बेगूसरायः केंद्रीय पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह के संसदीय क्षेत्र में प्रशिक्षित युवा देसी गाय की महत्ता स्थापित करने का बड़ा अभियान चला रहे हैं. जहां देसी गाय के गोमूत्र, दूध और गोबर के इस्तेमाल से निर्मित औषधियों के जरिए कैंसर जैसे असाध्य रोगों को भी ठीक किया जा रहा है.
गाय हमारे जीवन में क्यों महत्वपूर्ण है इसके लिए एक बड़े भूभाग पर छोटे स्तर का अनुसंधान केंद्र स्थापित किया गया है और उस स्थान को गौ मंदिर का नाम दिया गया है. नागदह स्थित गौ मंदिर में देशी गाय का पालन और पंचगव्य चिकित्सा व्यवस्था शुरू की गई है.
पंचगव्य आयुर्वेदिक अनुसंधान केंद्र
गौ मंदिर में खाने से लेकर नहाने और दैनिक उपयोग की वस्तुओं में देशी गाय से जुड़े चीजों का कुछ अंश जरूर मिलाया जाता है. इतना ही नहीं यहां चिकित्सा के लिए पंचगव्य आयुर्वेदिक अनुसंधान केंद्र खोला गया है. जहां जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज पंचगव्य और देशी खानपान से किया जाता है.
गौ मंदिर की शुरुआत
कुछ साल पहले यहां पर गौ मंदिर की शुरुआत की गई थी. पहले सिर्फ गो पालन का ही काम शुरू किया गया था. लेकिन समय के साथ यहां काफी कुछ बदलाव किया गया. गव्य विभाग से रिसर्च करने वाले कुछ रिसर्चर के जुड़ने के बाद यहां की स्थिति बदल गई.
'गौमूत्र अमृत के समान पवित्र और निरोगी'
रिसर्चर अतुल अग्रवाल ने बताया कि गौ हमारी माता हैं और गाय के दूध और गौमूत्र अमृत के समान पवित्र और निरोगी होते हैं. यह पूरी तरह से प्रमाणित अटूट सत्य है. जिस दिन लोग गौ माता के गोमूत्र और दूध की शक्ति को आत्मसात कर लेंगे उस दिन वह निरोग हो जाएंगे.
रेडिएशन प्रीवेंटिव डिवाइस
रिसर्चर ने बताया कि गोबर से यहां पंचगव्य मेडिसिन बनाए जा रहे हैं. इसके साथ ही वर्मी कंपोस्ट तैयार कर जैविक खेती भी की जा रही है. गोमूत्र से 16 तरीके के अर्क बनाए जा रहे हैं. जो विभिन्न प्रकार के असाध्य रोगों में काफी कारगर साबित हो रही है.
वहीं, 21 तरह की दवाओं के साथ यहां कई प्रकार के अनाजों का भी देशी तरीके से उत्पादन हो रहा है. जिसे मरीजों के खानपान के उपयोग में लाया जा रहा है. इसके साथ ही गौ मूत्र और गोबर से निर्मित रेडियेशन प्रीवेंटिव डिवाइस जो मोबाईल में चिपकाने के बाद लोगों को रेडिएशन से बचाता है वह भी तैयार किया जा रहा है.
निरोग रहने के टिप्स
अतुल अग्रवाल ने बताया कि यहां सैकड़ों की संख्या में लोग देसी गाय के दूध और गोमूत्र से निर्मित दवा और सामग्री खरीद कर लाभान्वित हो रहे हैं. सबको निरोग रहने के टिप्स के साथ हर हाल में देशी गाय के पालन और उससे बने सामान उपयोग में लाने की शिक्षा भी दी जाती है.