भागलपुरः बिहार के भागलपुर में अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य देने की तैयारी (First Arghya of Chhath Puja) पूरी हो गई है. भागलपुर के तिलकामांझी सुरखीकल मिश्रा टोला की रहने वाली संध्या मिश्रा ने बताया कि वह इस बार 121 सूप की पूजा कर रही है. भारतवर्ष के कई राज्यों के 62 परिवारों का सूप है, जिसमें बेंगलुरु, रांची, नागपुर, पटना, देवघर के अलावे कई राज्यों के परिवारों का सूप शामिल है.
कोरोना काल में मेरी तबीयत खराब होने पर भी नहीं छोड़ाः बताते चलें कि सुर्खिर्कल मिश्रा टोला की रहने वाली संध्या मिश्रा विगत 34 वर्षों से लगातार सबसे ज्यादा सूप की पूजा करती आ रही है.उन्होंने बताया कि कोरोना काल में मेरी तबीयत खराब हो गई थी फिर भी मैंने छठ पर्व का व्रत नहीं छोड़ा. पिछले साल ऑपरेशन भी हुआ था. फिर भी मैंने छठ व्रत को किया और इतने वर्षों से लगातार मैं सैकड़ों सुपों की पूजा करती आ रही हूं. यह सूर्य भगवान और छठी मैया का ही वरदान है. छठ पर्व को लेकर पकवान बनाने शुरू हो गए हैं.
''महापर्व छठ को लेकर पकवान बनने शुरू हो गए हैं, जिसमें कई युवतियां व महिलाएं पूरे नेम निष्ठा व शुद्धता के साथ पकवान बनाने में लगी हुई हैं, ठेकुआ और चावल का लड्डू छठ पर्व पर विशेष रूप से प्रसाद के तौर पर तैयार किया जाता है''. संध्या मिश्रा, छठ व्रती, भागलपुर
'' छठ पर्व प्रकृति से जुड़ा पर्व है. हरे बांस का बना सूप, डाला, मिट्टी का चूल्हा, आम की लकड़ी, कबरंगा सुथनी जैसे कई ऐसे दुर्लभ चीज हैं जो हमें प्रकृति से जोड़ती है. सबसे बड़ी बात है कि हम लोगों का परिवार पूरे भारतवर्ष में कई राज्यों में रहता है. काफी नेम निष्ठा से छठ का पर्व मनाते हैं.'' निधि मिश्रा, छठ व्रती की सहयोगी
छठ पूजा का तीसरा दिन
छठ पूजा का संध्या अर्घ्य 2022: 30 अक्टूबर, रविवार
सूर्यास्त: शाम 05 बजकर 38 मिनट पर
सुकर्मा योग: प्रात: काल से शाम 07 बजकर 16 मिनट तक
धृति योग: शाम 07 बजकर 16 मिनट से अगली सुबह तक
रवि योग: सुबह 07:26 बजे से अगले दिन सुबह 05:48 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 06:31 बजे से सुबह 07:26 बजे तक