ETV Bharat / state

Hijab Controversy: बेगूसराय में बैंक ने बिना हिजाब उतारे कैश देने से किया मना, तेजस्वी ने सीएम को घेरा - tejashwi yadav on Begusarai viral video

कर्नाटक हिजाब विवाद अब बिहार में भी पहुंच गया है. बिहार के बेगूसराय (Hijab Controversy In Begusarai ) में एक बैंक में एक लड़की को कैश निकालने के लिए अपना हिजाब उतारने को कहा गया. इसका वीडियो वायरल हो रहा है. वहीं तेजस्वी यादव ने सीएम पर निशाना साधा है. पढ़ें पूरी खबर..

Hijab Controversy In Begusarai
Hijab Controversy In Begusarai
author img

By

Published : Feb 21, 2022, 1:37 PM IST

Updated : Feb 21, 2022, 2:18 PM IST

बेगूसराय: कर्नाटक में पिछले कई दिनों से हिजाब को लेकर विवाद चरम पर है. इसको लेकर देशभर में प्रदर्शन हुए. हिजाब पर बिहार में राजनीति भी खूब हो रही है. इन सबके बीच एक ऐसा मामला सामने आया है जो हिजाब विवाद को बढ़ाने का काम कर सकता है. दरअसल बेगूसराय के मंसूर चौक के यूको बैंक में एक लड़की को कैश निकालने के लिए अपना हिजाब (UCO Bank Employee Ask Muslim Girl To Remove Hijab) उतारने को कहा गया. इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल (Viral video of Begusarai on Hijab controversy ) हो रहा है.

पढ़ें- Hijab Controversy पर मुस्कुराते हुए बोले CM नीतीश- यह सब बेकार बात

बेगूसराय के इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (tejashwi yadav on Begusarai viral video) ने ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है.उन्होंने कहा कि, माननीय मुख्यमंत्री जी, कुर्सी की ख़ातिर आप बिहार में यह सब क्या करवा रहे है? माना आपने अपना विचार, नीति, सिद्धांत और अंतरात्मा सब भाजपा के पास गिरवी रख दिया है लेकिन संविधान की जो शपथ ली है कम से कम उसका तो ख़्याल रखिए. इस कुकृत्य के दोषी लोगों को गिरफ़्तार कीजिए.

Hijab Controversy In Begusarai
तेजस्वी यादव का ट्वीट

पढ़ें: हिजाब विवाद पर गिरिराज सिंह का बड़ा बयान, बोले- 'जिन्ना के DNA के लोग बच्चियों को भ्रमित कर खराब करना चाहते हैं देश का माहौल'

वीडियो में देखा जा सकता है कि दो पक्षों के बीच हिजाब को लेकर बहस की जा रही है.इस वीडियो में दिख रहा है कि हिजाब को लेकर बैंक में काफी हंगामा हो रहा है. लड़की बिना हिजाब हटाए पैसे लेकर जाने की बात पर अड़ी है. वहीं बैंक कर्मी बार बार कैमरा बंद करने को कह रहे हैं. मोबाइल बंद करने को लेकर काफी देर तक हंगामा हुआ. इस बीच लड़की के साथ आए उनके परिजन ने मांग की कि हिजाब को लेकर अगर सरकार का कोई आदेश है तो वो दिखाया जाए.

पढ़ें- हिजाब पहनकर मतदान करने पहुंची महिला पर जताई गई आपत्ति

लड़की वीडियो में कह रही है कि हम हर बार आते हैं और हिजाब पहनकर ही पैसा लेकर जाते हैं तो आज क्या हो गया? परिजनों ने कहा कि यहां तो ऐसा कुछ नहीं था अब कर्नाटक का विवाद बिहार लाया जा रहा है. सरकारी आदेश की चिट्ठी दिखाये तो हम आपकी बात मान जाएंगे. इस बात पर बैंक कर्मी कुछ भी कहने से बचते नजर आए और कहने लगे कि पहले मोबाइल बंद कीजिए, हम आपको आदेश की चिट्ठी दिखा देंगे.

"हम मोबाइल बंद नहीं करेंगे. आप हमको चिट्ठी दिखा दीजिए. हम आज पैसा लेकर जाएंगे. हमारा पैसा है. मोबाइल बंद नहीं होगा. चिट्ठी दिखाये आदेश की या लिखकर दीजिए कि हिजाब को लेकर क्या आदेश दिया गया है. आज तक हिजाब को लेकर कुछ नहीं कहा गया. ये लोग कर्नाटक से आए हैं. सरकार ने निर्देश दे दिया है हम कहीं भी हिजाब लगाकर जा सकते हैं."- बैंक पैसा निकालने आई लड़की

यूको बैंक ने दी सफाई: इस बीच, यूको बैंक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस घटना पर एक बयान दिया है, 'बैंक नागरिकों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करता है और जाति या धर्म के आधार पर अपने सम्मानित ग्राहकों के साथ भेदभाव नहीं करता है. बैंक इस मुद्दे पर तथ्यों की जांच कर रहा है.'

आपको बताएं कि कर्नाटक से हिजाब पर विवाद शुरू हुआ. कर्नाटक सरकार ने राज्य में कर्नाटक एजुकेशन एक्ट-1983 की धारा 133 लागू कर दी है. इस वजह से सभी स्कूल-कॉलेज में यूनिफॉर्म को अनिवार्य कर दिया गया है. इसके तहत सरकारी स्कूल और कॉलेज में तय यूनिफॉर्म पहनी ही जाएगी. जबकि नीजी स्कूल अपनी खुद की एक यूनिफॉर्म चुन सकते हैं. इस फैसले को लेकर विवाद पिछले महीने जनवरी में तब शुरू हुआ था, जब उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में 6 छात्राओं ने हिजाब पहनकर कॉलेज में एंट्री ली थी.

जनवरी में उडुपी के एक सरकारी महाविद्यालय में छह छात्राएं निर्धारित ड्रेस कोड का उल्लंघन कर हिजाब पहनकर कक्षाओं में आई थीं. इसके बाद इसी तरह के मामले कुंडापुर और बिंदूर के कुछ अन्य कॉलेजों से भी आए. कर्नाटक के उडुपी के गवर्नमेंट गर्ल्स प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज में छह छात्राओं को हिजाब पहनने की अनुमति नहीं देने के विवाद ने राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने इसे एक 'राजनीतिक' कदम करार दिया और पूछा कि क्या शिक्षण संस्थान धार्मिक केंद्रों में बदल गए हैं. कुल मिलाकर मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है.


नोट- ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

बेगूसराय: कर्नाटक में पिछले कई दिनों से हिजाब को लेकर विवाद चरम पर है. इसको लेकर देशभर में प्रदर्शन हुए. हिजाब पर बिहार में राजनीति भी खूब हो रही है. इन सबके बीच एक ऐसा मामला सामने आया है जो हिजाब विवाद को बढ़ाने का काम कर सकता है. दरअसल बेगूसराय के मंसूर चौक के यूको बैंक में एक लड़की को कैश निकालने के लिए अपना हिजाब (UCO Bank Employee Ask Muslim Girl To Remove Hijab) उतारने को कहा गया. इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल (Viral video of Begusarai on Hijab controversy ) हो रहा है.

पढ़ें- Hijab Controversy पर मुस्कुराते हुए बोले CM नीतीश- यह सब बेकार बात

बेगूसराय के इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (tejashwi yadav on Begusarai viral video) ने ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है.उन्होंने कहा कि, माननीय मुख्यमंत्री जी, कुर्सी की ख़ातिर आप बिहार में यह सब क्या करवा रहे है? माना आपने अपना विचार, नीति, सिद्धांत और अंतरात्मा सब भाजपा के पास गिरवी रख दिया है लेकिन संविधान की जो शपथ ली है कम से कम उसका तो ख़्याल रखिए. इस कुकृत्य के दोषी लोगों को गिरफ़्तार कीजिए.

Hijab Controversy In Begusarai
तेजस्वी यादव का ट्वीट

पढ़ें: हिजाब विवाद पर गिरिराज सिंह का बड़ा बयान, बोले- 'जिन्ना के DNA के लोग बच्चियों को भ्रमित कर खराब करना चाहते हैं देश का माहौल'

वीडियो में देखा जा सकता है कि दो पक्षों के बीच हिजाब को लेकर बहस की जा रही है.इस वीडियो में दिख रहा है कि हिजाब को लेकर बैंक में काफी हंगामा हो रहा है. लड़की बिना हिजाब हटाए पैसे लेकर जाने की बात पर अड़ी है. वहीं बैंक कर्मी बार बार कैमरा बंद करने को कह रहे हैं. मोबाइल बंद करने को लेकर काफी देर तक हंगामा हुआ. इस बीच लड़की के साथ आए उनके परिजन ने मांग की कि हिजाब को लेकर अगर सरकार का कोई आदेश है तो वो दिखाया जाए.

पढ़ें- हिजाब पहनकर मतदान करने पहुंची महिला पर जताई गई आपत्ति

लड़की वीडियो में कह रही है कि हम हर बार आते हैं और हिजाब पहनकर ही पैसा लेकर जाते हैं तो आज क्या हो गया? परिजनों ने कहा कि यहां तो ऐसा कुछ नहीं था अब कर्नाटक का विवाद बिहार लाया जा रहा है. सरकारी आदेश की चिट्ठी दिखाये तो हम आपकी बात मान जाएंगे. इस बात पर बैंक कर्मी कुछ भी कहने से बचते नजर आए और कहने लगे कि पहले मोबाइल बंद कीजिए, हम आपको आदेश की चिट्ठी दिखा देंगे.

"हम मोबाइल बंद नहीं करेंगे. आप हमको चिट्ठी दिखा दीजिए. हम आज पैसा लेकर जाएंगे. हमारा पैसा है. मोबाइल बंद नहीं होगा. चिट्ठी दिखाये आदेश की या लिखकर दीजिए कि हिजाब को लेकर क्या आदेश दिया गया है. आज तक हिजाब को लेकर कुछ नहीं कहा गया. ये लोग कर्नाटक से आए हैं. सरकार ने निर्देश दे दिया है हम कहीं भी हिजाब लगाकर जा सकते हैं."- बैंक पैसा निकालने आई लड़की

यूको बैंक ने दी सफाई: इस बीच, यूको बैंक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस घटना पर एक बयान दिया है, 'बैंक नागरिकों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करता है और जाति या धर्म के आधार पर अपने सम्मानित ग्राहकों के साथ भेदभाव नहीं करता है. बैंक इस मुद्दे पर तथ्यों की जांच कर रहा है.'

आपको बताएं कि कर्नाटक से हिजाब पर विवाद शुरू हुआ. कर्नाटक सरकार ने राज्य में कर्नाटक एजुकेशन एक्ट-1983 की धारा 133 लागू कर दी है. इस वजह से सभी स्कूल-कॉलेज में यूनिफॉर्म को अनिवार्य कर दिया गया है. इसके तहत सरकारी स्कूल और कॉलेज में तय यूनिफॉर्म पहनी ही जाएगी. जबकि नीजी स्कूल अपनी खुद की एक यूनिफॉर्म चुन सकते हैं. इस फैसले को लेकर विवाद पिछले महीने जनवरी में तब शुरू हुआ था, जब उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में 6 छात्राओं ने हिजाब पहनकर कॉलेज में एंट्री ली थी.

जनवरी में उडुपी के एक सरकारी महाविद्यालय में छह छात्राएं निर्धारित ड्रेस कोड का उल्लंघन कर हिजाब पहनकर कक्षाओं में आई थीं. इसके बाद इसी तरह के मामले कुंडापुर और बिंदूर के कुछ अन्य कॉलेजों से भी आए. कर्नाटक के उडुपी के गवर्नमेंट गर्ल्स प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज में छह छात्राओं को हिजाब पहनने की अनुमति नहीं देने के विवाद ने राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने इसे एक 'राजनीतिक' कदम करार दिया और पूछा कि क्या शिक्षण संस्थान धार्मिक केंद्रों में बदल गए हैं. कुल मिलाकर मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है.


नोट- ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

Last Updated : Feb 21, 2022, 2:18 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.