ETV Bharat / state

बांका: अस्पतालों में फैली अव्यवस्था की भेंट चढ़ी महिला, जुड़वा नवजात ने भी तोड़ा दम - बांका में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही

बांका के चांदन प्रखंड के अस्पताल में मौजूद अव्यवस्था के कारण एक महिला और दो नवजात की मौत हो गई है. घटना से परिजनों में काफी आक्रोश है.

बांका चांदन अस्पताल
बांका चांदन अस्पताल
author img

By

Published : Apr 21, 2020, 3:55 PM IST

Updated : May 25, 2020, 5:38 PM IST

बांका: जिले के चांदन प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्रों में फैली अव्यवस्था के कारण अब लोगों की जान पर बन आई है. मामला बिरनिया पंचायत के पलार गांव और सिमरिया गांव का है. यहां एक गर्भवती महिला और जुड़वा नवजात की मौत हो गई. दरअसल, प्रसुताओं को बाहर ले जाने के लिए ना ही एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाता है और ना ही नवजात को ऑक्सीजन मुहैया कराया जाता है. जिसकी वजह से प्रसुताओं और नवजातों की मौत का मामला सामने आया है.

बीते शनिवार को समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण एक प्रसुता, और ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण एक नवजात ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया. जानकारी के मुताबिक बीते शुक्रवार को पलार निवासी मंजू देवी को प्रसव पीड़ा के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन लाया गया. जहां चिकित्सक और एएनएम ने नॉर्मल डिलिवरी की बात कहीं. लेकिन, शनिवार की शाम उसे अचानक देवघर रेफर कर दिया गया. मौके पर एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण प्रसुता को किसी तरह ऑटो से देवघर ले जाया गया. देवघर पहुंचते ही महिला ने दम तोड़ दिया.

दूसरा मामला
वहीं, शनिवार को ही सिमरिया गांव निवासी सुबोध ठाकुर की पत्नी ममता देवी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्र चांदन में जुड़वा बच्चे को जन्म दिया. जिसमें से एक बच्चा मृत था. जबकि दूसरे बच्चे की स्थिति भी गंभीर बनी हुई थी. अस्पताल प्रशासन ने बिना ऑक्सीजन के ही बच्चे को देवघर रेफर कर दिया. देवघर पहुंचते ही बच्चे ने दम तोड़ दिया. एक ही दिन में हुई दो घटनाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है.

अस्पताल प्रशासन की दलील
बता दें कि मामले पर प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ. एके सिन्हा ने बताया कि स्वास्थ्य केंन्द्र चांदन में 2 एंबुलेंस सेवाएं दे रही हैं. घटना के समय दोनों एंबुलेंस व्यस्त थे. एक एंबुलेंस जहॉगीरा और दूसरे के ठाढी चले जाने के कारण प्रसुता और नवजात को सेवाएं नहीं मिल सकी.

बांका: जिले के चांदन प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्रों में फैली अव्यवस्था के कारण अब लोगों की जान पर बन आई है. मामला बिरनिया पंचायत के पलार गांव और सिमरिया गांव का है. यहां एक गर्भवती महिला और जुड़वा नवजात की मौत हो गई. दरअसल, प्रसुताओं को बाहर ले जाने के लिए ना ही एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाता है और ना ही नवजात को ऑक्सीजन मुहैया कराया जाता है. जिसकी वजह से प्रसुताओं और नवजातों की मौत का मामला सामने आया है.

बीते शनिवार को समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण एक प्रसुता, और ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण एक नवजात ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया. जानकारी के मुताबिक बीते शुक्रवार को पलार निवासी मंजू देवी को प्रसव पीड़ा के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन लाया गया. जहां चिकित्सक और एएनएम ने नॉर्मल डिलिवरी की बात कहीं. लेकिन, शनिवार की शाम उसे अचानक देवघर रेफर कर दिया गया. मौके पर एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण प्रसुता को किसी तरह ऑटो से देवघर ले जाया गया. देवघर पहुंचते ही महिला ने दम तोड़ दिया.

दूसरा मामला
वहीं, शनिवार को ही सिमरिया गांव निवासी सुबोध ठाकुर की पत्नी ममता देवी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्र चांदन में जुड़वा बच्चे को जन्म दिया. जिसमें से एक बच्चा मृत था. जबकि दूसरे बच्चे की स्थिति भी गंभीर बनी हुई थी. अस्पताल प्रशासन ने बिना ऑक्सीजन के ही बच्चे को देवघर रेफर कर दिया. देवघर पहुंचते ही बच्चे ने दम तोड़ दिया. एक ही दिन में हुई दो घटनाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है.

अस्पताल प्रशासन की दलील
बता दें कि मामले पर प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ. एके सिन्हा ने बताया कि स्वास्थ्य केंन्द्र चांदन में 2 एंबुलेंस सेवाएं दे रही हैं. घटना के समय दोनों एंबुलेंस व्यस्त थे. एक एंबुलेंस जहॉगीरा और दूसरे के ठाढी चले जाने के कारण प्रसुता और नवजात को सेवाएं नहीं मिल सकी.

Last Updated : May 25, 2020, 5:38 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.