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बेगूसराय: आठ सूत्री मांगों को लेकर डीलरों ने दिया धरना - Grain distribution dealear

डीलरों का कहना है कि आम जनता के बीच अनाज का वितरण नहीं हो रहा है.इसके कारण लोगों में भी आक्रोश है. उन्होंने कहा कि सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है.

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Published : Dec 19, 2019, 4:15 AM IST

बेगूसराय: जिले में जन वितरण प्रणाली के डीलर एसोसिएशन ने अपनी 8 सूत्री मांग को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया. बता दें कि सरकार ने जन वितरण प्रणाली के डीलरों के लिए पॉश मशीन की व्यवस्था की है, लेकिन इससे होने वाली परेशानियों का का निदान नहीं किया जा रहा है. इसके कारण प्रशासन द्वारा लाइसेंस रद्द होने और आम जनता द्वारा मारपीट और गाली-गलौज जैसी स्थितियों से गुजरना पड़ रहा है.

नहीं दी गई है ट्रेनिंग
बता दें कि सरकार ने जन वितरण प्रणाली के विक्रेताओं को पॉश मशीन तो उपलब्ध करा दिया, पर इसकी ट्रेनिंग नहीं दी. सुविधाएं तो बहाल की गई पर नेटवर्क की समस्या का समाधान भी नहीं किया गया. इन सभी कारणों से परेशान होकर डीलरों ने डीलरशिप छोड़ देने का ऐलान कर दिया है.

आठ सूत्री मांगों को लेकर डीलरों ने दिया धरना

'जल्द हो समस्या का निदान'
डीलरों का कहना है कि आम जनता के बीच अनाज का वितरण नहीं हो रहा है.अनिल कुमार का कहना है कि ट्रेनिंग तो नहीं दी गई और उन्हें कंप्यूटर ऑपरेटर बना दिया गया. उन्होंने कहा कि समान को वितरण करने के लिए एक मजदूर की आवश्यकता होती है. जिसका खर्च भी उन्हें उठाना पड़ता है. वहीं, डीलरों ने सरकार से जल्द समस्या की निपटारे की मांग की है.

बेगूसराय: जिले में जन वितरण प्रणाली के डीलर एसोसिएशन ने अपनी 8 सूत्री मांग को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया. बता दें कि सरकार ने जन वितरण प्रणाली के डीलरों के लिए पॉश मशीन की व्यवस्था की है, लेकिन इससे होने वाली परेशानियों का का निदान नहीं किया जा रहा है. इसके कारण प्रशासन द्वारा लाइसेंस रद्द होने और आम जनता द्वारा मारपीट और गाली-गलौज जैसी स्थितियों से गुजरना पड़ रहा है.

नहीं दी गई है ट्रेनिंग
बता दें कि सरकार ने जन वितरण प्रणाली के विक्रेताओं को पॉश मशीन तो उपलब्ध करा दिया, पर इसकी ट्रेनिंग नहीं दी. सुविधाएं तो बहाल की गई पर नेटवर्क की समस्या का समाधान भी नहीं किया गया. इन सभी कारणों से परेशान होकर डीलरों ने डीलरशिप छोड़ देने का ऐलान कर दिया है.

आठ सूत्री मांगों को लेकर डीलरों ने दिया धरना

'जल्द हो समस्या का निदान'
डीलरों का कहना है कि आम जनता के बीच अनाज का वितरण नहीं हो रहा है.अनिल कुमार का कहना है कि ट्रेनिंग तो नहीं दी गई और उन्हें कंप्यूटर ऑपरेटर बना दिया गया. उन्होंने कहा कि समान को वितरण करने के लिए एक मजदूर की आवश्यकता होती है. जिसका खर्च भी उन्हें उठाना पड़ता है. वहीं, डीलरों ने सरकार से जल्द समस्या की निपटारे की मांग की है.

Intro:PKG FORMATE

केरल की ताजी पर ₹30000 हज़ार की तनख्वाह और कमीशन की मांग पर डटे डीलर,

जनवरी से अनाज का उठाव और वितरण को करेंगे बंद ।

पोस मशीन की परेशानी और नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे देशों में है व्यवस्था को लेकर आक्रोश

बिहार मैं जन वितरण प्रणाली के विक्रेता एक ऐसे हालात में जी रहे हैं जहां उनकी हालत सांप और छछूंदर के बीच की है । सरकार ने जन वितरण प्रणाली के डीलरों के लिए पोस मशीन की व्यवस्था की है पर इससे होने वाली परेशानियों से छुटकारा दिलाने की कोई व्यवस्था तत्काल नहीं की गई है । ऐसी परिस्थिति में प्रशासन द्वारा लाइसेंस रद्द होने और आम जनता द्वारा मारपीट और गाली गलौज जैसी स्थितियों से गुजरना पड़ रहा है । जिससे जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं में आक्रोश व्याप्त है और उन्होंने सरकार से अपील की है कि उनकी परिस्थितियों में सुधार किया जाए वरना वह बड़ेलेरशिप छोड़ देंगे । ऐसी ही 8 सूत्री मांगों को लेकर आज बेगूसराय में प्राइस डीलर एसोसिएशन ने विशाल धरना और प्रदर्शन का आयोजन किया । इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में राजनीतिक दल से जुड़े हुए लोगों ने उनकी मांगों का समर्थन किया । बताते चलें कि बेगूसराय में 1166 जनवितरण बिक्रेता है ।

Body:- सरकार ने जन वितरण प्रणाली के विक्रेताओं को पॉश मशीन तो उपलब्ध करा दिया ,पर इसकी ट्रेनिंग नहीं दी गई । सुविधाएं तो बहाल की गई पर नेटवर्क की समस्या का समाधान नहीं किया गया । सरकार ने इसमें उपभोक्ताओं के नामों को अंकित तो कर दिया गया पर कई तरह की गलतियों की सुधार नहीं की गई । डीलर से ऑपरेटर बने डीलरों ने ऐसी परिस्थिति से तंग आकर अब सम्मिलित रूप से डीलरशिप छोड़ देने का ऐलान कर दिया है । इसके लिए डीलरों ने आने वाले दिनों में खाद्यान्न का उठाव बंद करने और इसके वितरण पर भी रोक लगाने का एलान कर दिया है ।
बाइट - हरिशंकर प्रसाद
भियो - दिलों का कहना है ऐसी परिस्थिति में उनकी हालत सांप और छुछुन्दर की हो गई है । महज 70 रुपया प्रति क्विंटल की कमीशन पर काम करने वाले डीलरों की यह परेशानी अब उनकी रोजी-रोटी पर भी आफात पैदा कर चुकी है । इस लिए डीलर केरल की तर्ज पर 30000 हज़ार सैलेरी और कमीशन की मांग कर रहे है ।।

बाइट - देवनंदन पासवान - आंदोलनकारी डीलर
भियो - सिस्टम के अपडेट नहीं होने और नेटवर्क जैसी समस्या से जूझ रहे डीलरों का कहना है कि उनके जान पर हर वक्त पब्लिक का खतरा बना रहता है । एक तरफ जहां फूलों की दुकान बंद रहने पर उसके लाइसेंस को रद्द करने की धमकी प्रशासन के द्वारा दी जाती है वही आम जनता अनाज नहीं मिलने पर जान मारने पर तुल जाते हैं । ऐसी परिस्थितियों से निपटना उनके लिए काफी मुश्किल होता जा रहा है । अनिल को का कहना है कि ट्रेनिंग तो नहीं दी गई और उन्हें कंप्यूटर ऑपरेटर बना दिया गया अब जब वह कंप्यूटर ऑपरेटर बन गए हैं तो सामान तोड़ने के लिए एक मजदूर की आवश्यकता होती है जिसका खर्च भी उन्हें उठाना पड़ता है ऐसी परिस्थिति में वह कैसे निपट पाएंगे । इसके अलावा भी उन्हें सप्ताह में 1 दिन की छुट्टी भी नहीं दी जाती है जो सरासर अन्याय है । डीलरों ने सरकार से मांग की है कि पुणे जल्द से जल्द राहत प्रदान करें वरना वो डीलरशिप छोड़ने को मजबूर हो जाएंगे ।
बाइट- ऋषिकेश कुमार
Conclusion:- कुल मिलाकर आर्थिक और मानसिक तंगी से जूझ रहे डीलरों ने सरकार की ओर साफ तौर पर ये इशारा कर दिया है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह इस जंजाल में पढ़ने वाले नहीं हैं । महज 3 से 4000 हज़ार की आमदनी में प्रशासन और आम लोगों के बीच पिश्ते डीलर एक बार फिर से पुरानी व्यवस्था को लागू करना चाहते हैं ,
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