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भागलपुर में बाढ़ से 250 से ज्यादा गांव प्रभावित, सरकारी राहत के लिए दर-दर भटक रहे हैं पीड़ित - बाढ़ से प्रभावित इलाकों में 5 राहत कैंप

विधायक ने कहा कि 2 महीने पहले बैठक हुई थी. जिसमें उच्च अधिकारी की ओर से जिला प्रशासन को बाढ़ से पहले सारी तैयारी कर लेने का निर्देश दिया गया था. लेकिन उस निर्देश का पालन नहीं हुआ. बाढ़ के कारण उनके क्षेत्र की कई सड़कें पानी में डूब गई हैं.

250 गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित
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Published : Sep 28, 2019, 4:53 PM IST

भागलपुर: जिले में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. भागलपुर, कहलगांव और नवगछिया में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जिले के 16 ब्लॉक के 64 पंचायत के करीब 250 गांव पूरी तरह से बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ पीड़ितों के लिए जिला प्रशासन ने राहत शिविर लगाने के दावे किऐ हैं, लेकिन उसका असर नहीं दिख रहा है.

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बाढ़ से प्रभावित इलाका

भागलपुर नगर निगम के कई सरकारी स्कूल बाढ़ के पानी में डूब गए हैं. बाढ़ की वजह से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं, जिसमें 30 हजार पशु भी बाढ़ की चपेट में हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के प्रतिनिधि और पीड़ित डीएम से मिलने आ रहे हैं. डीएम से मिलकर उन्होंने जल्द से जल्द राहत मुहैया कराने की मांग की है.

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जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे बाढ़ पीड़ित

सड़क पर गुजारा कर रहे हैं लोग
नाथनगर के प्राथमिक विद्यालय लालूचक, सीएमएस स्कूल, मध्य विद्यालय उपकार छठ घाट, प्राथमिक विद्यालय दिलदार, पूर्व मध्य विद्यालय बैरिया समेत कई स्कूल पानी में डूबे हुए हैं. बाढ़ प्रभावित बबीता देवी हाथ में आवेदन लिए हुए डीएम से मिलने पहुंची थी. उन्होंने बताया कि वह सबौर प्रखंड की रहने वाली हैं और उनका गांव पूरी तरह से पानी में डूब गया है. गांव वाले बेघर हो गए हैं. मजबूरन लोगों को सड़क पर ही गुजारा करना पड़ रहा है. वहीं, प्रशासन की तरफ से अभी तक उनके गांव में कोई भी राहत नहीं पहुंचाई गई है. लगातार हो रही बारिश के कारण और तकलीफ बढ़ गई है.

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रामविलास पासवान, पीरपैंती विधायक

बाढ़ पीड़ितों ने की राहत शिविर की मांग
पिरपैंती विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामविलास पासवान भी बाढ़ प्रभावित परिवार को राहत मुहैया कराने को लेकर जिलाधिकारी से मिले. उन्होंने डीएम से मिलकर पिरपैंती क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाके में राहत शिविर की मांग की है. उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र के करीब 20 पंचायत बाढ़ प्रभावित हैं. वहां रह रहे परिवार के लिए खाने की व्यवस्था कराई जाए. पिरपैंती विधानसभा क्षेत्र हर साल बाढ़ की मार झेलता है. लेकिन इसके बाद भी अधिकारी इस मामले पर गौर नहीं करते.

bhagalpur
प्रणव कुमार, जिलाधिकारी

बाढ़ से प्रभावित इलाकों में 5 राहत कैंप
विधायक ने कहा कि 2 महीने पहले बैठक हुई थी. जिसमें उच्च अधिकारी की ओर से जिला प्रशासन को बाढ़ से पहले सारी तैयारी कर लेने का निर्देश दिया गया था. लेकिन उस निर्देश का पालन नहीं हुआ. बाढ़ के कारण उनके क्षेत्र की कई सड़कें पानी में डूब गई हैं. जिसके कारण आवागमन में परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें भागलपुर आने के लिए काफी घूम कर आना पड़ रहा है. इस दौरान कई बार जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है. वहीं, जिलाधिकारी प्रणब कुमार ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित इलाकों में 5 राहत कैंप चल रहे हैं. वहीं 8 अतिरिक्त कैंप का संचालन शुरू कर दिया गया है. सभी जगह रौशनी, भोजन आदि की व्यवस्था की गई है. साथ ही जिले में कई राहत कैंप का दौरा स्वयं कर जिलाधिकारी ने वहां की स्थिति का जायजा लिया है.

250 गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित

नांव परिचालन किया गया शुरू
नाथनगर के महाशय ड्योड़ी का कैंप स्कूल में और सबौर पंचायत सरकार भवन में राहत कैंप चल रहा है. सभी राहत कैंप में आईसीडीएस की तरफ से आंगनबाड़ी केंद्र चलाए जा रहे हैं. नगर निगम क्षेत्र में राहत कैंप में हर समय सफाई करवाई जा रही है. जहां शौचालय नहीं बना है वहां पर मोबाइल टॉयलेट पीएचईडी निगम स्थापित किए गए हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रखंड के पंचायतों में नांव परिचालन शुरू कर दिया गया है. साथ ही चूड़ा, गुड़ और पॉलिथीन आदि का वितरण किया जा रहा है.

भागलपुर: जिले में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. भागलपुर, कहलगांव और नवगछिया में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जिले के 16 ब्लॉक के 64 पंचायत के करीब 250 गांव पूरी तरह से बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ पीड़ितों के लिए जिला प्रशासन ने राहत शिविर लगाने के दावे किऐ हैं, लेकिन उसका असर नहीं दिख रहा है.

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बाढ़ से प्रभावित इलाका

भागलपुर नगर निगम के कई सरकारी स्कूल बाढ़ के पानी में डूब गए हैं. बाढ़ की वजह से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं, जिसमें 30 हजार पशु भी बाढ़ की चपेट में हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के प्रतिनिधि और पीड़ित डीएम से मिलने आ रहे हैं. डीएम से मिलकर उन्होंने जल्द से जल्द राहत मुहैया कराने की मांग की है.

bhagalpur
जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे बाढ़ पीड़ित

सड़क पर गुजारा कर रहे हैं लोग
नाथनगर के प्राथमिक विद्यालय लालूचक, सीएमएस स्कूल, मध्य विद्यालय उपकार छठ घाट, प्राथमिक विद्यालय दिलदार, पूर्व मध्य विद्यालय बैरिया समेत कई स्कूल पानी में डूबे हुए हैं. बाढ़ प्रभावित बबीता देवी हाथ में आवेदन लिए हुए डीएम से मिलने पहुंची थी. उन्होंने बताया कि वह सबौर प्रखंड की रहने वाली हैं और उनका गांव पूरी तरह से पानी में डूब गया है. गांव वाले बेघर हो गए हैं. मजबूरन लोगों को सड़क पर ही गुजारा करना पड़ रहा है. वहीं, प्रशासन की तरफ से अभी तक उनके गांव में कोई भी राहत नहीं पहुंचाई गई है. लगातार हो रही बारिश के कारण और तकलीफ बढ़ गई है.

bhagalpur
रामविलास पासवान, पीरपैंती विधायक

बाढ़ पीड़ितों ने की राहत शिविर की मांग
पिरपैंती विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामविलास पासवान भी बाढ़ प्रभावित परिवार को राहत मुहैया कराने को लेकर जिलाधिकारी से मिले. उन्होंने डीएम से मिलकर पिरपैंती क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाके में राहत शिविर की मांग की है. उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र के करीब 20 पंचायत बाढ़ प्रभावित हैं. वहां रह रहे परिवार के लिए खाने की व्यवस्था कराई जाए. पिरपैंती विधानसभा क्षेत्र हर साल बाढ़ की मार झेलता है. लेकिन इसके बाद भी अधिकारी इस मामले पर गौर नहीं करते.

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प्रणव कुमार, जिलाधिकारी

बाढ़ से प्रभावित इलाकों में 5 राहत कैंप
विधायक ने कहा कि 2 महीने पहले बैठक हुई थी. जिसमें उच्च अधिकारी की ओर से जिला प्रशासन को बाढ़ से पहले सारी तैयारी कर लेने का निर्देश दिया गया था. लेकिन उस निर्देश का पालन नहीं हुआ. बाढ़ के कारण उनके क्षेत्र की कई सड़कें पानी में डूब गई हैं. जिसके कारण आवागमन में परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें भागलपुर आने के लिए काफी घूम कर आना पड़ रहा है. इस दौरान कई बार जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है. वहीं, जिलाधिकारी प्रणब कुमार ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित इलाकों में 5 राहत कैंप चल रहे हैं. वहीं 8 अतिरिक्त कैंप का संचालन शुरू कर दिया गया है. सभी जगह रौशनी, भोजन आदि की व्यवस्था की गई है. साथ ही जिले में कई राहत कैंप का दौरा स्वयं कर जिलाधिकारी ने वहां की स्थिति का जायजा लिया है.

250 गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित

नांव परिचालन किया गया शुरू
नाथनगर के महाशय ड्योड़ी का कैंप स्कूल में और सबौर पंचायत सरकार भवन में राहत कैंप चल रहा है. सभी राहत कैंप में आईसीडीएस की तरफ से आंगनबाड़ी केंद्र चलाए जा रहे हैं. नगर निगम क्षेत्र में राहत कैंप में हर समय सफाई करवाई जा रही है. जहां शौचालय नहीं बना है वहां पर मोबाइल टॉयलेट पीएचईडी निगम स्थापित किए गए हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रखंड के पंचायतों में नांव परिचालन शुरू कर दिया गया है. साथ ही चूड़ा, गुड़ और पॉलिथीन आदि का वितरण किया जा रहा है.

Intro:जिले में बाढ़ का कहर जारी है ,भागलपुर ,कहलगांव और नवगछिया में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है , हालांकि कल से गंगा के बाहों में ठहरा हुई है । जिले के 16 ब्लॉक के 64 पंचायत के करीब 250 गांव पूरी तरह से बाढ़ प्रभावित हैं। बाढ़ पीड़ितों के लिए जिला प्रशासन ने राहत शिविर लगाने के दावे किऐ हैं लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के प्रतिनिधि और प्रभावित परिवार डीएम से मिलने आ रहे हैं । डीएम से मिलकर उन्हें जल्द से जल्द राहत मुहैया कराने की मांग की है।


16 ब्याव के 196434 लोग प्रभावित हुए हैं जबकि साईं 30115 पशु बाढ़ से पीड़ित हैं ।

भागलपुर नगर निगम के कई सरकारी स्कूल में बाढ़ के पानी में डूब गए हैं । नाथनगर के प्राथमिक विद्यालय लालूचक, सीएमएस स्कूल ,,मध्य विद्यालय उपकार छठ घाट, प्राथमिक विद्यालय दिलदार ,पूर्व मध्य विद्यालय बैरिया समेत कई स्कूल पानी में डूबे हुए हैं ।




Body:बाढ़ प्रभावित बबीता देवी हाथ में आवेदन लिए हुए डीएम से मिलने पहुंची थी उन्होंने बताया कि वह सबौर प्रखंड की रहने वाली है और उनका घर व गांव पूरी तरह से पानी में डूब गया है । वे बेघर हो गई है ,सड़क पर रह रही है लेकिन प्रशासन की तरफ से अभी तक उनके गांव में कोई भी रहने खाने पीने की व्यवस्था नहीं की गई है ,लगातार हो रही बारिश के कारण और तकलीफ बढ़ गई है ।

नूतन देवी ने बताया कि वे और उनके बाल बच्चे सड़क पर रह रहे है इसलिए आज डीएम साहब से मिलने आइए और फरियाद करने आई है कि उनके बाल बच्चे भूखे रह रहे हैं खाने को कुछ नहीं है कुछ व्यवस्था करें ।


पिरपैंती विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामविलास पासवान भी बाढ़ प्रभावित परिवार को राहत मुहैया कराने को लेकर जिलाधिकारी से मिले ।उन्होंने जिलाधिकारी से मिलकर पिरपैंती क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित परिवार के लिए खाने-पीने पशु चारा और लाइट की व्यवस्था कराने की मांग की है । उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र के करीब 20 पंचायत बाढ़ प्रभावित हैं । वहां रह रहे परिवार के लिए चूड़ा गुड़ की व्यवस्था कराई जाए । उन्होंने कहा कि पिरपैंती विधानसभा क्षेत्र हर वर्ष बाढ़ की विभीषिका का मार झेलता है लेकिन प्रशासन बाढ़ पूर्व कोई तैयारी नहीं करता है । उन्होंने कहा कि 1 से 2 महीने पहले एक बैठक हुई थी जिसमें उच्च अधिकारी द्वारा जिला प्रशासन को बाढ़ से पूर्व सारी तैयारी कर लेने का निर्देश दिया था लेकिन उस निर्देश का पालन नहीं हुआ । बाढ़ के कारण उनके क्षेत्र के कई सड़क कट गए हैं पानी में डूब गए हैं ,जिसके कारण आवाजाही में भी परेशानी हो रही है । उन्होंने कहा कि उन्हें भागलपुर आने के लिए काफी घूम कर आना पड़ रहा है ,इस दौरान जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है ।


जिलाधिकारी प्रणब कुमार ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित जगहों पर पांच राहत कैंप चल रहे हैं और 8 अतिरिक्त कैंप का संचालन शुरू कर दिया गया । सभी जगह रोशनी भोजन आदि की व्यवस्था की गई है । उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी जिले में कई राहत कैंप का दौरा कर वहां की स्थिति का जायजा लिया है । नाथनगर के महाशय ड्योड़ी का कैंप स्कूल में और सबौर पंचायत सरकार भवन में राहत कैंप चल रहा है । सभी राहत कैंप में आईसीडीएस की तरफ से आंगनवाड़ी केंद्र चलाए जा रहे हैं । नगर निगम क्षेत्र में राहत कैंप में 2 समय सफाई करवाई जा रही है । जहां शौचालय नहीं बना है वहां पर मोबाइल टॉयलेट पीएचईडी निगम स्थापित किए गए हैं । उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रखंड के पंचायतों में नाव परिचालन शुरू कर दिया गया है। चूड़ा - गुड़ और पॉलिथीन आदि का वितरण किया गया है ।


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byte - बबीता देवी (बाढ़ पीड़ित )
byte - नूतन देवी ( बाढ़ पीड़ित )
byte - रामविलास पासवान ( पीरपैंती विधायक )
byte - प्रणव कुमार ( जिलाधिकारी )
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