बेगूसराय: बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने जीत का दावा ठोकते हुए कहा कि मोदी सरकार के किए गए विकास कार्यों की बदौलत बेगूसराय सीट से जीत दर्ज करेंगे. दूसरी ओर उन्होंने उद्योग नगरी के नाम से प्रसिद्ध बेगूसराय की तबाही के लिए लाल झंडे को जिम्मेदार ठहराया है.
गिरिराज सिंह ने कहा श्री कृष्ण सिंह के समय बेगूसराय जिले को औद्योगिक केंद्र या यूं कहें तो इंडस्ट्रियल स्टेट के रूप में विकसित किया गया था. जिसे बाद के दिनों में लाल झंडे ने तबाह कर डाला. लेकिन नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से 36 हजार करोड़ रुपया इस जिले को देकर तमाम विकास कार्यों में गति ला दी है.
जिन क्षेत्रों में गति लाई गई है वो हैं:-
- इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन
- फर्टिलाइजर
- सिटी गैस कनेक्शन
- पाइपलाइन
विकास ही चुनावी मुद्दा
गिरिराज ने कहा कि ये बेगूसराय की चीर परिचित मांग पेट्रोकेमिकल्स यूनिट स्थापना थी, जो 1984 से लंबित थी. वो भी पूरी की जा रही है. इसके साथ फोरलेन का भी काम देख लें. नरेंद्र मोदी की सरकार ने बिना भेदभाव किए यहां विकास की झड़ी लड़ी लगा दी है. जनता अब विकास चाहती हैं और इसलिए मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि इस चुनाव में विकास ही प्रमुख मुद्दा होगा.
चाहे कुछ हो जाए मंदिर जाऊंगा
वहीं उनके विपक्षियों द्वारा मंदिर जाने पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि लोग मस्जिद जाते हैं, तो कोई हंगामा नहीं होता है. चर्च जाते हैं, तो हंगामा नहीं होता है. लेकिन गिरिराज सिंह अगर मंदिर चले गए, तो हंगामा बरपाने लगे. अगर मेरे मंदिर जाने से किसी को दिक्कत है, तो मुझे इससे कोई परहेज नहीं. चाहे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हो या कुछ भी. मैं मंदिर जाता था, जाता हूं, जाता रहूंगा.
राहुल गांधी पर प्रतिक्रिया
इस बीच गिरिराज ने राहुल गांधी पर बयानबाजी भी की. उन्होंने कहा कि राहुल को स्मृति ईरानी से हार जाने का डर है. इस वजह से अमेठी में चुनाव लड़ने की बजाय से भाग रहे हैं. नहीं तो क्या वजह थी कि 2004 से जिस सीट से राहुल गांधी चुनाव लड़ते आये हैं. अब दूसरी जगह से भी खड़े होने का मन बना रहे हैं. कहीं ना कहीं भाजपा के डर से ऐसा कर रहे हैं. जिसे पूरा देश समझ रहा है.
बड़ी चुनौती
केंद्रीय मंत्री गिरिरराज सिंह के सामने बेगूसराय सीट पर जीत दर्ज करना एक बड़ी चुनौती साबित होता जा रहा है. एक तरफ जहां इनके खिलाफ बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी के धुर विरोधी जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से प्रत्याशी बनाए गए हैं, वहीं महागठबंधन के राजद प्रत्याशी तनवीर हसन स्थानीय और मृदुभाषी होने के कारण काफी चुनौती पेश कर रहे हैं.
बेबाक, बेधड़क, बेमिसाल मिजाज
नरेंद्र मोदी के किये गए काम और उनके नाम पर ही बेगूसराय से चुनावी वैतरणी पार करने की जुगत लगाए बीजेपी के गिरिराज सिंह अपने विरोधियों को किनारे कर सत्ता के संग्राम में कैसे जीत हासिल कर पाएंगे. ये तो आने वाला समय और जनता तय करेगी. लेकिन उनकी बेबाक बयानबाजी ही उनके समर्थकों के लिए रामबाण का काम करती है. गिरिराज के समर्थक अपने नेता को जिताने के लिए रात दिन एक किये हुए हैं.