बेगूसराय: बीजेपी एमएलसी रजनीश कुमार ने कन्हैया कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि क्राउड फंडिंग के जरिए 74 लाख रुपये जमा कर चुनाव लड़ने वाले कन्हैया कुमार महामारी के समय कहां गायब हो गए हैं. वो बेगूसराय के उस क्राउड को छोड़कर कहां गुम हैं, जिन्हें वह अपना कहते थे. वहीं, मौके पर रजनीश ने इशारों-इशारों में गिरिराज सिंह पर भी नाम लिए बगैर निशाना साधा है.
कोरोना संक्रमण मामले में बेगूसराय बना हॉटस्पॉट
लोकसभा चुनाव संपन्न हुए लंबा समय बीत चुका है. इस बीच बेगूसराय जिला बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. जिस वजह से पूरे जिले के लोग दहशत में हैं. वहीं, लॉक डाउन की वजह से लोग काफी परेशान हैं. आफत और विपदा की इस घड़ी में सभी लोग अपने चहेते जनप्रतिनिधि से भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि वह तारणहार बनकर उनकी मुसीबतों को दूर करने आएंगे लेकिन एक दो स्थानीय जनप्रतिनिधि ही ऐसे हैं. जो बेगूसराय में कैंप कर लोगों की समस्याओं का निदान कर रहे हैं.
'देश बचाने का नारा देने वाले मुसीबत में हुए गायब'
मामले में रजनीश कुमार ने कहा चुनाव हारने वाले और जीतने वाले दोनों ही लोगों पर जनता का सामाजिक दायित्व होता है. चुनाव में जीत हार लगा रहता है. इससे यह कत्तई नहीं समझना चाहिए कि आप हार गए तो जवाबदेही से मुक्त हो गए. रजनीश कुमार ने कन्हैया कुमार पर तीखा हमला बोला है. रजनीश कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा बेगूसराय लोकसभा चुनाव के दौरान मीडिया के जरिए सुर्खियों में आए और यहां चुनाव लड़ने पहुंचे थे. खास कर वह प्रत्याशी जो देश और संविधान बचाओ का नारा लगा रहा था, आज कहां गुम है.
दोनों ने कोरोना संकट के समय बेगूसराय से बनाई दूरी
रजनीश कुमार ने आगे कहा कि कन्हैया कुमार ने चुनाव लड़ने के लिए यहां क्राउड फंडिंग के जरिए 74 लाख रुपये की धनराशि जमा की थी. लेकिन अब बेगूसराय के क्राउड को मदद की दरकार है वो गुम हो गए हैं. अपने बयान में रजनीश ने कई बार यह बातें जोर देकर कहीं कि चुनाव जीतने और हारने दोनों लोगों का सामाजिक दायित्व मुसीबत में फंसे लोगों को मदद पहुंचाने का है. गौरतलब है कि पिछले साल संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बेगूसराय संसदीय सीट देशभर में काफी हाई प्रोफाइल था. एक तरफ बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह और दूसरी ओर जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष सह सीपीआई नेता कन्हैया कुमार आमने-सामने थे.