुमार सेन, जिलाधिकारी

बाबुपुर, रजंदीपुर और इंग्लिश गांव के लोगों ने कटाव रोकने के लिये पीछले वर्ष डीएम और सीएम को आवेदन दिया था. रिंग बांध निर्माण का मांग किया था. इसके बाद पटना से जांच टीम आई थी. जिसके बाद निर्देश मिलने के बाद स्थानीय प्रसाशन मिट्टी भरने का काम शुरू किया था. लेकिन लॉकडाउन से काम बंद हो गया, तब से काम बंद है.

भागलपुर: यास तुफान (Yaas Storm) के कारण हुई बारिश से गंगा के जलस्तर (Water Level of Ganga) में लगातार वृद्धि हो रही है. जिस कारण भागलपुर के सबौर प्रखंड के बाबूपुर, रजंदीपुर इंग्लिश और फरका गांव के पास गंगा नदी के तटवर्ती इलाके में भीषण कटाव शुरू हो गया है. इस वर्ष 2 महीने पहले से ही कटाव शुरू हो गया है. कई घर नदी के मुहाने पर आ गए हैं और उन पर कटाव का खतरा मंडरा आने लगा है.

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ग्रामीणों में दहशत का माहौल
ग्रामीण में इससे दहशत का माहौल हो गया है. ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग विभाग और स्थानीय जन प्रशासन से कटाव रोधी काम को शुरू करने की गुहार लगाई है. अब तक कई किसानों की सैकड़ों एकड़ उपजाऊ जमीन कटकर नदी में समा गई है. साल भर पहले भी एक स्कूल भवन और आंगनबाड़ी केंद्र कटकर गंगा में विलीन हो गया था. सडक किनारे कटाव तेज हो गया है. जमीन कटने से यहां के किसान मजदूरी करने को मजबूर हो गया है. मवेशी रखने की चिंता सताने लगी है. सबौर के महादेव घाट से गंगा की घार सीधे इंग्लिश गांव के पास टकराती है, जिससे कटाव हो रहा है.

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गंगा का जलस्तर बढ़ा
ग्रामीण हुकुमदेव मंडल ने बताया कि इस वर्ष 2 महीना पहले ही गंगा का जलस्तर बढ़ गया है. जिससे लोगों का फसल बर्बाद हो गया. कई लोगों का खेत गंगा में समा गया है. ग्रामीण अरुण मंडल ने बताया कि हर वर्ष यहां कटाव अगस्त महीने में होता था लेकिन इस बार 2 महीना पहले से ही कटाव होने लगा है. इस बार लग रहा है गंगा काफी कहर ढाएगी. सरकार को हमलोगों के लिये कुछ करने की जरूरत है. जिससे हम लोगों को की जान बचा सके.

गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में कटाव शुरू
गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में कटाव शुरू

'बचाव को लेकर पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई है. कटाव वाले इलाके में मैटेरियल्स को पहले से ही जमा करने का निर्देश दे दिया है. स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा गया है. नवगछिया का इलाका कटाव क्षेत्र में होने के कारण वहां पर तटबंध का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन सबौर से पीरपैंती अंचल में गंगा अपने मुख्यधारा में अधिक कटाव कर रही है. यहां तटबंध का कोई निर्माण नहीं हो रहा है जिससे परेशानी हो रही है. फिर भी कटाव रोकने के लिए सारे उपाय किए जा रहे हैं.' : सुभ्रत कुमार सेन, जिलाधिकारी

बाबुपुर, रजंदीपुर और इंग्लिश गांव के लोगों ने कटाव रोकने के लिये पीछले वर्ष डीएम और सीएम को आवेदन दिया था. रिंग बांध निर्माण का मांग किया था. इसके बाद पटना से जांच टीम आई थी. जिसके बाद निर्देश मिलने के बाद स्थानीय प्रसाशन मिट्टी भरने का काम शुरू किया था. लेकिन लॉकडाउन से काम बंद हो गया, तब से काम बंद है.

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