बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदाय के बीच हुई झड़प के बाद शनिवार 28 अक्टूबर को राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा बलिया पहुंचे. जहां उन्होंने प्रभावित लोगों से मिलकर घटना की जानकारी ली. बलिया में आम लोगों से मिलने के बाद राकेश सिन्हा बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे. राकेश सिन्हा ने नीतीश कुमार और लालू यादव को आड़े हाथ लेते हुए बेगूसराय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये.
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"दंगा रोकने के वक्त पुलिस ने नाबालिग और निर्दोष महिलाओं के साथ घर में घुसकर जिस तरह का दुर्व्यवहार किया है वह अशोभनीय है. इस संबंध में एसपी के अलावा बलिया के डीएसपी से पुलिस अधिकारी द्वारा की गयी मारपीट को लेकर शिकायत दर्ज कराई है."- राकेश सिन्हा, राज्यसभा सांसद
बलिया में बर्बरतापूर्ण कार्रवाईः राकेश सिन्हा ने कहा कि कोई भी कार्रवाई करने से पहले मानवाधिकार को सामने रखना पड़ता है. बलिया में बर्बरतापूर्ण कार्रवाई हुई है. इस घटना में बलिया पासवान टोला में पुलिस ने नाबालिग को बुरी तरह से पीटा है. एसपी ने इस मामले में स्वयं जांच करने की बात कही है. किसी भी निर्दोष को इस मामले में सजा नहीं मिलेगी. राकेश सिन्हा ने बताया की इस मामले में बड़ी संख्या में निर्दोष लोगों को फंसाने की बात कही जा रही है. उन्होंने कहा कि एफआईआर की पूरी कॉपी अभी तक नहीं आई है.
तुष्टीकरण की नीति में उलझी सरकारः राकेश सिन्हा ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मामले में जिस तरह से निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ काम करना चाहिए वो नहीं किया गया. नालंदा, सिवान और बिहारशरीफ की घटना में हमने वहीं देखा था. बेगूसराय की घटना भी नीतीश कुमार की नीतियों की छाप है. राकेश सिन्हा ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार की सरकार तुष्टीकरण की नीति में उलझी हुई है. उन्होने कहा की वोट बैंक की राजनीति से जिस दिन हम मुक्त हो जायेंगे, धर्म के आधार पर वोट देना बंद कर देंगे उस दिन देश से सांप्रदायिकता समाप्त हो जाएगी.
दंगा सुनियोजित थाः राकेश सिन्हा ने सवाल उठाये कि आखिर क्या बात है कि बेगूसराय मे हर 10 से 15 दिनों में कोई घटना घट रही है. इस संबंध में भी एसपी का ध्यान आकृष्ट कराया. इस दौरान राकेश सिन्हा ने आरोप लगाया कि मूर्ति विसर्जन के दौरान रेलवे के पत्थर का उपयोग करना यह दर्शाता है कि कहीं ना कहीं यह दंगा सुनोयोजित था, जिसकी जांच होनी चाहिए. इस घटना में जो निर्दोष लोग है खास कर पूजा कमिटी के लोगों का नाम आना बिलकुल गलत है. कमेटी में सभी शांति और सदभाव वाले लोग शामिल हैं.
पुलिस पर कार्रवाई की मांगः राकेश सिन्हा ने सरकार से मांग की है कि पासवान टोली में जिन पुलिस अधिकारियों ने लाठियां बरसाई हैं उसे पर कार्रवाई हो. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि मैं बिहार सरकार को चेतावनी देता हूं कि वोट के लिए समाज को ना तोड़े. वोट बैंक के लिए हिंदुस्तान को सांप्रदायिकता की आग मे ना झोखें. उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा और छठ की छुट्टियों में कटौती कर दी गई. मै नीतीश कुमार से मांग करता हूं कि छठ पूजा में चार दिन की छुट्टी दी जाय. राकेश सिन्हा ने कहा कि आध्यात्म के बिना देश नहीं चल सकता राज्य नहीं चल सकता.
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