भागलपुर: जिले में गंगा और कोसी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. बाढ़ का पानी जिले के निचले और गंगा-कोसी के तटवर्ती इलाकों में फैलने लगा है. जिले में अब तक 22 पंचायत के 63 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या लगभग 70 हजार हो गई है. प्रभावित इलाकों में 57 नावों का परिचालन कराया जा रहा है. वहीं अब तक 16 हजार परिवार को सूखा राशन वितरण किया गया है.
बाढ़ से प्रभावित परिवार पलायन कर ऊंचे स्थानों पर जा रहे हैं. जिले में बाढ़ से अब तक 16 हजार हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो चुकी है. बाढ़ का पानी अब शहरी इलाकों में भी फैलने लगा है. बूढ़ानाथ, मानिक सरकार घाट, बरारी सहित सबौर के बाबूपुर मोड़ तक पानी फैल गया है. जिसको देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड में है.
'राहत सामग्री का कराया जा रहा वितरण'
एडीएम राजेश झा राजा ने कहा कि जिला प्रशासन जून महीने से ही बाढ़ की तैयारी में जुट गया था. अभी प्रभावित इलाके में अंचल अधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी को लगाया गया है. वह लगातार इलाकों में मॉनिटरिंग कर रहे हैं. वहीं पीड़ित परिवार के लिए राहत सामग्री का भी वितरण कराया जा रहा है. कई ऊंचे स्थानों पर पीड़ित परिवार को रखा गया है. इसके अलावा इस बार कोरोनावायरस को देखते हुए शारीरिक दूरी का पालन भी कराया जाना है, ऐसे में एक राहत शिविर में एक जगह केवल 5 लोगों को ही रहने दिया रहा है.
लगातार बढ़ रहा है गंगा का जलस्तर
एडीएम ने कहा कि अधिक संख्या में राहत शिविर को बनाया गया है और कई स्थानों को चिन्हित भी किया गया है. जरूरत पड़ने पर उसका भी उपयोग किया जाएगा. बता दें कि भागलपुर में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. बीते 24 घंटे में 2 सेंटीमीटर की दर से बढ़ा है. केंद्रीय जल आयोग का अनुमान है कि अगले 22 घंटे में जिला स्तर की वृद्धि की रफ्तार में कमी आएगी. शुक्रवार को हनुमान घाट पर गंगा का जलस्तर 34. 28 मीटर पर बह रही थी.