भागलपुर: जिले में नगर निगम पार्षद और नगर आयुक्त के बीच विवाद का मामला शांत होता नजर नहीं आ रहा है. मंगलवार को फिर पार्षदों ने नगर आयुक्त के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की. जबकि 2 सप्ताह पूर्व ही नगर निगम के सभी पार्षदों ने नगर आयुक्त जे प्रियदर्शनी के रवैये के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था.
उस समय धरना स्थल पर नगर आयुक्त ने स्वयं पहुंचकर नाराज पार्षदों से बातचीत कर मामले को शांत किया था. साथ ही पार्षदों के लिए रोजाना दोपहर 12 से 1 बजे तक मिलने का समय निर्धारित किया. लेकिन बीते कई दिनों से नगर आयुक्त अपने दफ्तर में निर्धारित समय पर उपस्थित नहीं हो रही हैं. मंगलवार को करीब एक दर्जन पार्षद नगर आयुक्त से मिलने के लिए पहुंचे तो नगर आयुक्त अपने दफ्तर में नहीं थीं. जिससे पार्षद नाराज हो गए और फिर से आंदोलन की चेतावनी दे दी.
आयुक्त के रवैये से शहर का विकास कार्य हो रहा प्रभावित
नगर आयुक्त से मिलने पहुंचे वार्ड नंबर 27 के पार्षद उमर चांद ने बताया कि स्वयं मिलने का समय निर्धारित कर नगर आयुक्त गायब हैं. आयुक्त के इस रवैये से शहर का विकास कार्य प्रभावित हो रहा है. इसके अलावा नगर निगम के आंतरिक संसाधन में जो पैसा है उसको बिना बोर्ड की सहमति से खर्च किया गया है. साथ ही कई विभागों की गई बहाली में अनियमितता बरती गई है. जिसके खिलाफ हम लोग फिर से धरना पर बैठेंगे.
2 सप्ताह पूर्व ही नगर आयुक्त के खिलाफ हुआ था धरना प्रदर्शन
बता दें कि 2 सप्ताह पूर्व ही नगर आयुक्त जे प्रियदर्शनी के दफ्तर के सामने मेयर सीमा साहा, डिप्टी मेयर राजेश वर्मा सहित निगम के सभी पार्षदों ने धरना दिया था. दिनभर चले धरना प्रदर्शन के बाद शाम को नगर आयुक्त ने मौके पर पहुंचकर सभी की नाराजगी दूर करते हुए कार्यों में सुधार लाने का आश्वासन दिया था. जिसके बाद पार्षदों ने धरना को समाप्त किया था.