भागलपुर: चुनाव आयोग ने कोरोना काल में बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को संपन्न कराने का निर्णय लिया है. जिसको लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं. जिसका अनुपालन कराने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल को भी लगाया गया है. निगरानी के लिए विशेष दल गठित की गई है. बावजूद इसके पहले चरण के लिए होने वाले मतदान को लेकर किए गए नामांकन के दौरान कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गई.
नॉमिनेशन के दौरान समर्थक प्रतिबंधित क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में एक जगह जमा होकर नारेबाजी कर रहे थे. साथ ही साथ बिना मास्क लगाए एक-दूसरे से बात कर रहे थे. नियमों का अनुपालन कराने के लिए जिस पुलिस बल को लगाया गया था वह भी भीड़ का हिस्सा बनती नजर आई. न कोई सख्ती और न किसी प्रकार की कार्रवाई होती दिखी.
आयोग ने जारी की गाइडलाइन
देशभर में लाखों लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. इसके बावजूद नामांकन प्रक्रिया के दौरान लोगों ने कोरोना के नियमों का पालन नहीं किया और ना ही किसी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा उसका पालन करवाया गया. नामांकन करने आए प्रत्याशियों और समर्थकों ने कोविड-19 का जमकर उल्लंघन किया. उम्मीदवार के साथ हुजूम चलता रहा. जिस कारण बाजारों में घंटों जाम लगा.
तेजी से बढ़ रहा संक्रमण
बता दें कि राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से जारी रिपोर्ट में जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 7685 से अधिक हो गया है. वहीं अब तक 64 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या 7244 है. वर्तमान में संक्रमण के शिकार 365 लोग हैं. विधानसभा चुनाव में पोलिंग ऑफिसर के रूप में प्रतिनियुक्त एक महिला कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. 3 अक्टूबर को वह सीएमएस हाई स्कूल के हॉल में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी थी. इतना कुछ होने के बाद बाद भी पुलिस प्रशासन के सामने ही लोग नियमों की धज्जियां उड़ाते रहे. लेकिन किसी पर कार्रवाई तो छोड़िए समझाने की कोशिश तक नहीं की गई.