बेगूसराय: बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की उपलब्धियों को जन-जन एक समाजिक समूह पहुंचा रहा है. जिलें में स्थित गढ़पुरा नमक सत्याग्रह से जुड़ा है. यहां नमक सत्याग्रह कर श्रीकृष्ण सिंह ने अंग्रेजी कानून को तोड़ा था. इसकी ख्याति दिलाने के यह समूह लगातार छह वर्षों से संघर्ष कर रहा है.
जिले में स्थित गढ़पुरा नमक सत्याग्रह आंदोलन से जुड़ा हुआ है. इसकी जानकारी बिहार में सभी को नहीं है. इससे जुड़ा एतिहासिक महत्व को राजीव और अजय सिंघानियां जन-जन तक पहुंचा रहे हैं. लोगों को जागृत करने के लिए छह वर्षों से पदयात्रा कर रहे हैं. इसको लेकर प्रदेश के कई क्षेत्रों में लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
मतदान करने का किया अपील
इस समूह से जुड़े सुशील कुमार सिंह चुनाव को लेकर सवाल पर कहते है कि लोगों से अपील किए अच्छा व्यक्ति को चुने. अच्छे प्रत्याशी को वोट दे. जलपान से पहले सभी मतदान जरूर करे.
श्री कृष्ण सिंह ने तोड़ा था नमक कानून
बता दें कि जिले में स्थित गढ़पुरा का एतेहासिक महत्व है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आह्वान पर वर्ष 1930 में संपूर्ण देश में नमक सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत हुई थी. उस आंदोलन में गढ़पुरा महत्वपूर्ण केंद्र बना था. 20 अप्रैल 1930 ई0 को यहां बिहार केसरी डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह ने अपने साथियों के साथ नमक बनाकर अंग्रेजी कानून को तोड़ा था.