ETV Bharat / state

लॉकडाउन ने बढ़ाई पति-पत्नी में दूरियां, घरेलू हिंसा को देखते हुए न्यायालय ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर - patna news

विधिक सेवा प्राधिकार के न्यायाधीश सतीश कुमार झा बताते हैं लॉक डाउन के कारण लोग लंबे समय से लगातार घरों में रह रहे हैं. ऐसे में घरेलू हिंसा को लेकर सजग रहने की जरूरत है. ऐसी स्थिति में महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला हेल्पलाइन को अलर्ट रहने को कहा गया है.

लॉकडाउन ने बढ़ाई पति-पत्नी में दूरियां,
लॉकडाउन ने बढ़ाई पति-पत्नी में दूरियां,
author img

By

Published : May 11, 2020, 9:04 PM IST

बेगूसराय: लॉक डाउन की वजह से जहां लोगों के रोजी रोजगार पर असर पड़ा है. वहीं, सरकारी और निजी कार्यालय बंद होने के कारण महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा में भी काफी इजाफा हुआ है. महिलाओं के खिलाफ बढ़ती घरेलू हिंसा को देखते हुए न्यायालय को एक हेल्पलाइन नम्बर जारी करना पड़ा है.

'महिलाओं के सुरक्षा के मद्देनजर जारी किया गया नंबर'
इस बाबत विधिक सेवा प्राधिकार के न्यायाधीश सतीश कुमार झा बताते हैं लॉक डाउन के कारण लोग लंबे समय से लगातार घरों में रह रहे हैं. जिससे लोगों में झल्लाहट, उग्र होने की प्रवृत्ति हो सकती है. ऐसे में घरेलू हिंसा को लेकर सजग रहने की जरूरत है. ऐसी स्थिति में महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला हेल्पलाइन को अलर्ट रहने को कहा गया है. तीन मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं, जिसके जरिए घरेलू हिंसा की शिकार महिलाएं अपना शिकायत दर्ज करवा सकती हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'आपसी तनातनी और तकरार कोई बड़ा मुद्दा नहीं'
लॉक डाउन के दौरान घरेलू हिंसा के मामलों में हुए इजाफा के मुद्दे पर महिला थानाध्यक्ष बताती हैं की महिलाओं के पति लंबे समय से लॉक डाउन की वजह से घर पर उनके साथ हैं. ऐसे में आपसी तनातनी और तकरार कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. लेकिन बात बढ़ते-बढ़ते घरेलू हिंसा पर आ जाती है, तो फिर पुलिस को कार्रवाई करनी होती है. उन्होंने बताया कि लॉक डाउन के दौरान वैसे तो लगभग एक दर्जन मामले घरेलू हिंसा से जुड़े पुलिस के संज्ञान में आए जिसमें पुलिस ने फोन के जरिए और घर पर जाकर पति पत्नी के बीच सुलह कराने का प्रयास किया. वहीं, एक दंपति इस कदर एक दूसरे के दुश्मन हो गए थे कि वह समझौते को तैयार नहीं हुए. जिस वजह से उनका मामला दर्ज किया गया है. महिला थानाध्यक्ष बताती है कि कहीं न कहीं पति पत्नी के बीच संबंध में आए इस खटास की वजह लॉक डाउन ही है.

घरेलू हिंसा के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए इन नंबरों पर करे संपर्क:-

  • 9771 468 005
  • 9570 658 805
  • 9955 526 501
    सतीश कुमार झा, न्यायाधीश
    सतीश कुमार झा, न्यायाधीश

गौरतलब है कि लंबे समय से लॉक डाउन होने की वजह से ज्यादातर पति अपने पत्नी के साथ घरों पर समय व्यतीत कर रहे हैं . लॉक डाउन के पूर्व जहां पति पत्नी का संबंध काफी मधुर था. वहीं लॉक डाउन के दौरान पतियों के लगातार घर पर होने की वजह से पति-पत्नी के संबंध में खटास उत्पन्न होना शुरू हो गया है. अपसी तनातनी के कारण ही जिले में कई ऐसे मामले सामने आए जिसमें महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा की वारदात सामने आई. इस तरह के मामलों को बेगूसराय व्यवहार न्यायालय ने गंभीरता से लिया और लॉक डाउन के दौरान जिन महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा की वारदात हो रही है. वैसे लोगों के लिए व्यवहार न्यायालय ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर उन महिलाओं को मदद का और सुरक्षा का भरोसा दिलाया है.

बेगूसराय: लॉक डाउन की वजह से जहां लोगों के रोजी रोजगार पर असर पड़ा है. वहीं, सरकारी और निजी कार्यालय बंद होने के कारण महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा में भी काफी इजाफा हुआ है. महिलाओं के खिलाफ बढ़ती घरेलू हिंसा को देखते हुए न्यायालय को एक हेल्पलाइन नम्बर जारी करना पड़ा है.

'महिलाओं के सुरक्षा के मद्देनजर जारी किया गया नंबर'
इस बाबत विधिक सेवा प्राधिकार के न्यायाधीश सतीश कुमार झा बताते हैं लॉक डाउन के कारण लोग लंबे समय से लगातार घरों में रह रहे हैं. जिससे लोगों में झल्लाहट, उग्र होने की प्रवृत्ति हो सकती है. ऐसे में घरेलू हिंसा को लेकर सजग रहने की जरूरत है. ऐसी स्थिति में महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला हेल्पलाइन को अलर्ट रहने को कहा गया है. तीन मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं, जिसके जरिए घरेलू हिंसा की शिकार महिलाएं अपना शिकायत दर्ज करवा सकती हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'आपसी तनातनी और तकरार कोई बड़ा मुद्दा नहीं'
लॉक डाउन के दौरान घरेलू हिंसा के मामलों में हुए इजाफा के मुद्दे पर महिला थानाध्यक्ष बताती हैं की महिलाओं के पति लंबे समय से लॉक डाउन की वजह से घर पर उनके साथ हैं. ऐसे में आपसी तनातनी और तकरार कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. लेकिन बात बढ़ते-बढ़ते घरेलू हिंसा पर आ जाती है, तो फिर पुलिस को कार्रवाई करनी होती है. उन्होंने बताया कि लॉक डाउन के दौरान वैसे तो लगभग एक दर्जन मामले घरेलू हिंसा से जुड़े पुलिस के संज्ञान में आए जिसमें पुलिस ने फोन के जरिए और घर पर जाकर पति पत्नी के बीच सुलह कराने का प्रयास किया. वहीं, एक दंपति इस कदर एक दूसरे के दुश्मन हो गए थे कि वह समझौते को तैयार नहीं हुए. जिस वजह से उनका मामला दर्ज किया गया है. महिला थानाध्यक्ष बताती है कि कहीं न कहीं पति पत्नी के बीच संबंध में आए इस खटास की वजह लॉक डाउन ही है.

घरेलू हिंसा के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए इन नंबरों पर करे संपर्क:-

  • 9771 468 005
  • 9570 658 805
  • 9955 526 501
    सतीश कुमार झा, न्यायाधीश
    सतीश कुमार झा, न्यायाधीश

गौरतलब है कि लंबे समय से लॉक डाउन होने की वजह से ज्यादातर पति अपने पत्नी के साथ घरों पर समय व्यतीत कर रहे हैं . लॉक डाउन के पूर्व जहां पति पत्नी का संबंध काफी मधुर था. वहीं लॉक डाउन के दौरान पतियों के लगातार घर पर होने की वजह से पति-पत्नी के संबंध में खटास उत्पन्न होना शुरू हो गया है. अपसी तनातनी के कारण ही जिले में कई ऐसे मामले सामने आए जिसमें महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा की वारदात सामने आई. इस तरह के मामलों को बेगूसराय व्यवहार न्यायालय ने गंभीरता से लिया और लॉक डाउन के दौरान जिन महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा की वारदात हो रही है. वैसे लोगों के लिए व्यवहार न्यायालय ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर उन महिलाओं को मदद का और सुरक्षा का भरोसा दिलाया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.