भागलपुर(रंगरा): नवगगछिया अनुमंडल के रंगरा अंचल कार्यालय से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. करीब 7 माह पहले मंदरौनी निवासी भगत निषाद के घर मे आग लग गयी थी. मुआवजे के लिए भगत निषाद लगातार अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते रहे. उन्हें तीन बार चेक भी मिला गया लेकिन चेक सही नहीं था. कभी उनके नाम में गड़बड़ी कर दी गई तो कभी टाइटल ठीक-ठाक नहीं डाला गया. अब जब चौथी बार जब भगत निषाद को चेक मिला है तो इस चेक पर चेक निर्गत की तिथि के जगह पर 27 जून 2022 लिख दिया गया है.
मामले पर पीड़ित निषाद ने बताया कि उन्हें 9800 रुपये का चेक मिलना है. हाल में मिले चेक को लेकर जब बैंक गए तो बैंक कर्मियों ने उन्हें कहा कि आप 2 वर्ष के बाद 2022 में आना. उस समय आपको पैसा मिलेगा क्योंकि इस पर 27 जून 2022 डेट लिख दिया गया है. ऐसे में वह मायूस होकर अपने घर लौट गए. पीड़ित ने कहा कि जानबूझकर उनके साथ तीन बार पहले भी चेक देने में गड़बड़ी की गई.
पीड़ित ने लगाया आरोप
भगत निषाद की मानें तो विभागीय लापरवाही का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है. तीनों बार उनके नाम में गड़बड़ी कर दी गई. जिसके कारण उनकी रकम बैंक से नहीं निकाली जा सकी. चौथी बार उन्हें उम्मीद थी कि इस बार सब कुछ ठीक-ठाक होगा लेकिन इस बार भी चेक में गड़बड़ी ही है. भगत निषाद ने कहा कि अंचल कार्यालय दौड़ने में भी उनके काफी पैसे खर्च हो गए.
क्या कहते हैं मुखिया?
मंदरौनी पंचायत के मुखिया अजीत कुमार सिंह उर्फ मुन्ना ने बताया कि भगत निषाद को पहले भी तीन बार चेक दिया गया लेकिन तीनों बार गलत चेक मिला. उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. इन दिनों वह मुआवजे की आस में रोज अंचल कार्यालय के चक्कर काट रहा है. पदाधिकारी जानबूझकर इस तरह की गलती कर रहे हैं ताकि पीड़ित को ज्यादा दिक्कत हो और वह रकम लेने से मना कर दे.
मामले पर अंचलाधिकारी की सफाई
पूरे मामले पर रंगरा के अंचलाधिकारी जीतेंद्र राम ने अलग तर्क देते हुए गलती का ठीकरा नाजिर पर फोड़ दिया. उन्होंने कहा कि चेक पर गलती कार्यालय के नाजिर की ओर से की गई होगी. वे मामले की जांच कर जल्द से जल्द की पीड़ित को मुआवजे की रकम दिलाने की कोशिश करेंगे.