बेगूसराय: अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में जीडी कॉलेज में एनएसएस इकाई द्वारा चार दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन शुक्रवार को भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका विषय महिलाओं की शैक्षिक जागरुकता पे समाज का प्रभाव था.
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इस मौके पर एनएसएस के प्रोग्राम ऑफिसर सहर अफ़रोज़ ने कहा है कि ''आज के बदलते वक्त में महिलाओं की हालत काफी बेहतर हुई है. मगर आज भी कई जगहों पर उनको सर उठाने की इजाजत नहीं है. ऐसे समाज में जीना कैसा वह सिर्फ सांस लेती हैं. उन्हें जीने का अधिकार होना चाहिए'' निर्णायक मंडल में प्रोफेसर अंजू, डॉ. उषा किरण, डॉ. कुमारी रंजना, डॉ. मोना शर्मा, डॉ. रेणु कुमारी, डॉ. श्रवसुमी मौजूद रहीं. जिन्होंने बताया कि शिक्षा का प्रसार ही स्त्री के अधिकारों के प्रति चेतना ला सकता है. क्योंकि समस्या के समाधान के लिए समस्या का ज्ञान होना जरूरी हैं.
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नारी सशक्तीकरण पर बोला तो काफी जाता है लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजारा देखने को मिलता है. भाषण प्रतियोगिता में शामिल होने वाले एनएसएस स्वयं सेवक अजय कुमार, सत्य प्रकाश, पललवी भारद्वाज, काजल कुमारी, ज्योति कुमारी, कौशिकी सिन्हा, आकृति, सुगंधा कुमारी, नीरज कुमार, अंकित कुमार, मुरारी कुमार, सोनू कुमार, सज्जन मिश्रा, नंनद लाल आदि उपस्थित थे.