बांका: बिहार के बांका स्थित अमरपुर रेफरल अस्पताल में कोरोना को लेकर माॅक ड्रिल (Mock drill at Amarpur Referral Hospital in Banka) किया गया. इसमें कोरोना से लड़ाई को लेकर सारी तैयारी की गई थी. आपात स्थिति में फिर से कैसे कोरोना से पीड़ित मरीजों की अस्पताल में इलाज की जाएगी. इसकी सारी व्यवस्थाओं को पूरा किया गया था. इस माॅक ड्रिल में सभी चिकित्सक, नर्स और स्वास्थ्यकर्मियों ने भाग लिया. इसमें स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना से निपटने की जानकारी भी दी गई.
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पीपीई किट पहनकर कथित मरीज का किया इलाजः मिली जानकारी के अनुसार माॅक ड्रिल में अस्पताल के डॉ. अशोक साह और डॉ विद्यासागर के नेतृत्व में एएनएम डेजी कुमारी, शांभवी कुमारी तथा पूजा कुमारी और एंबुलेंस चालक सिंटू कुमार तथा रवि कुमार ने भाग लिया. मॉक ड्रिल के दौरान एक युवक को कोरोना मरीज बनाया गया. अस्पताल से पीपीई किट पहन कर एंबुलेंस चालक ने कथित कोरोना मरीज को अस्पताल लाया. यहां डॉक्टरों ने उसकी जांच कर उसे ऑक्सीजन सिलेंडर से ऑक्सीजन लगाया तथा उसका उपचार किया.
बेड तक ऑक्सीजन की सुविधा नहींः माॅक ड्रिल के दौरान अस्पताल में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. इधर जांच के दौरान मॉक ड्रिल कर रहे डॉक्टर और कर्मी तो पीपीई किट पहने थे, लेकिन अन्य डॉक्टर तथा कर्मी बिना पीपीई किट तथा मास्क के नजर आए. अस्पताल में बेड तक ऑक्सीजन की सुविधा नहीं होने से सिलेंडर तथा कंसंट्रेटर से कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन दिया जाता है. इसके अलावा भी कई सारी खामियां देखने को मिली.
अस्पताल में वैक्सीन नहींः अस्पताल में कोविड वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. हालांकि, पीपीई किट, ऑक्सीजन सिलेंडर तथा कन्संट्रेटर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. मॉक ड्रिल के दौरान कहीं भी सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया गया. अस्पताल में एक्सरे सुविधा उपलब्ध है. रेफरल अस्पताल में कोरोना से बचाव के लिए तैयारी तो कर ली गई है, लेकिन वैक्सीन उपलब्ध नहीं होना चिंताजनक है. इस कारण लोगों को वैक्सीन नहीं दिया जा रहा है.