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बेगूसरायः पकड़ा गया हत्यारा भैंसा, गांव वालों की दहशत हुई खत्म

जिले के नया गांव में इस भैंसे ने आतंक मचा रखा था. जिसके कारण कई घर उजड़ गए, तो एक की मौत हो गई. भैंसे के पकड़े जाने के बाद गांव में जश्न का माहौल है.

आतंक मचाने वाला भैंसा
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Published : May 15, 2019, 1:00 PM IST

बेगूसरायः मटिहानी थाना इलाके के नया गांव में महीनों आतंक मचाने वाला भैंसा आखिरकार पकड़ा गया. गांव के युवाओं ने अपनी जान जोखिम में डालकर हत्यारे भैंसे को काबू में किया और भैंसे को पकड़ लिया गया है. इस मवेशी के पकड़े जाने के बाद स्थानीय लोगों के जान में जान आ गई है और वो काफी खुश हैं.

दहशत में थे गांव के लोग
आदमी के आतंक और हत्यारा होने की बात तो आपने खूब सुनी होगी. लेकिन आज इस हत्यारे भैंसे की कहानी सुनकर आप भी हैरान और खौफजदा हो जाएंगे. जिसने महीनों से पूरे गांव में दहशत फैला रखी थी. इसके दहशत से किसानों ने अपनी खेती बंद और मजदूरों ने मजदूरी बंद कर दी थी. डर के मारे महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलती थीं. तो कइयों ने ठिकाना बदल दिया था. ये कोई रील की नहीं बल्कि रियल लाइफ की वो कहानी है, जिसका जिक्र करते हुए लोगों के हाथ पांव फूल जाते हैं.

Buffalo
बांध कर रखा गया भैंसा

एक को उतारा मौत के घाट
दरसअल, पिछले एक महीने से नया गांव में इस भैंसे ने आतंक मचा रखा था. जिसके कारण कई घर उजड़ गए, तो कइयों की जान चली गई. लोगों की मानें तो अब तक एक व्यक्ति को भैंसे ने इतना उठा-उठाकर पटका की उसकी मौत ही गई. एक व्यक्ति की पसली टूट गई. लोगों की मानें तो ये भैंसा लोगों के लिए आतंक का पर्याय बन गया था. कब किसकी मौत का समाचार ले आये या फिर किसको घायल कर दे ये किसी को पता नहीं रहता था. इस भैंसे ने गांव के लगभग 20 से 25 लोगों को बुरी तरह घायल कर दिया था.

भैंसा पर पाया गया काबू
बताया जाता है कि लोग इसके डर से घर में दुबके रहते थे. बुजुर्गों ने गंगा स्नान पर जाना बंद कर दिया. लोग इसे इलाके का सबसे बड़ा गुंडा कहने लगे थे. आखिरकार गांव के लोगों ने अपनी जान की बाजी लगाकर किसी तरह भैंसे को अपने काबू में किया. इसके लिए दर्जनों लोग ट्रैक्टर और दूसरे संसाधनों से लैस होकर भैंसे को पकड़ने निकले और काफी मशक्कत के बाद कामयाब हुए. जिसके बाद इलाके में जश्न का माहौल है.

पकड़ा गया भैंसा और प्रसन्न मुद्रा में लोग

लोगों ने ली राहत की सांस
गांव के सरपंच ने बताया कि हमने फैसला लिया है कि इस भैंसे को नेपाल या बंगाल के इलाके में ले जाकर छोड़े देंगे. जहां से ये फिर वापस नहीं आ सके. इसके लिए मटिहानी के अंचलाधिकारी से इसकी परमिशन भी ले ली गई है. कुल मिलाकर पूरे एक महीने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है. वहीं, लोगो के सिर पर मंडरा रहा मौत का खतरा भी खत्म हो गया है.

बेगूसरायः मटिहानी थाना इलाके के नया गांव में महीनों आतंक मचाने वाला भैंसा आखिरकार पकड़ा गया. गांव के युवाओं ने अपनी जान जोखिम में डालकर हत्यारे भैंसे को काबू में किया और भैंसे को पकड़ लिया गया है. इस मवेशी के पकड़े जाने के बाद स्थानीय लोगों के जान में जान आ गई है और वो काफी खुश हैं.

दहशत में थे गांव के लोग
आदमी के आतंक और हत्यारा होने की बात तो आपने खूब सुनी होगी. लेकिन आज इस हत्यारे भैंसे की कहानी सुनकर आप भी हैरान और खौफजदा हो जाएंगे. जिसने महीनों से पूरे गांव में दहशत फैला रखी थी. इसके दहशत से किसानों ने अपनी खेती बंद और मजदूरों ने मजदूरी बंद कर दी थी. डर के मारे महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलती थीं. तो कइयों ने ठिकाना बदल दिया था. ये कोई रील की नहीं बल्कि रियल लाइफ की वो कहानी है, जिसका जिक्र करते हुए लोगों के हाथ पांव फूल जाते हैं.

Buffalo
बांध कर रखा गया भैंसा

एक को उतारा मौत के घाट
दरसअल, पिछले एक महीने से नया गांव में इस भैंसे ने आतंक मचा रखा था. जिसके कारण कई घर उजड़ गए, तो कइयों की जान चली गई. लोगों की मानें तो अब तक एक व्यक्ति को भैंसे ने इतना उठा-उठाकर पटका की उसकी मौत ही गई. एक व्यक्ति की पसली टूट गई. लोगों की मानें तो ये भैंसा लोगों के लिए आतंक का पर्याय बन गया था. कब किसकी मौत का समाचार ले आये या फिर किसको घायल कर दे ये किसी को पता नहीं रहता था. इस भैंसे ने गांव के लगभग 20 से 25 लोगों को बुरी तरह घायल कर दिया था.

भैंसा पर पाया गया काबू
बताया जाता है कि लोग इसके डर से घर में दुबके रहते थे. बुजुर्गों ने गंगा स्नान पर जाना बंद कर दिया. लोग इसे इलाके का सबसे बड़ा गुंडा कहने लगे थे. आखिरकार गांव के लोगों ने अपनी जान की बाजी लगाकर किसी तरह भैंसे को अपने काबू में किया. इसके लिए दर्जनों लोग ट्रैक्टर और दूसरे संसाधनों से लैस होकर भैंसे को पकड़ने निकले और काफी मशक्कत के बाद कामयाब हुए. जिसके बाद इलाके में जश्न का माहौल है.

पकड़ा गया भैंसा और प्रसन्न मुद्रा में लोग

लोगों ने ली राहत की सांस
गांव के सरपंच ने बताया कि हमने फैसला लिया है कि इस भैंसे को नेपाल या बंगाल के इलाके में ले जाकर छोड़े देंगे. जहां से ये फिर वापस नहीं आ सके. इसके लिए मटिहानी के अंचलाधिकारी से इसकी परमिशन भी ले ली गई है. कुल मिलाकर पूरे एक महीने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है. वहीं, लोगो के सिर पर मंडरा रहा मौत का खतरा भी खत्म हो गया है.

Intro:अक्सर आपने दुर्दांत अपराधियो के भय से गावँ के गावँ खाली करने ,की बात सुनी होगी, आपने ये भी सुना होगा कि अपराधियों के डर से डरे सहमे लोग अपने घरों में दुबके पड़े है। इतना ही नही डरे सहमे किसान जब अपनी खेती छोड़ दे और महिलाए अपने घरों से बाहर ही न निकले । तो समझ जा सकता है कि उस इलाके का अपराधी कितना खतरनाक और शातिर होगा । पर आपको जानकर बेहद ही आश्चर्य होगा कि यहाँ ये अपराधी कोई वयक्ति नही बल्कि एक भैंसा है जो जिसने कइयों को मौत के घाट उतार दिया है तो जिसके चक्कर मे कई घर बर्बाद हो गए । इतना ही नही तकरीबन 20 से 25 लोग इस भैंसे के चक्कर मे अस्पताल में भर्ती हो चुके है । खास बात ये है कि इस भैंसे के कारण मौत के मुंह मे समा चुके एक शक्स के जनाजे में चली गोली से दो लोग भी गंभीर रूप से घायल भी हो गए है । फिलहाल आतंक के साये में जी रहे मटिहानी थाना क्षेत्र के नया गावँ के लोगो को बड़ी राहत मिली है लोगो ने जान पर खेलकर भैंसे को पकड़ लिए है जिसे नेपाल या बंगाल के जंगल मे छोड़ने की तैयारी की जा रही है ।


Body:बेगुसराय के मटिहानी थाना क्षेत्र का नया गावँ में कल तक यैसी बिरानगी छाई हुई थी की लोग अपने अपने घरो में दुबके पड़े थे । किसानों ने अपनी खेती बंद कर दी थी तो मजदूरों ने मजदूरी करना बंद कर दिया था । महिलाएं घर से बाहर नही निकल रही तो थी तो कइयों ने अपना गावँ छोड़ अपना ठिकाना बदल दिया था । ये कोई फिल्मी कहानी नही बल्कि रियल लाइफ की वो कहानी है जिसका बर्णन करते हुए लोगो के हाथ पावँ फूल जाते है।
बाइट - 1 रामानन्द सिंह - सरपंच ,नया गावँ
भियो- दरसअल पिछले एक महीने से नया गावँ में इस कदर एक।भैंसे ने आतंक मचा रखा था जिसके कारण कई घर उजड़ गए तो कइयों की जान चली गई । लोगो की माने तो अब तक एक व्यक्ति को भैंसे ने इतना उठा उठा कर पटका की उसकी मौत ही गई तो दूसरे की पसली टूट गई । इसी दौरान उस शक्श के जनाजे में जा रहे दो लोगो को अचानक कही से चली गोली लग गई । जिसके बाद दोनों का इलाज अब एक निजी क्लीनिक में चल रहा है ।
बाइट - रामाज्ञा झा - मृतक का रिश्तेदार
बाइट - लोगो की माने तो ये भैसा लोगो के लिए आतंक का पर्याय बन गया था । कब किसकी मौत का समाचार ले याये या फिर किसको घयल कर दे ये किसी को पता नही था । यैसी में लोगो ने पिछले एक महीने से लोगो ने या तो घर से निकलना बंद कर दिया था या फिर गावँ छोर कर चले गए । महिलाएं और बुजुर्ब गंगा स्नान जाना बंद कर दिया तो किसान अपने खेत मे किसानी के।लिए जाना बंद कर दिए थे । दुच के कारोबारी अब इधर का रुख तक नही कर रहे थे । उस भैंसे को।लोग इलाके का सबसे बड़ा गुंडा मान रहे थे जिसके दर से पूरा इलाका थराता था । ये भैस कब किसके लिए सामत बनकर आ जाये ये किसी।को।नही।पता था ।
बाइट - स्थानीय लोग
भियो - पर अच्छी बात ये रही कि गावँ के लोगो ने भैसा पकड़ो अभियान के तहत अपनी जान की बाजी लगाकर किसी तरह भैंसे को अपने बस में किया । इंसके लिए दर्जनों लोग और ट्रक्टर और दूसरे संसाधनों से लैस होकर भैंसे को पकड़ने में कामयाब हुए । जिसके बाद इलाके में जश का माहौल है ।
बाइट - स्थानीय लोग
बाइट - गावँ के लोगो ने ये फैशला किया है कि इस भैसे को नेपाल ये बंगाल के इलाके में ले जाकर छोड़ेंगे जहा से फिर ये वापस नही आ सके । इसके लिए मटिहानी के आंचल अधिकारी से इसकी पेर्मिशन ले।ली गई है । भैसे के पकड़े जाने से लोग न सिरब अच्छा महसूस कर रहे है बल्कि पूरे इलाके में एक।बार फिर से इस भैसे के आतंक से लोगो को निजात मिलने की उम्मीद जगी है
बाइट - रामानंद सिंह - सरपंच नया गांव




Conclusion:कुल मिलाकर पुरे एक महीने के बाद लोगो ने जहा राहत की सांस ली है वही लोगो के सर पर मंडरा रहा मौत का खतरा भी समाप्त हो गया है । यैसी में एक सवाल अहम है कि वन विभाग ने अबतक कोई भी कारबाई नही कर लोगो को उनके हाल पर छोड़ दिया । जबकि एक व्यक्ति के मौत के अलावे अब तक दो दर्जन से अधिक लोग भैसे के चक्कर मे अपना सब कुछ लुटा चुके है ।
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