भागलपुरः बिहार के भागलपुर जिले से गुजरने वाली NH 80 लगभग दो दशक से बदहाल (NH80 is Bad condition in Bhagalpur) है. सबसे ज्यादक स्थिति खराब सबौर से कहलगांव के बीच की है. यहां की बदहाली ऐसी की 20 से 25 किलोमीटर के सफर करने के लिए कम से कम दो-तीन घंटे लगते हैं. जाम होने पर यह समय दो से तीन दिन में बदल जाता है. एनएच 80 सड़क के हालात में सुधार के लिए नबंबर के पहले सप्ताह में निर्माण कार्य शुरू होना था. वन व पर्यावरण विभाग से एनओसी नहीं मिला है. इस कारण अब काम शुरू होने में ही में कम से कम दो माह लगेगा. काम कब पूरा होगा यह कहना मुश्किल है.
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भागलपुर होकर गुजरने वाली एनएच 80 इसकी जीवन रेखा है. गंगा के किनारे होते हुए यह बिहार को फरक्का में बंगाल से जोड़ती है. भागलपुर जिला मुख्यालय से कहलगांव होते हुए झारखंड के साहेबगंज होते हुए सड़क बंगाल के फरक्का तक जाती है. पहले यह मार्ग राज्य सरकार के अधीन स्टेट हाइवे था. इसके महत्व को देखते हुए केंद्र सरकार ने 2001 में नेशनल हाइवे में बदल दिया. इसके बाद से कई सरकारें बदलीं लेकिन एनएच 80 की किस्मत जमीन पर नहीं बदल पायी.
एनएच 80 की स्थिति में सुधार के लिए सरकार ने मुंगेर से मिर्जाचौकी तक नये एलाइनमेंट में इसके विस्तर की स्वीकृति दी गई. साथ पुराने एलाइनमेंट से अतिक्रमण हटाकर सड़क को चौड़ा और बेहतर बनाने का प्रावधान है. इसके लिए टेंडर भी हो चुका है. लेकिन कभी जमीन अधिग्रहण तो कभी वन पर्यावरण विभाग तो कभी किसी अन्य कारणों से काम शुरू होने में पेंच फंस जा रहा हा. इस बीच लोग रोजाना जाम और धूल से परेशान हैं. साथ ही इस सड़क से होने वाले लगभग व्यवसाय लगभग तबाह है.
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बता दें कि मुंगेर से मिर्जाचौकी तकNH80 के 120 किलोमीटर निर्माण के लिए 971 करोड रुपया केंद्र सरकार ने स्वीकृत किया है. टेंडर महाराष्ट्र के औरंगाबाद के एजी कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है. संभावना जताई जा रही है कि दो साल में NH80 में तैयार कर लिया जाएगा.
विभागीय अधिकारियों के अनुसार इस मार्ग में काली मिट्टी होने के कारण सड़क में बार-बार खराबी होती है. इसलिए सबौर और धोधा के बीच मिट्टी खोदकर फ्लाई ऐश और बालू भरने के बाद दोमट मिट्टी-भरी जाएगी. इसके अलावा मषाढु पुल सहित 100 पुल और पुलिया का निर्माण भी कराया जाएगा. जिला प्रशासन ने अतिक्रमणकारियों को जल्द अतिक्रमण खाली करने का फरमान भी जारी कर दिया है.
एनएच 80 सड़क की सबसे अधिक खराब स्थिति सबौर से मिर्जाचौकी के बीच है. यहां एक से दो महीने में काम शुरू हो जाएगा. टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. वन एवं पर्यावरण विभाग से एनओसी लेने की प्रक्रिया चल रही है. कागजी प्रक्रिया एक दो महीने में पूरी हो जाएगी. एनओसी मिलने के बाद काम शुरू होगा. NH80 सड़क को चौड़ा किया जाएगा. इस दौरान जगह-जगह पुल और पुलिया बनाए जाएंगे. कई जगह गोलंबर का भी निर्माण कराया जाएगा. -सुब्रत कुमार सेन , जिला अधिकारी भागलपुर
पर्यावरण विभाग से एनओसी मिलने के बाद काम शुरू होगा. बता दें कि एनएच 80 का शहरी पार्ट को छोड़कर मुंगेर से मिर्जाचौकी तक कंक्रीट रोड बनाने के लिए सड़क और परिवहन राजमार्ग मंत्रालय नई दिल्ली से पहले ही 971 करोड़ के स्वीकृति मिली है. इस आधार पर मुंगेर से मिर्जाचौकी के बीच 2 हिस्से में टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी हो चुके हैं.
इस राशि से हाईवे को 10 मीटर चौड़ा किया जाएगा और कुछ जगहों पर फोरलेन भी बनाया जाएगा. पीरपैंती और कहलगांव के बीच टोल प्लाजा का निर्माण कराया जायेगा. इसी पैसे से बिजली के खंबे, चापाकल और पाइपलाइन को भी हाईवे किनारे से शिफ्ट भी किया जाना है. अतिक्रमण को हटाने के लिए दीपावली से पहले जिला प्रशासन ने माइकिंग करा कर जगह को खाली करने के लिए कहा है.