भागलपुर: सीएम के आगमन को लेकर सांसद, विधायक और जिला अधिकारियों की टीम तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे. सीएम नीतीश कुमार के आने की घोषणा होते ही वरीय पदाधिकारियों का स्थल पर आना-जाना शुरू हो गया.
स्थल तक बनाया गया रास्ता
बता दें जहां पर पुरातत्व अवशेष मिले हैं, वहां का रास्ता जयरामपुर गांव से 2 किलोमीटर की दूरी पर है. रास्ता इतना कठिन है कि साइकिल और मोटरसाइकिल से भी जाना खतरे से खाली नहीं होता है. काफी कठिनाई होती है. लेकिन सीएम के आने की सूचना के साथ ही जयरामपुर गांव से पुरातत्व अवशेष स्थल तक चार चक्का ले जाने के लिए रास्ता बना दिया गया है.
मुख्यमंत्री करेंगे अवलोकन
जिस जगह पुरातत्व अवशेष मिले हैं. वहां सीधे कोसी नदी की धार है. ग्रामीणों के सहयोग से रस्सी बांधकर नदी के ऊपर खोदकर पुरातत्व अवशेष को निकाला गया है. हल्की सी चूक हुई कि जान भी देनी पड़ सकती थी. उसी स्थल का आज अवलोकन करने माननीय मुख्यमंत्री बिहार सरकार नीतीश कुमार नदी किनारे आएंगे. हालांकि उनके हेलीकॉप्टर के उतरने के लिए हेलीपैड भी बना दिया गया है.
पुलिस बल तैनात
ग्रामीणों का मानना है कि यहां पर विश्वामित्र का इस रास्ते से आना-जाना हुआ करता था. यह इलाका महाभारत के विश्वामित्र से जुड़े तार को दर्शाता है. वहीं मुख्यमंत्री के आने की सूचना से इलाके में खलबली मच गई है. पुलिस प्रशासन और वरीय पदाधिकारी भागलपुर जिला के द्वारा 31 जगहों पर दंडाधिकारी और पुलिस तैनात कर दिया गया है.