भागलपुर: जिले में बच्चा चोरी कर बेचने के मामले में मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार गिरोह का सरगना फर्जी डॉक्टर विजय चौधरी समेत चार अरोपियों को जेल भेज दिया गया. जेल भेजे गए लोगों की पहचान बच्चा खरीदने वाली महिला मोतिहारी जिला निवासी शोभा देवी, बच्चा चोरी करने वाली मुंगेर जिला निवासी सारिका देवी, कल्पना देवी और एक अन्य नाबालिग है.
चाइल्डलाइन ने किया गिरोह का भंडाफोड़
बताया जा रहा है कि इस गिरोह के भांडाफोड़ में चाइल्डलाइन के सदस्यों काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इस बाबत चाइल्डलाइन टीम के सदस्यों का कहना है कि विगत 3 दिसंबर को मामला संज्ञान में आने के बाद घटना के छानबीन के दौरान सीसीटीवी फुटेज में इन तीनों आरोपित महिला का फोटो दिखा था. जिसके बाद महिला की पहचान कर दुबारा बच्चा चोरी कर भागते रंगे हाथ पकड़ा. इस दौरान 2 महिला को गिरफ्तार किया गया था और गिरफ्तार महिला की निशानदेही पर मुजफ्फरपुर से गिरोह के सरगना फर्जी डॉक्टर विजय कुमार को भी गिरफ्तार किया गया था.
माता-पिता को सौंपा गया बच्चा
इस मामले का भांडाफोड़ होने के बाद बरामद बच्चे को उसके माता-पिता को सौंप दिया गाया है. बच्चे की पहचान लखीसराय जिला अंतर्गत बलीपुर निवासी सुबीन कुमार के बेटे के रूप में हुई. इस, मामले पर बच्चे की मां सीता देवी ने बताया कि वह भागलपुर से लखीसराय जाने के लिए ट्रेन पकड़ने आई थी. टिकट लेने के लिए वह लाइन में खड़ी थी. बच्चा उसके आस-पास खेल रहा था. इसी दौरान अचानक बच्चा गायब हो गया. सीता देवी ने गिरफ्तार अरोपित महिला के बारे में बताया कि दोने महिला काफी देर से बच्चे के आस-पास घूम रही थी.
अलर्ट पर थी टीम- चाइल्डलाइन काउंसलर
इस बाबत चाइल्डलाइन काउंसलर वंदना कुमारी ने बताया कि विगत 3 तारीख को बच्चा गायब होने के बाद टीम अलर्ट पर थी. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बच्चा चोर महिलाओं का शिनाख्त कर छापेमारी किया जा रहा था. इसी क्रम में दोनों आरोपित महिला मायागंज मोहल्ले के रहने वाली कल्पना देवी के बच्चे को लेकर भाग रही थी. जिस दौरान टीम ने उसे पकड़ कर आरपीएफ के हवाले कर दिया था. जिसके बाद पुलिस ने पूछताछ कर गायब बच्चे को बरामद कर गिरोह का उद्भेदन किया था.