भागलपुर: बिहार में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) चल रहा है. बुधवार को तीसरे चरण में होने वाले चुनाव के लिए नामांकन (Nomination For Panchayat Election) का आखिरी दिन है. भागलपुर के सनहौला प्रखंड में भी तीसरे चरण में चुनाव होगा. यहां पांच दिन में 5593 लोगों ने अपना नामांकन कराया है.
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भागलपुर में पंचायत चुनाव की सरगर्मी ने जोर पकड़ लिया है. लोग प्रत्याशी के जीत हार को लेकर गली मोहल्ले से लेकर चौक-चौराहे पर समीकरण लगा रहे हैं. लोग जाति, विकास और भीड़ के आधार पर हार-जीत का समीकरण तय कर रहे हैं. ऐसे में चुनाव में भाग्य आजमाने वाले वर्तमान प्रतिनिधि से लेकर अन्य प्रत्याशी नामांकन जुलूस में भीड़ जुटाकर विरोधियों को अपनी ताकत दिखा रहे हैं.
नामांकन के दौरान जिसकी जितनी भीड़ दिख रही है वह अपने आप को उतना ही मजबूत बता रहा है. सनहौला प्रखंड में तीसरे चरण में होने वाले मतदान को लेकर नामांकन के पांचवे दिन मंगलवार को 2114 प्रत्याशियों ने विभिन्न पदों के लिए पर्चा दाखिल कराया. इसके साथ ही नामांकन करने वालों की कुल संख्या बढ़कर 5593 हो गई है.
कमालपुर श्रीचक पंचायत की पूर्व मुखिया संजीदा खातून हजारों लोगों के जुलूस के साथ प्रखंड कार्यालय पहुंचीं. जुलूस में ढोल नगाड़े पर समर्थक झूम रहे थे. मुखिया ने इस बहाने अपने विरोधी को दमखम दिखाया. इसके बाद भुड़िया महियामा पंचायत की निवर्तमान मुखिया सुलेखा देवी भी हजारों लोगों की भीड़ के साथ नामांकन दाखिल कराने प्रखंड कार्यालय पहुंचीं. इससे पहले सुलेखा देवी ने अपने क्षेत्र का भ्रमण भी किया.
माधवपुर बथानी पंचायत के निवर्तमान मुखिया मंजर आलम भी भीड़ लेकर प्रखंड कार्यालय पहुंचे. सनहौला पंचायत की निशा देवी ने भी सैकड़ों लोगों की भीड़ के साथ नामांकन दाखिल किया. बनियाडीह पंचायत के निवर्तमान मुखिया जगत चौधरी ने भी पर्चा दाखिल कर फिर से दावेदारी पेश की. इस दौरान कार्यालय परिसर के बाहर करीब 10-15 हजार लोगों की भीड़ जमा थी. लोग अबीर-गुलाल लगाकर और पटाखे फोड़कर अपने प्रत्याशी के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को समय-समय पर बल प्रयोग करना पड़ रहा था.
माधवपुर बथानी पंचायत के निवर्तमान मुखिया मंजर आलम ने अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा, '5 साल में मैंने पंचायत में जो काम किया है, उसे जनता ने देखा है. यदि मैं फिर से निर्वाचित होता हूं तो सबसे पहले पंचायत सरकार भवन बनवाऊंगा ताकि पंचायत के लोगों को किसी काम के लिए प्रखंड कार्यालय नहीं जाना पड़े.'
भुढ़िया महियामा पंचायत की निवर्तमान मुखिया सुलेखा देवी ने कहा, 'मैंने अपने पंचायत में हर घर नल जल योजना का काम गुणवत्ता पूर्ण तरीके से किया है. गली-गली में सड़क और नाले का निर्माण किया है. लोगों ने विकास देखा है. यदि लोग फिर से मुझे मौका देते हैं तो जो बचे हुए काम हैं उन्हें सबसे पहले पूरा करूंगी.'
"मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य अपने पंचायत में गेरुआ और गहरा नदी पर डैम बनवाने का है. इसके लिए प्रयासरत रहूंगा. डैम बनवाने का काम पंचायत स्तर से नहीं हो सकता है, लेकिन फिर भी पंचायत प्रतिनिधि होने के नाते इसके लिए प्रयास करूंगा. यदि दोनों नदी पर डैम बन जाते हैं तो प्रखंड के लगभग 8 से 9 पंचायत के किसान लाभान्वित होंगे."- राजकुमार, मुखिया प्रत्याशी
"मेरा लक्ष्य घर-घर शिक्षा का अलख जगाना है. स्कूल और मदरसा की स्थिति को सुधारना है. शिक्षक नियमित रूप से स्कूल आएं इसके लिए आवाज उठाऊंगी. गली-गली में सड़क का जाल बिछाना भी मेरा लक्ष्य है."- संजीदा खातून, पूर्व मुखिया, कमालपुर श्रीचक पंचायत
"15 साल तक मैं मुखिया रहा. पिछले चुनाव में हार गया था. लोगों ने 5 साल वर्तमान मुखिया का काम देखा है. लोग 15 साल के मेरे काम को भी जानते हैं. अब लोग समझ गए हैं कि किस तरह से विकास कार्य हो सकता है. इस बार यदि मैं निर्वाचित होता हूं तो पंचायत के गरीब और वंचित लोगों को सरकारी लाभ हर हाल में दिलाऊंगा."- मोहम्मद मुश्ताक, मुखिया प्रत्याशी
"सनहौला पंचायत प्रखंड का मुख्यालय है, लेकिन यहां जैसा विकास होना चाहिए था नहीं हुआ. यदि मेरी पत्नी निर्वाचित होती हैं तो पंचायत में सबसे पहले एक डिग्री कॉलेज खोलने की पहल की जाएगी."- राकेश यादव, सनहौला पंचायत से मुखिया प्रत्याशी के पति
"यही मैं निर्वाचित होती हूं तो पंचायत में विकास करूंगी. पंचायत में सड़क, नाली और पेयजल की समस्या है. इसे दुरुस्त करूंगी."- नुसरत परवीन, मुखिया प्रत्याशी
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