बेगूसरायः बिहार के बेगूसराय में मंगलवार को हुए गोलीकांड मामले (Begusarai Firing Case) के चारों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मामले का मुख्य आरोपी नागा रांची जाने के क्रम में मौर्या एक्सप्रेस ट्रेन से झाझा स्टेशन पर पुलिस के हत्थे चढ़ा. सूत्रों के मुताबिक गोलीकांड के चारों आरोपी (Begusarai Firing Case Accused Detain By Police) अब पुलिस की गिरफ्त में हैं. पकड़े गए चारों संदिग्ध आरोपियों के नाम सुमित, केशव, युवराज और अर्जुन हैं. पुलिस के मुताबिक केशव कुमार उर्फ नागा इस मामले का मुख्य आरोपी है. इस पूरे मामले पर एसपी योगेंद्र कुमार आज दोपहर 2ः30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करके विस्तृत जानकारी देंगे.
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बेगूसराय के बीहट का रहने वाला है नागाः पुलिस के मुताबिक केशव कुमार उर्फ नागा बेगूसराय के बीहट का रहने वाला है, जो जमुई के झाझा स्टेशन से मौर्य एक्सप्रेस ट्रेन से रांची भागने की फिराक में था. उसने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. उसी की निशानदेही पर गोलीकांड के अन्य आरोपियों सुमित, युवराज और अर्जुन को पकड़ा गया. हालांकि, पुलिस ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम...
- केशव कुमार उर्फ नागा (मुख्य आरोपी)
- सुमित
- युवराज
- अर्जुन
एसपी देंगे आधिकारिक जानकारीः सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार केशव को लेकर पुलिस देर रात ही बेगूसराय लेकर पहुंच गई है. उधर, पुलिस ने गुरुवार की शाम दो आरोपितों को बेगूसराय के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र से और दो को नगर थाना क्षेत्र के व्यवहार न्यायालय के पास से उठाया था. गोलीकांड में दो बाइक पर सवार चार अपराधी शामिल बताए गए थे. अब इनमें से एक की झाझा से गिरफ्तारी के बाद जाहिर है कि हिरासत में लिए गए चार संदिग्धों में एक इस मामले में शामिल नहीं हैं. इस पूरे मामले पर एसपी योगेंद्र कुमार आज दोपहर 2ः30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
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दो संदिग्ध की हुई थी गुरूवार को गिरफ्तारी: इस गोलीकांड मामले में स्पेशल टीम के साथ-साथ साइबर क्राइम यूनिट की टीम भी जांच में जुटी हुई है. जांच के दौरान गुरूवार को घटना के दौरान उस इलाके में एक्टिव रहे हजारों नंबर को खंगाला गया था. जिसके आधार पर 2 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई थी. दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस दो अन्य लोग जो इस पूरे मामले में संलिप्त हैं. उनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी में जुटी थी. जिसमें पुलिस ने सफलता हासिल करते हुए दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि इनमें से एक ही आरोपी की तस्वीर अभी सामने आई है.
FSL की टीम कर रही जांच: इससे पहले बिहार पुलिस मुख्यालय के विशेष सूत्रों के अनुसार छापेमारी के दौरान चार-पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जिनके पास से 10 से 12 की संख्या में हथियार बरामद हुआ है. क्या यह हथियार इस घटनाक्रम में इस्तेमाल किया गया था, इसकी तहकीकात के लिए FSL को मिले खोखा से हथियार का मिलान किया जा रहा है. हालांकि सवाल यह भी उठ रहा था कि आखिर 48 घंटे के बाद इस पूरे मामले में स्पेशल टीम इतनी लेट से क्यों पहुंची. जबकि, इस मामले को गंभीरता को देखते हुए प्रशासन की टीम को इस मामले की तहकीकात में पहले जुट जाना चाहिए था.
एसपी ने जारी की थी किलर की तस्वीर: घटना के बाद से साइको किलर को पकड़ने और किलर की सूचना देने के लिए बेगूसराय एसपी योगेंद्र कुमार ने अपना फोन नंबर 9431800011 जारी करते हुए कहा था कि, जो भी जानकारी हो इसकी सूचना दें. सूचना देने वाले को ईनाम दिया जाएगा. इस अंधाधुंध फायरिंग के मामले में अब तक हुई जांच के बाद सात पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया गया है, वहीं पांच संदिग्ध लोगों में हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी.
बेगूसराय में गोलीकांड की पूरी कहानी: आपको बता दें कि इस पूरी घटना (Begusarai Firing Case) को लेकर पूरा बिहार सिहर उठा है. इस मामले में सबसे पहले दो बाइक पर 4 साइको किलर सवार होकर शहर में प्रवेश करते हैं. इनकी मंशा दहशत फैलाने के इरादे से फायरिंग करने की थी. शहर से ये चारों आगे बढ़ते हैं जबकि जगह-जगह पुलिस तैनात रहती है और कई जगह चेक पोस्ट भी होते हैं. 30 किलोमीटर के सफर में चार थाना पड़ा लेकिन किसी को कुछ भनक नहीं हुई. चारों को ना तो किसी ने रोका ना ही तलाशी ही ली गई. हालांकि आए दिन वाहन चेकिंग अभियान चलाने के दावे भी पुलिस करती है. चारों किलर ने एनएच 28 से एनएच 31 के बीच दहशत फैलाना शुरू कर दिया. इन लोगों ने शहर में फायरिंग नहीं की बल्कि बछवाड़ा का रास्ता चुना. वहीं एक रास्ता एनएच 80 का लखीसराय को जाता है. अगर कहीं पर भी पुलिस ने इन लोगों को रोका होता या गाड़ी की जांच की जाती तो घटना को पहले ही रोका जा सकता था. अब पुलिस ने चारों साइको किलर्स का फोटो जारी कर इनाम की घोषणा की है लेकिन चूक और लापरवाही की बात से इनकार नहीं किया जा सकता. मामले में 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है.
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