बेगूसराय: कोरोना महामारी के समय जिले में माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की ओर से ऋण वसूली के खिलाफ फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने कड़ी आपत्ति जताते हुए डीएम को एक मांग पत्र सौंपा. इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने मांग पूरी नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन करने का अल्टीमेटम भी दिया.
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि ये माइक्रो फाइनेंस कंपनी आरबीआई के निर्देशों की अवहेलना करती हैं. इसी कारण से इन कंपनियों का लाइसेंस रद्द कर दिया जाए. साथ ही ऐसे विषम परिस्थिति में कर्ज चुकाने की बात करने के लिए इन पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
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'आरबीआई के नियमों की अवहेलना'
फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं ने बताया कि एक तरफ जहां रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया वैश्विक महामारी के बीच 6 महीने के लिए लोन जमा करने में माफ करने का निर्देश दिया है. वहीं माइक्रो फाइनेंस कंपनियां इन नियमों की अवहेलना करते हुए लगातार ऋण वसूली कर रही है. इस कारण से नाराज फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को इस पर रोक लगाने की मांग की है.
कर्ज चुकाने के लिए 3 महीने की मोहलत की मांग
विरोध प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं का कहना है कि लॉक डाउन के कारण उनकी हालात काफी खराब हो गई है. इसके बाद भी माइक्रो फाइनेंस कंपनियां उनके घर पहुंचकर ऋण वसूली का जबरन दबाव बना रही है. इसीलिए कार्यकर्ताओं ने सरकार से गुहार लगाई है कि लोगों को कर्ज चुकाने के लिए कम से कम 3 महीने की मोहलत दी जाए.