बेगूसराय: जिले के वीरपुर प्रखंड में शुक्रवार को किसान भवन सभागार में आयोजित ओटीपी प्रशिक्षण का आंगनबाड़ी सेविकाओं ने बहिष्कार किया. प्रशिक्षण शुरू होते ही वीरपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों की आंगनबाड़ी सेविकाओं ने प्रशिक्षण का बहिष्कार करते हुए हॉल से निकल गये और आईसीडीएस विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान काफी देर तक अफरा तफरी का माहौल रहा.
'टीएचआर वितरण एक जटिल प्रक्रिया'
मौके पर आंगनबाड़ी सेविका संघ के जिला सचिव सह प्रखंड सचिव अलका कुमारी ने बताया कि टीएचआर वितरण एक जटिल प्रक्रिया है. हम सभी सेविकाओं द्वारा ओटीपी के माध्यम से टीएचआर का वितरण नहीं करेंगे. क्योंकि बहुत से लाभुकों के मोबाइल उनके पति देश के विभिन्न प्रांतों में लेकर चले गए हैं तथा बहुत लाभुकों के मोबाइल रिचार्ज के आभाव में परेशानी हो रही है.
'पहले की तरह हो टीएचआर वितरण'
अलका कुमारी ने बताया कि इस परिस्थिति में टीएचआर वितरण करना मुश्किल है. विभाग द्वारा जो मोबाइल उपलब्ध कराया गया है वह कुछ ही महीनों के बाद खराब हो गया है. जिसकी सूचना वीरपुर सीडीपीओ के यहां दी जा चुकी है. लेकिन इस पर आज तक पहल नहीं हुआ है. सेविकाओं के द्वारा मांग की गयी है कि पूर्व की तरह टीएचआर का वितरण किया जाना चाहिए. नई व्यवस्था के माध्यम से टीएचआर का वितरण करने में लाभुकों के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा. इस कारण सभी सेविकाओं ने सर्वसम्मति से प्रशिक्षण देने आये जिला कोडिनेटर सागर कुमार एवं अश्वनी कौशिक के समक्ष ही नयी पोषाहार वितरण नियम का विरोध करते हुए प्रशिक्षण का बहिष्कार किया.
सेविकाओं का बकाया मानदेय लंबित
संघ के प्रखंड सचिव अलका कुमारी ने बताया कि वर्ष 2016-17 के लगभग 25-30 सेविकाओं का एक वर्ष का बकाया मानदेय है. वहीं, सभी सेविकाओं का चार माह का मानदेय लंबित है. साथ ही मकान किराया की राशि भी पांच साल से लंबित है. जिससे मकान मालिक का विरोध सुनने को मिलता है और विभागीय अधिकारी हमलोगों का शोषण करते आ रहे हैं.