भागलपुरः कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने शहर के सभी रैन बसेरे का शनिवार की देर रात औचक निरीक्षण किया. इस दौरान वे ततारपुर स्थित नगर निगम के गोदाम के रैन बसेरा पहुंचे. यहां पेयजल व्यवस्था, बेड, कंबल, चादर और शौचालय की स्थिति देखकर विधायक नाराज हो गए. उन्होंने मौके पर मौजूद केयरटेकर को जमकर फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द सुधार के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से इसकी जांच करने की अपील की है.
सुविधाओं का घोर अभाव
भागलपुर में रात का पारा 10 डिग्री से नीचे रह रहा है. नगर निगम ने शहर के रैन बसेरों को अब तक रहने लायक नहीं बनाया है. निगम क्षेत्र में 7 रेन बसेरा है. कांग्रेस विधायक ने बताया कि जब में नगर निगम के गोदाम स्थित रैन बसेरा पहुंचा तो वहां निचले तल पर ताला लगा हुआ था. साथ ही गोदाम में चूना, ब्लीचिंग पाउडर सहित अन्य सामान रखा हुआ था. वहीं दूसरे तल पर लोगों की सुविधा के लिए चौकी, तकिया, कंबल की सुविधा तो दिखाई दी. लेकिन साफई का घोर अभाव देखने को मिला.
"मैं पटना में था वापस लौटा तो सूचना मिली कि नगर निगम के रैन बसेरे में कोई व्यवस्था नहीं है. इसके बाद मैं खुद इसकी जांच करने निकल पड़ा. यहां आया तो सभी शिकायतें सही मिली. नगर निगम के कोतवाली चौक स्थित रैन बसेरे में ताला लटका हुआ मिला. वहीं नगर निगम के सबसे हाईटेक रेन बसेरे के निचले तल पर निगम प्रशासन ने अतिक्रमण किया है."- अजीत शर्मा, कांग्रेस विधायक
अधिकारियों की लापरवाही
कांग्रेस विधायक दल के नेता ने बताया कि नगर निगम के सबसे हाईटेक रेन बसेरे के दूसरे तले पर दो तीन लोगर सो रहे थे. उनसे बातचीत में पता चला कि उन्हें खाना पीना नहीं मिला है. अजीत शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. साथ ही लापरवाही बरत रहे अधिकारियों पर कार्रवाई करना चाहिए. अधिकारियों की लापरवाही की वजह से लोगों तक किसी सुविधा का लाभ नहीं पहुंच पा रहा है.
फेल साबित हो रहे निगम के दावे
बता दें कि शहर में सात जगह बरारी, मायागंज अस्पताल के सामने, कटहलबाड़ी, बड़ी खंजरपुर, घंटाघरस कोतवाली चौक और नाथनगर में रेन बसेरा है. शहर में इलाज के लिए आए मरीज के परिजन, रिक्शा ठेला और ऑटो चलाने वाले, फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले रोज करीब 4,000 लोग ऐसे हैं जिन्हें ठंड में रात गुजारने के लिए छत की जरूरत होती है. नगर निगम गोदाम स्थित तीन मंजिला रैन बसेरा का निर्माण होने के बाद इसका उद्घाटन नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने 1 साल पहले किया था. इसके निर्माण में 48,94,895 रुपये खर्च किए गए हैं. इसके बावजूद यहां की व्यवस्था नगर निगम प्रशासन के दावे की पोल खोल रही है.