बेगूसराय: समान काम, समान वेतन की मांग को लेकर प्रदेश के लाखों शिक्षक बीते कई महीनों से हड़ताल पर हैं. बावजूद इसके सरकार उनकी मांग मानने को तैयार नहीं है. ऐसे में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) और ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन (एआईवाईएफ) ने हड़ताली शिक्षकों के समर्थन में एकदिवसीय उपवास रख धरना प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं का कहना था कि राज्य सरकार के संवेदनहीन और अड़ियल रवैये के कारण सूबे में लगभग 64 हड़ताली शिक्षकों की मौत हो चुकी है. इसको लेकर एआईएसएफ और एआईवाईएफ ने राज्यव्यापी प्रतिरोध दिवस के मौके पर एकदिवसीय उपवास किया.
जिला कार्यालय में सोशल डिस्टेंस के बीच प्रदर्शन
जानकारी के मुताबिक एआईएसएफ और एआईवाईएफ ने पटेल चौक स्थित जिला कार्यालय में धरना दिया. एक दिवसीय उपवास पर बैठे एआईवाईएफ के जिला संयोजक अमीन हमजा और एआईएसएफ के जिला अध्यक्ष सजग सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि किसी भी देश या राज्य का भविष्य और विकास उसकी शिक्षा पर निर्भर करता है. लेकिन, वर्तमान निरंकुश सरकार के हिटलर शाही रवैये के कारण शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है.
'खतरे में है बिहार का भविष्य'
राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय उपवास कर रहे संगठन के सदस्यों ने कहा कि बिहार की शिक्षा का भविष्य खतरे में नजर आ रहा है. आगे आने वाले दिनों में अगर शिक्षकों से सम्मानजनक वार्ता कर हड़ताल को खत्म नहीं कराया गया तो वे लोग उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होंगे, जिसकी सारी जवाबदेही सरकार की होगी.