बेगूसराय: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर के शिलान्यास के खिलाफ भाकपा माले ने राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद दिवस का आयोजन किया. इस दौरान भाकपा माले के जिला कार्यालय कमलेश्वरी भवन पर धरना आयोजित की गई. वहीं, मौके पर मौजूद भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए.
इस मौके पर धरना को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव दिवाकर कुमार ने कहा कि राम मंदिर को कोरोना वायरस का इलाज बताकर मोदी सरकार अंधविश्वास फैला रही है. कोरोना नियंत्रण में विफलताओं को लोगों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ के जरिए ढकना चाहती है.
उन्होंने कहा धर्म का राजनीतिकरण बंद करे सरकार. जन स्वास्थ्य के बजाय धार्मिक आयोजन को प्राथमिकता देना बड़े ही खतरनाक बात है. 6 दिसंबर 1992 को बावरी मस्जिद ढाहने की आपराधिक कृत के रूप में सुप्रीम कोर्ट आलोचना कर चूकी है. केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री के स्तर पर भूमि पूजन में शरीक होना उस अपराध को बैधता प्रदान करने की कार्रवाई है.
व्यवस्था के अभाव में दम तोड़ रहे हैं लोग
भाकपा माले के नेता चन्द्र देव वर्मा ने कोरोना महामारी से लाखों लोग संक्रमित हो चूके हैं. इलाज और जांच के मामले में दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है. भाजपा सरकार के केन्द्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री नीजी अस्पतालों का सहारा ले रहे हैं. वहीं, सरकारी अस्पतालों में समुचित ईलाज और व्यवस्था के अभाव में आम लोग, डॉक्टर, नर्स, सुरक्षाकर्मी दम तोड़ रहे हैं. इस सवाल पर केन्द्र और राज्य की सरकार चिंतित नहीं है.