बेगूसरायः केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बाढ़ के मौजूदा हालातों पर प्रशासनिक व्यवस्था से लगातार नाराज चल रहे हैं. उन्होंने एक बार फिर कुव्यवस्था पर सवाल खड़े किए. मंत्री ने कहा कि कागजों पर जो व्यवस्था दिखाई जा रही है, वह हकीकत में जमीन पर नहीं उतर पाई है.
पशुओं के चारा पर उठाए सवाल
गिरिराज सिंह ने कहा कि पीने के लिए पानी, नाव, पॉलीथिन, सामुदायिक किचेन और पशुओं के लिए चारे की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है. उन्होंने पशुओं के लिए सिर्फ 4 किलो चारा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि क्या यह पशुओं के लिए चाय बिस्किट की तरह है. उन्होंने ये भी कहा कि कई इलाकों का दौरा करते हुए देखा कि वहां लोगों के लिए डॉक्टर नर्सेज तो हैं, लेकिन दवा नहीं है.
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
गिरिराज ने कहा कि 3 अगस्त को हुई बैठक में इन सभी परिस्थितियों का निर्धारण सही तरीके से होता तो आज ये हालात नहीं होते. उन्होंने ये भी कहा कि तेघड़ा और बछवारा विधानसभा क्षेत्र तो भगवान भरोसे ही चल रहे हैं. 2011-14 की रिपोर्ट में बाढ़ से निपटने के लिए 300 नावें खरीदी गई थीं. लेकिन आज सिर्फ 42 नावें ही संचालित है. ऐसा लगता है कि लोगों ने बाढ़ को उत्सव मान लिया है. ये बड़े ही तकलीफ की बात है. उन्होंने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री को इस संबंध में पत्र लिखा है, लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो पाई है.