बेगूसराय : बिहार के बेगूसराय में अग्निपथ स्कीम का विरोध (Protest against Agnipath scheme) तेज हो गया है. छपरा में जहां ट्रेन की बोगियों में आग लगा दी गई वहीं बक्सर में एसी कोच पर पथराव से शीशे फूट गए. उग्र छात्र रेलवे ट्रैक पर आगजनी करने लगे. वहीं बेगूसराय में भी विरोध की आंच उठने लगी है. छमटिया ढाला के पास NH-28 पर सैकड़ों छात्रों ने टायर जलाकर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया. उनकी मांग है कि सेना में 4 साल की नियुक्ति ना करके स्थाई बहाली की जाए. फिर से स्थाई बहाली की योजना को लागू किया जाए.
ये भी पढ़ें- 'अग्निपथ' पर बिहार में दूसरे दिन भी बवाल, बक्सर में रेलवे ट्रैक पर आगजनी, बाल-बाल बचे पैसेंजर
बेगूसराय में दूसरे दिन भी प्रदर्शन: केंद्र सरकार के अग्निपथ स्कीम के विरोध में आज दूसरे दिन भी सैनिक अभ्यर्थियों के द्वारा एनएच पर टायर जलाकर जमकर हंगामा किया गया. बछवारा थाना क्षेत्र के झमटिया ढाला के निकट एनएच 28 पर सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने टायर जलाकर एनएच 28 को जाम कर दिया. छात्र इस बात से नाराज हैं कि केंद्र सरकार के द्वारा अग्नीपथ स्कीम शुरू की गई है जिसके तहत छात्रों को मात्र 4 साल सेना में नौकरी मिलेगी. इससे छात्र काफी आक्रोशित हैं. छात्रों की मांग है कि सेना में स्थाई बहाली पहले की तरह ही किया जाए. 4 साल की नौकरी करने के बाद उन छात्रों का भविष्य खराब हो जाएगा वह आगे जीवनयापन कैसे करेंगे. इसलिए अग्निपथ योजना के विरोध में छात्रों का आंदोलन जारी है.
'पूरे देश में युवाओं का गुस्सा उबाल पर है. छात्रों के द्वारा जन आक्रोश प्रदर्शन किया जा रहा है. युवाओं को मात्र 4 साल नौकरी देने की बात कर रही है. ये गलत है. वो 22 साल की उम्र में रिटायरमेंट के बाद क्या जिंदगी भर वो पकौड़ा तलेंगे. सरकार अग्निपथ स्कीम को जल्द से जल्द वापस ले. हम तब तक आंदोलन करते रहेंगे जब तक इसे वापस ना लिया जाए'- आंदोलनकारी छात्र, बेगूसराय
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था भर्ती का ऐलानः बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा अग्निवीरों के लिए अग्निपथ योजना की घोषणा करने के अगले ही दिन यानी बुधवार को बिहार में प्रदर्शन शुरू हो गया. आज दूसरे दिन भी छात्र रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है।14 जून को इस योजना की गई थी शुरुवातकेंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है. जिसके तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी. सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है. इस योजना से नाराज छात्रों का कहना है कि ये योजना उनके भविष्य को बर्बाद कर देगी.
सेना बहाली से टीओटी हटाने की मांगः विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि नेता हो या विधायक सभी को 5 साल का समय मिलता है. हमारा 4 साल में क्या होगा. हमारे पास पेंशन की भी सुविधा नहीं है. 4 साल बाद हम रोड पर आ जाएंगे. चार साल पूरे होने के बाद भले ही 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी कैडर में भर्ती कर लिया जाए. बाकी 75% का क्या होगा. ये कहां का न्याय है. वहीं, कुछ छात्रों का कहना है कि इस योजना से छात्र परेशान हैं और हमें जॉब की गारंटी नहीं मिल रही है. उनका ये भी कहना है कि सेना बहाली में टीओटी हटाया जाए.
पुरुष और महिला दोनों की होगी भर्तीः बताया गया है कि अग्निपथ योजना के तहत, पुरुष और महिला (सेवा की जरूरत होने पर शामिल की जाएंगी) दोनों को अग्निवीर बनने का मौका दिया जाएगा. 17.5 साल से लेकर 21 साल तक के युवा इस सेवा में शामिल होने के लिए योग्य माने जाएं. वर्तमान में सेना के जो मेडिकल और फिजिकल स्टैंडर्ड हैं वही मान्य होंगे. 10वीं और 12वीं पास कर चुके युवा (सैन्य बलों की नियम और शर्तों के अनुसार) अग्निवीर बन सकते हैं. अग्निपथ योजना के तहत हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा.
ऐसे होगा वेतन का भुगतानः भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुवात की गई है. उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा. दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा. लेकिन इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP