बेगूसराय: बदला लेने के लिए कोई पति इतना निर्दयी हो सकता है कि वो अपने पूरे परिवार को एक साथ जिंदा जलाकर मारने की कोशिश करे? गढ़पुरा थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 के पूरब मोहल्ले में कुछ ऐसा ही हुआ था. बदले की आग में धधकते पति ने अपने पूरे कुनबे को जलती आग में ज़िंदा झोंक दिया. पीड़ित महिला ने बताया कि रात के वक्त लगा कि घर में आग लग गई है. सभी सदस्य बाहर की ओर भागे लेकिन दरवाजा किसी ने बाहर से बंद कर रखा था. उसकी आंख के सामने उसकी मां जल रही थी. 3 बच्चे आग की लपटों में घिरे हुए थे. चारों ओर चीख पुकार मची हुई थी.
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शोर सुनकर स्थानीय लोग घर के पास पहुंचे. जैसे-तैसे सभी घरवालों को बाहर निकाला गया. पीड़ित महिला की मां 100 फीसदी जल चुकी थी. कोई 70 फीसदी जला था. बच्चे 25 फीसदी तक जल चुके थे. झुलसे लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया. लेकिन पीड़ित महिला की मां और बेटी को नहीं बचाया जा सका.
'घटना के पीछे पति का हाथ बताया जा रहा, मामले की जांच की जा रही है. इस घटना के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है. वहीं आरोपी पति फरार है'- थाना प्रभारी
जांच में जुटी पुलिस
पीड़ित की बेटी यासमीन खातून ने बताया कि पिता के द्वारा लगातार धमकी दी जाती थी. इसी क्रम में शनिवार को उसके पिता अपने भाई-भतीजा समेत घर पर आये और घर के दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया. इसके बाद मकान पर तेल छिड़ककर उसमें आग लगा दी. जख्मी पत्नी रेवा खातून ने बताया कि उसने अपने पति को तलाक दे दिया है और पिछले कई वर्षों से बच्चों के साथ मायके में रह रही है. शनिवार को उसके पति का फोन आया था, जिसमें उसने घर पहुंचने की धमकी भी दी थी. इसी सिलसिले में ये घटना घटी है.
चार वर्षों से विवाद
विवाद 4 साल पुराना है. महिला को मुख्तार ने 4 साल पहले तलाक दिया था. पीड़ित महिला ने बताया कि वारदात वाले दिन उसके पति का फोन आया और कहा कि वो तलाक के मामले को सुलझाने के लिए सरपंच के साथ आ रहा है. जब उसकी आंख खुली तो चारों तरफ आग ही आग थी. दरवाजे की तरफ बढ़े तो दरवाजा बाहर से बंद था.
'जली हालत में 5 लोगों को लाया गया. एक महिला 100 फीसदी जली हुई थी, उसकी मौत मौके पर ही हो गई थी. 70 फीसदी से ज्यादा जली बेटी की भी मौत हो गई. पीड़ित महिला 50 फीसदी से ज्यादा जली हुई है. जबकि मासूम 25 फीसदी आग में जले हुए हैं, झुलसे लोगों का इलाज किया जा रहा है'- कृष्णा कुमार, डॉक्टर, सदर अस्पताल