भागलपुर: प्रदेश के कई जिले भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में है. बाढ़ को लेकर पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा मंत्री विनोद सिंह कुशवाहा ने कहा कि बिहार हर वर्ष बाढ़ की मार झेलता है. प्रदेश में गंगा, कोसी और महानंदा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के साथ ही जुलाई-अगस्त में बाढ़ आ जाती है. बाढ़ पीड़ितों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि चिंता करने की जरूरत नहीं है, सरकार हर तरह से मदद कर रही है. जरुरत पड़ी तो केंद्र भी बिहार सरकार को इस कार्य में मदद करेगी.
मंत्री विनोद सिंह ने कहा कि उत्तर बिहार नेपाल के पानी से बाढ़ की त्रासदी झेलती है. दूसरी तरफ अन्य जिले गंगा और कोसी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण बाढ़ से प्रभावित होते हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य बाढ़ की विभीषिका झेल रही है. इससे निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से कमर कस चुकी है.
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'बाढ़ प्रभावित घबराएं नहीं'
मंत्री विनोद सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर चुके हैं. प्रभावित परिवार के लिए 6000 रुपये की व्यवस्था करने का निर्देश सभी जिलाधिकारी को दिया गया है. लोगों को आश्वासन देते हुए विनोद सिंह ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. बिहार सरकार बाढ़ से निपटने के लिए काम कर रही है. जरूरत पड़ने पर केंद्र सरकार से मदद मांगी जाएगी.
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24 घंटे अलर्ट पर जिलाधिकारी
वहीं, पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषिदेव ने बताया कि सीएम ने बाढ़ प्रभावित जिले के जिलाधिकारी को जरूरी निर्देश दिए हैं. सभी जिलाधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पर पैनी नजर रखने का भी निर्देश जारी किया गया है. बाढ़ से प्रभावित परिवार के रहने, खाने से लेकर लाइट की व्यवस्था करने की बात कही गई है. मंत्री ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि सरकार बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.