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भागलपुर: प्रधान सचिव ने एरियल सर्वे कर जाना बाढ़ प्रभावित इलाकों का हाल

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Published : Oct 8, 2019, 8:14 AM IST

सीएम नीतीश कुमार के निर्देश के बाद प्रधान सचिव चंचल कुमार भागलपुर और कटिहार के प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना किया. उन्होंने राहत कैंपों का भी जायजा लिया.

प्रधान सचिव

भागलपुर: सीएम नीतीश कुमार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सर्वेक्षण के बाद उनके प्रधान सचिव चंचल कुमार ने राहत कैंपों का जायजा लिया. प्रधान सचिव चंचल कुमार ने भागलपुर पहुंचकर यहां के डीएम और कटिहार के डीएम के साथ हवाई सर्वेक्षण कर प्रभावित इलाकों का जायजा लिया.

प्रधान सचिव ने दी जानकारी
प्रधान सचिव चंचल कुमार हवाई सर्वेक्षण से लौट कर मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कई जगह पानी कम हो रहे हैं. कहीं-कहीं 10 सेंटीमीटर रोज पानी कम हो रहा है. कई इलाके ऐसे भी हैं, जहां अभी भी पानी जमा हुआ है. प्रधान सचिव ने बताया कि पानी जमा होने के कारण कई जगहों पर सड़कें टूट गई हैं.

bhagalpur
हेलिकॉप्टर से उतरते प्रधान सचिव

'बंट रही है राहत सामग्री'
भागलपुर के पीरपैंती प्रखंड के बारे में जानकारी देते हुए प्रधान सचिव ने कहा कि वहां कई इलाके ऐसे हैं, जहां पर जिलाधिकारी की ओर से राहत सामग्री बांटी जा रही है. कुछ जगहों पर नाव और सड़क के माध्यम से प्रभावितों तक राहत पहुंचाई जा रही है.

प्रभावित इलाकों में कैंटीन की सुविधा
मीडिया से बातचीत में प्रधान सचिव चंचल कुमार ने कहा कि हम लोग दो तरह से प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं. पहला, यदि पीड़ित परिवार अपने घर पर रह सकते हैं और उन्हें खाने-पीने की दिक्कत हो तो उनके लिए कैंटीन की व्यवस्था की गई है. वहां से लोग खाना खा सकते हैं.

bhagalpur
अधिकारियों से बात करते प्रधान सचिव चंचल कुमार

राहत कैंप में मवेशी रखने की भी सुविधा
वहीं, दूसरे राहत कैंप में प्रभावित लोग अपने मवेशी के साथ भी रह सकते हैं. जहां खाने-पीने, पशु चारा, दवाई सहित अन्य व्यवस्था की गई है. प्रधान सचिव चंचल कुमार ने बताया कि कई लोग ऐसे भी हैं, जो पशु छोड़कर जाना नहीं चाहते हैं और दूरदराज इलाके में फंसे हुए हैं. उन्होंने कहा कि वहां तक हम लोग सूखा राशन पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं और कई जगह पहुंचाया भी जा रहा है.

भागलपुर आने का मकसद?
चंचल कुमार ने कहा कि यहां आने का मकसद सिर्फ लोगों तक सुविधा पहुंचाना है. जितने भी प्रभावित हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो, इसके लिए वह पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रहे हैं.

bhagalpur
हवाई सर्वेक्षण के लिए जाते अधिकारी

बाढ़ के बाद होगा आंकलन
प्रधान सचिव चंचल कुमार ने कहा कि अभी प्रभावित परिवार तक राहत पहुंचाई जा रही है. बाढ़ खत्म होते ही क्षति का आंकलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस तबाही से कितना नुकसान हुआ है. उसका फिर से निरीक्षण करेंगे. इसके लिए 3 दिन और रुकने का तय हुआ है. जिसमें वे नवगछिया, कटिहार जैसे प्रभावित इलाकों का फिर से जायजा लेंगे.

क्या है मामला?
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, कटिहार और पूर्णिया के आस पास के इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया था. जिसके बाद वह पटना पहुंचकर अधिकारियों को तेजी से राहत पहुंचाने का आदेश दिया. इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने अपने प्रधान सचिव चंचल कुमार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत कैंपों की मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया था.

पेश है रिपोर्ट

सीएम के आदेश पर कार्य
आपको बता दें कि सीएम नीतीश कुमार के निर्देश के बाद प्रधान सचिव चंचल कुमार भागलपुर और कटिहार के प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना किए. उन्होंने राहत कैंपों का भी जायजा लिया. इस दौरान चंचल कुमार के साथ कटिहार और भागलपुर के डीएम सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.

भागलपुर: सीएम नीतीश कुमार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सर्वेक्षण के बाद उनके प्रधान सचिव चंचल कुमार ने राहत कैंपों का जायजा लिया. प्रधान सचिव चंचल कुमार ने भागलपुर पहुंचकर यहां के डीएम और कटिहार के डीएम के साथ हवाई सर्वेक्षण कर प्रभावित इलाकों का जायजा लिया.

प्रधान सचिव ने दी जानकारी
प्रधान सचिव चंचल कुमार हवाई सर्वेक्षण से लौट कर मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कई जगह पानी कम हो रहे हैं. कहीं-कहीं 10 सेंटीमीटर रोज पानी कम हो रहा है. कई इलाके ऐसे भी हैं, जहां अभी भी पानी जमा हुआ है. प्रधान सचिव ने बताया कि पानी जमा होने के कारण कई जगहों पर सड़कें टूट गई हैं.

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हेलिकॉप्टर से उतरते प्रधान सचिव

'बंट रही है राहत सामग्री'
भागलपुर के पीरपैंती प्रखंड के बारे में जानकारी देते हुए प्रधान सचिव ने कहा कि वहां कई इलाके ऐसे हैं, जहां पर जिलाधिकारी की ओर से राहत सामग्री बांटी जा रही है. कुछ जगहों पर नाव और सड़क के माध्यम से प्रभावितों तक राहत पहुंचाई जा रही है.

प्रभावित इलाकों में कैंटीन की सुविधा
मीडिया से बातचीत में प्रधान सचिव चंचल कुमार ने कहा कि हम लोग दो तरह से प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं. पहला, यदि पीड़ित परिवार अपने घर पर रह सकते हैं और उन्हें खाने-पीने की दिक्कत हो तो उनके लिए कैंटीन की व्यवस्था की गई है. वहां से लोग खाना खा सकते हैं.

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अधिकारियों से बात करते प्रधान सचिव चंचल कुमार

राहत कैंप में मवेशी रखने की भी सुविधा
वहीं, दूसरे राहत कैंप में प्रभावित लोग अपने मवेशी के साथ भी रह सकते हैं. जहां खाने-पीने, पशु चारा, दवाई सहित अन्य व्यवस्था की गई है. प्रधान सचिव चंचल कुमार ने बताया कि कई लोग ऐसे भी हैं, जो पशु छोड़कर जाना नहीं चाहते हैं और दूरदराज इलाके में फंसे हुए हैं. उन्होंने कहा कि वहां तक हम लोग सूखा राशन पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं और कई जगह पहुंचाया भी जा रहा है.

भागलपुर आने का मकसद?
चंचल कुमार ने कहा कि यहां आने का मकसद सिर्फ लोगों तक सुविधा पहुंचाना है. जितने भी प्रभावित हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो, इसके लिए वह पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रहे हैं.

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हवाई सर्वेक्षण के लिए जाते अधिकारी

बाढ़ के बाद होगा आंकलन
प्रधान सचिव चंचल कुमार ने कहा कि अभी प्रभावित परिवार तक राहत पहुंचाई जा रही है. बाढ़ खत्म होते ही क्षति का आंकलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस तबाही से कितना नुकसान हुआ है. उसका फिर से निरीक्षण करेंगे. इसके लिए 3 दिन और रुकने का तय हुआ है. जिसमें वे नवगछिया, कटिहार जैसे प्रभावित इलाकों का फिर से जायजा लेंगे.

क्या है मामला?
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, कटिहार और पूर्णिया के आस पास के इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया था. जिसके बाद वह पटना पहुंचकर अधिकारियों को तेजी से राहत पहुंचाने का आदेश दिया. इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने अपने प्रधान सचिव चंचल कुमार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत कैंपों की मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया था.

पेश है रिपोर्ट

सीएम के आदेश पर कार्य
आपको बता दें कि सीएम नीतीश कुमार के निर्देश के बाद प्रधान सचिव चंचल कुमार भागलपुर और कटिहार के प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना किए. उन्होंने राहत कैंपों का भी जायजा लिया. इस दौरान चंचल कुमार के साथ कटिहार और भागलपुर के डीएम सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.

Intro:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल बेगूसराय ,खगड़िया ,भागलपुर कटिहार और पूर्णिया आसपास के क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था और पटना पहुंचने पर उन्होंने अपने अधिकारियों को तेजी गति से राहत और बचाव कार्य चलाने का निर्देश दिया था । उन्होंने अपने प्रधान सचिव चंचल कुमार को भागलपुर में चल रहे राहत कैंप और बचाव कार्य का खुद से मॉनिटरिंग करने का आदेश दिया था । मुख्यमंत्री के आदेश के आलोक में प्रधान सचिव आज भागलपुर पहुंचे । प्रधान सचिव भागलपुर और कटिहार डीएम के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण भी किया ।

मुख्यमंत्री के निजी सचिव चंचल कुमार भागलपुर के प्रभारी सचिव भी हैं ।

प्रधान सचिव दोपहर 3 बजे हवाई मार्ग से भागलपुर पहुंचे यहां उनकी अगुवाई भागलपुर डीएम प्रणव कुमार और कटिहार डीएम पूनम कुमारी ने की । इसके बाद प्रधान सचिव के साथ दोनो डीएम हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वेक्षण करने चले गए ।

प्रधान सचिव हवाई सर्वेक्षण से लौटने के बाद भागलपुर और कटिहार डीएम के साथ नवगछिया होते हुए कटिहार के आसपास इलाकों का निरीक्षण करने चले गए।

प्रधान सचिव भागलपुर में 3 दिनों तक रुकेंगे और जिले में चल रहे बाढ़ राहत कैंप का निरीक्षण करेंगे । वे नवगछिया, पीरपैंती सहित अन्य बाढ़ प्रभावित प्रखंड का सड़क मार्ग से निरीक्षण करेंगे ।


Body:प्रधान सचिव चंचल कुमार ने हवाई संरक्षण कर लौटने के बाद जानकारी दिया कि मैं यहां पर कटिहार और भागलपुर डीएम के साथ चर्चा करूंगा कि जिले में कितने राहत कैंप चल रहे हैं और कितने चलाने की जरूरत है ।.उन्होंने कहा कि हवाई सर्वेक्षण के दौरान देखा कि कई जगह पानी कम हो रहे हैं ,10 सेंटीमीटर रोज पानी कम हो रहे हैं । कई इलाके ऐसे भी हैं जहां अभी भी पानी जमा हुआ है ।.उन्होंने कहा कि पानी जमा होने के कारण कई जगह सड़क टूट गए हैं ।

भागलपुर के पीरपैंती प्रखंड के बारे में जानकारी देते हुए प्रधान सचिव ने कहा कि वहां कई इलाके ऐसे हैं जहां पर जिलाधिकारी द्वारा राहत सामग्री नाव के माध्यम से या अन्य किसी सड़क के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है ।वहां पहुंचने के लिए सड़क पूरी तरह टूट गई है ।

उन्होंने कहा कि 2 तरह से हम लोग प्रभावित लोगों को मदद कर रहे हैं ,
पहला यदि पीड़ित परिवार अपने घर पर रह सकते हैं उन्हें खाने-पीने की दिक्कत है तो हम लोग कैंटीन चला रहे हैं उस कैंटीन में वह खाना खाकर वापस जा सकते हैं ।.
दूसरा राहत कैंप चला रहे हैं जिसमें वह अपने मवेशी के साथ भी रह सकते हैं जहां खाने-पीने ,पशु चारा ,दवाई सहित अन्य व्यवस्था की गई है । उन्होंने कहा कि कई लोग ऐसे भी हैं जो पशु छोड़कर जाना नहीं चाहते हैं और दूरदराज इलाके में फंसे हुए हैं वहां तक हम लोग सूखा राशन पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं और पहुंचाया भी जा रहा है ।

उन्होंने कहा कि यहां आने का मकसद है कि प्रभावित लोगों को कम से कम असुविधा हो जितना अधिक से अधिक उन्हें सुविधा पहुंचाया जा सके वह पहुंचे ।

उन्होंने कहा कि अभी प्रभावित परिवार को हम लोग राहत दे रहे हैं ।जब बाढ़ समाप्त हो जाएगी सभी लोग वापस घर चले जाएंगे तब बाढ़ क्षति का आकलन किया जाएगा । जिले में कितना फसल नुकसान हुआ या और क्या-क्या नुकसान हुआ । उसके हिसाब से आकलन किया जाएगा ।उन्होंने कहा कि वे यहां 3 दिनों तक रुकेंगे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करेंगे इसके अलावा अलग-अलग राहत शिविर का भी निरीक्षण करेंगे ।


Conclusion:visual
byte - चंचल कुमार ( प्रधान सचिव बिहार )
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