बेगूसराय: बुधवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम के द्वारा बेगूसराय सदर अस्पताल में महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं को लेकर औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान टीम के द्वारा महिला मरीजों को मिलने वाली सुविधा का निरीक्षण किया गया. साथ ही रखरखाव और साफ सफाई के साथ ही दूसरी व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया गया.
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NWC की सदस्य ने बेगूसराय सदर अस्पताल का किया निरीक्षण: राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम के द्वारा सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया. महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी के नेतृत्व में टीम ने पूरे सदर अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान टीम ने महिलाओ को मिलने वाली सुविधाओं के अलावा रख रखाव, साफ सफाई, सरकार का गाइडलाइन का पूरी तरीके से पालन हो रहा है या नहीं, इसकी गहनता से जांच की.
सभी वार्डों का औचक निरीक्षण: साथ ही सदर अस्पताल में महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं में कमी का भी जायजा लिया गया. इस दौरान टीम ने सदर अस्पताल के महिला एवं प्रसूता वार्ड ओपीडी सहित महिलाओं से जुड़ी सभी वार्डो का निरीक्षण किया. टीम द्वारा अस्पताल में भर्ती महिला मरीज से मिलने वाली सुविधाओं के अलावा अन्य तरह की जानकारी हासिल की गई.
अस्पताल में कर्मियों के बीच हड़कंप: इस दौरान उनके द्वारा सदर अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मी से अद्यतन जानकारी हासिल की गई. औचक निरीक्षण से अस्पताल में कर्मियों के बीच हड़कंप मचा रहा. इस संबंध में महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी ने बताया कि आज वो बेगूसराय के दौरे पर आई हैं, जहां उनके द्वारा सबसे पहले जेल का निरीक्षण किया गया. साथ ही जेल में बंद महिलाओ को मिलने वाली सुविधा और व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया.
"हमने हेल्थ सेंटर का निरीक्षण किया. इस निरीक्षण में जहां महिलाओं को केंद्र सरकार से मिलने वाली योजना और सुविधाओं की जानकारी ली गयी, वहीं क्या कमियां है उसका भी निरीक्षण किया गया. इस क्रम में केंद्र सरकार की हेल्थ के क्षेत्र में महिलाओ को मिलने वाली सुविधा स्कीम का इंप्लीमेंट हो पा रहा है या नहीं, उसको भी देखा और सुना."- ममता कुमारी, सदस्य, महिला आयोग
सदस्य ने व्यक्त की नाराजगी: ममता कुमारी ने बताया कि इसके बाद वह रैन बसेरा, वृद्धा आश्रम सहित लड़की और महिलाओं को मिलने वाली सुविधा से सम्बंधित हर सेंटर का निरीक्षण करेंगी. इसकी रिपोर्ट वो भारत सरकार को भेजने का काम करेंगी. इस अवसर पर ममता कुमारी ने सदर अस्पताल महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि यहां काफी कमियां देखने को मिली है.
गाइडलाइन का पालन नहीं: महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि सरकार द्वारा इतनी सुविधा देने के बावजूद भी इतना अधूरापन ये काफी चिंता का विषय है. उन्होंने बताया कि महिला आयोग द्वारा भेजे गए 50 से भी अधिक मामले लंबित हैं, जिनका रिपोर्ट नहीं भेजा गया है ना ही उसे फाइनल किया गया है. वहीं उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में सरकार से मिलने वाले गाइडलाइन का पालन नहीं किया रहा है.