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बांका के बेलहर में हंगामा, बंध्याकरण के बाद महिला की मौत से आक्रोशित थे लोग

बांका जिले में बंध्याकरण बाद महिला की मौत के बाग आक्रोशित लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बेलहर (Community Health Center Belhar) में जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि बंध्याकरण के दौरान चिकित्सकों की लापरवाही से महिला की मौत हुई है. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Jun 25, 2022, 5:10 PM IST

बांका के बेलहर में हंगामा
बांका के बेलहर में हंगामा

बांका: बिहार के बांका जिले में बंध्याकरण के बाद महिला की मौत हो गयी. डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए महिला के परिजनों ने बेलहर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जमकर हंगामा (Protest In Banka Against Woman Died After Sterilization) किया. अस्पताल प्रशासन की ओर से महिला के परिजनों को मुआवजे की सहमति के बाद मामल शांत हुआ. परिजनों का आरोप है कि महिला के शरीर में रक्त का लेवल कम होने बाद भी बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के कुछ ही घंटे के बाद ही अत्यधिक रक्त स्राव के कारण महिला की तबीयत बिगड़ गई. बांका रेफरल अस्पताल जाने के दौरान महिला की मौत हो गई.

पैसे के लोभ में ऑपरेशन करवाने का आरोपः मृत महिला की पहचान बांका जिले के बेलहर थाना क्षेत्र के गोआचक गांव निवासी विकास सिंह की पत्नी चंचला कुमारी (30) के रूप में की गई है. मृतका को दो दिन पूर्व प्रसव हुआ था. शुक्रवार को आशा के कहने पर चार हजार रुपये सरकारी सहायता मिलने की लालच में महिला ने बंध्याकरण ऑपरेशन करा लिया. देर रात अत्यधिक रक्त स्राव हो जाने से उसकी हालत बिगड़ गई. इसके बाद सदर अस्पताल बांका रेफर कर दिया गया. लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.

पुलिस ने किया भीड़ नियंत्रिताः घटना की खबर मिलते ही स्वजनों में कोहराम मच गया. ग्रामीण आक्रोशित हो गए. शव सहित एम्बुलेंस को लेकर अस्पताल पहुंच गए. और हंगामा शुरू कर दिया गया. सभी लोग चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे. अनियंत्रित भीड़ को देखकर घटना की सूचना पुलिस को दी गई. घटना के बाद परिजनों ने सीएचसी में जमकर हंगामा किया. पुलिस ने पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित किया.

दो लाख रुपये सरकारी सहायता का आश्वासनः मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने भीड़ को समझा बुझाकर शांत किया. शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका भेजने की तैयारी की जा रही थी. तभी अस्पताल प्रशासन की ओर से मृतका के परिजनों से समझौता कर लिया गया. दो लाख रुपये सरकारी सहायता दिलाने का अस्पताल प्रबंधन की ओर से आश्वासन दिया गया. साथ ही कुछ राशि अंतिम संस्कार संस्कार के लिए दिया गया. इसके बाद लोग शांत हुए और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया.

महिला के शरीर में पहले से थी खून की कमीः जानकारी के अनुसार मृतका चार बच्चे की मां थी. पांचवें बच्चे को बुधवार को जन्म दिया था. प्रसव के समय मृतका के शरीर में महज 6.8 पीएच खून था. प्रसव बाद मृतका घर चली गई. इसके बाद स्थानीय आशा कार्यकर्ता के कहने पर शुक्रवार शाम पांच बजे बंध्याकरण आपरेशन करा लिया. आपरेशन के कुछ घंटे बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ गई. हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल बांका रेफर कर दिया. रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.

"मृतका के शरीर में पहले से खून की कमी थी. आपरेशन के कुछ देर बाद ब्लड प्रेशर लो हो गया. हालत बिगड़ता देख बांका रेफर किया गया था. लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई."-डॉ. अनिल कुमार, सीएचसी प्रभारी, बेलहर


बांका: बिहार के बांका जिले में बंध्याकरण के बाद महिला की मौत हो गयी. डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए महिला के परिजनों ने बेलहर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जमकर हंगामा (Protest In Banka Against Woman Died After Sterilization) किया. अस्पताल प्रशासन की ओर से महिला के परिजनों को मुआवजे की सहमति के बाद मामल शांत हुआ. परिजनों का आरोप है कि महिला के शरीर में रक्त का लेवल कम होने बाद भी बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के कुछ ही घंटे के बाद ही अत्यधिक रक्त स्राव के कारण महिला की तबीयत बिगड़ गई. बांका रेफरल अस्पताल जाने के दौरान महिला की मौत हो गई.

पैसे के लोभ में ऑपरेशन करवाने का आरोपः मृत महिला की पहचान बांका जिले के बेलहर थाना क्षेत्र के गोआचक गांव निवासी विकास सिंह की पत्नी चंचला कुमारी (30) के रूप में की गई है. मृतका को दो दिन पूर्व प्रसव हुआ था. शुक्रवार को आशा के कहने पर चार हजार रुपये सरकारी सहायता मिलने की लालच में महिला ने बंध्याकरण ऑपरेशन करा लिया. देर रात अत्यधिक रक्त स्राव हो जाने से उसकी हालत बिगड़ गई. इसके बाद सदर अस्पताल बांका रेफर कर दिया गया. लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.

पुलिस ने किया भीड़ नियंत्रिताः घटना की खबर मिलते ही स्वजनों में कोहराम मच गया. ग्रामीण आक्रोशित हो गए. शव सहित एम्बुलेंस को लेकर अस्पताल पहुंच गए. और हंगामा शुरू कर दिया गया. सभी लोग चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे. अनियंत्रित भीड़ को देखकर घटना की सूचना पुलिस को दी गई. घटना के बाद परिजनों ने सीएचसी में जमकर हंगामा किया. पुलिस ने पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित किया.

दो लाख रुपये सरकारी सहायता का आश्वासनः मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने भीड़ को समझा बुझाकर शांत किया. शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका भेजने की तैयारी की जा रही थी. तभी अस्पताल प्रशासन की ओर से मृतका के परिजनों से समझौता कर लिया गया. दो लाख रुपये सरकारी सहायता दिलाने का अस्पताल प्रबंधन की ओर से आश्वासन दिया गया. साथ ही कुछ राशि अंतिम संस्कार संस्कार के लिए दिया गया. इसके बाद लोग शांत हुए और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया.

महिला के शरीर में पहले से थी खून की कमीः जानकारी के अनुसार मृतका चार बच्चे की मां थी. पांचवें बच्चे को बुधवार को जन्म दिया था. प्रसव के समय मृतका के शरीर में महज 6.8 पीएच खून था. प्रसव बाद मृतका घर चली गई. इसके बाद स्थानीय आशा कार्यकर्ता के कहने पर शुक्रवार शाम पांच बजे बंध्याकरण आपरेशन करा लिया. आपरेशन के कुछ घंटे बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ गई. हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल बांका रेफर कर दिया. रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.

"मृतका के शरीर में पहले से खून की कमी थी. आपरेशन के कुछ देर बाद ब्लड प्रेशर लो हो गया. हालत बिगड़ता देख बांका रेफर किया गया था. लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई."-डॉ. अनिल कुमार, सीएचसी प्रभारी, बेलहर


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