बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में बिहार पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई कर कुख्यात अपराधी बटोहिया को मार गिराया (Notorious criminal killed in encounter) है. घटना सिंघौल सहायक थाना क्षेत्र के आकाशपुर गांव की है. पुलिस को सूचना मिली थी कि कुख्यात अपराधी बटोहिया अपने गांव में ही मौजूद है. इसी आधार पर एसटीएफ और बिहार पुलिस ने बटोहिया को घेर लिया और उसे आत्मसमर्पण करने को कहा. इस पर अपराधियों ने पुलिस पर हमला कर दिया. इसी के जवाबी कार्रवाई में बटोहिया को मार गिराया गया.
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बटोहिया पर दर्ज थे कई संगीन मामले: बताते चलें कि बटोहिया इलाके का कुख्यात अपराधी था और उस पर कई संगीन मामले दर्ज थे. उसकी तालश पुलिस को काफी समय से थी. इस घटना से लोगों में काफी आक्रोश है. लोगों के मुताबिक बटोहिया पुलिस के सामने सरेंडर करने गया था. इसके बावजूद पुलिस ने उसको घेरकर मार डाला. घटना को लेकर इलाके में तनाव बरकरार है. वहीं कई थानों की पुलिस गांव में कैंप कर रही है. लोगों का कहना है कि पुलिस के सामने सरेंडर करने के बावजूद उसका एनकाउंटर किया गया है.
एनकाउंटर के बाद ग्रामीणों में आक्रोशः इस एनकाउंटर को लेकर लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है. लोग इसे पुलिस की बर्बरता पूर्ण कार्रवाई बता रहे हैं. इस घटना में दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस मामले में ग्रामीण चिंटू कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि अचानक से एसटीएफ और पुलिस गांव पहुंची. इसके बाद गांव के लोगों को उसी जगह रोक दिया. फिर पुलिस जगदीश गौतम उर्फ जयमंगला बाबा के घर से बटोही को पकड़ लिया. चिंटू व अन्य ग्रामीणों ने कहा कि पकड़ने के क्रम में ही पुलिस के सामने बटोही ने सरेंडर कर दिया था, पर पुलिस ने निर्मम तरीके से बटोही को गोली मार दी. इसके बाद उसकी मौके पर मौत हो गयी.
ग्रामीणों व पुलिस में हल्की झड़पः पुलिस की इस कार्रवाई से लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला है. क्योंकि लोगों का साफ तौर पर कहना है कि जिस तरह से पुलिस की कार्रवाई की वह कहीं से उचित नहीं है. वहां के ग्रामीणों का कहना है कि अगर बटोही अपराधी था, तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए थी, ना कि उसे कब्जे में लेकर गोली मारा जाना चाहिए था. बताते चले की इस दौरान लोगों ने पुलिस के साथ मारपीट की है.
"अचानक से एसटीएफ और पुलिस गांव पहुंची. इसके बाद गांव के लोगों को उसी जगह रोक दिया. फिर पुलिस जगदीश गौतम उर्फ जयमंगला बाबा के घर से बटोही को पकड़ लिया. चिंटू व अन्य ग्रामीणों ने कहा कि पकड़ने के क्रम में ही पुलिस के सामने बटोही ने सरेंडर कर दिया था, पर पुलिस ने निर्मम तरीके से बटोही को गोली मार दी. इसके बाद उसकी मौके पर मौत हो गयी"- चिंटू कुमार, ग्रामीण